गया : जिला पदाधिकारी, गया श्री अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में जिले में अफीम/गांजा एवं अन्य मादक पदार्थों का अवैध उत्पादन संबंधी समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पिछले कुछ वर्षों से सख्त कार्रवाई के बावजूद अफीम की खेती में कोई कमी नहीं आ पा रही है। प्रत्येक वर्ष इसे विनष्ट करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने संबंधित क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने तथा अफीम गांजा के सेवन से दुष्परिणामों से अवगत कराने हेतु प्रचार प्रसार पर जोर दिया। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि प्राइवेट भूमि में जो लोग अफीम की खेती करते हैं तथा अफीम की खेती में संलिप्त हैं, उन पर तथा भूस्वामी पर अंचलाधिकारी, बाराचट्टी सख्त कार्रवाई करें।
बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि संबंधित क्षेत्र के लोगों/ किसानों को अफीम की खेती के बदले में लेमन ग्रास की खेती करने हेतु बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने बताया कि लेमन ग्रास की खेती से अच्छा आमदनी प्राप्त होता है। इसका घास तथा तेल दोनों की अच्छी बिक्री होती है। इसे फरवरी से जुलाई माह तक लगाया जा सकता है। जिला पदाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि संबंधित क्षेत्र के लोगों को लेमन ग्रास की खेती करने हेतु जागरूक किया जाए तथा फरवरी माह से ही पानी की उपलब्धता वाले क्षेत्रों में खेती शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि पहले किसानों को लेमन ग्रास की खेती करने हेतु विस्तार से बताया जाए तथा पूरी तरह प्रशिक्षित किया जाए।
उन्होंने वन प्रमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वन विभाग के खाली पड़े जमीन पर वृक्षारोपण कराया जाए।
बैठक में उपस्थित स्थानीय जनप्रतिनिधियों, पंचायत प्रतिनिधियों से अनुरोध किया गया कि वे अपने स्तर से लोगों को अफीम की खेती छोड़ने तथा लेमन ग्रास की खेती करने हेतु जागरूक करें। साथ ही अगर कहीं अफीम की खेती की सूचना प्राप्त होती है तो तुरंत थाना प्रभारी को इसकी सूचना उपलब्ध कराएं।
मानव व्यापार तथा बाल श्रम पर विचार विमर्श करने हेतु जिला पदाधिकारी श्री अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बताया गया कि मानव व्यापार तथा बाल श्रम करने वाले संगठित गिरोह हैं जो बच्चों के माता-पिता को, महिलाओं को नौकरी दिलाने, घरेलू काम का लोभ देकर ले जाते हैं तथा उनका शोषण, बाल श्रम के क्षेत्र में कार्य करने हेतु मजबूर कर देते हैं। अधिकतर महिलाओं को बेचने की भी सूचनाएं प्राप्त होती है।
बैठक में जिला पदाधिकारी ने उपस्थित सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, थाना प्रभारी को निर्देश दिया कि वे ऐसे मामलों पर सचेत रहें तथा संज्ञान में आने पर गंभीरता से कार्रवाई करें।उन्होंने निर्देश दिया कि बाल श्रम, महिलाओं का शोषण, बेचने की घटनाओं पर रोक लगाने हेतु पुलिस कानून के साथ-साथ सामाजिक जागरूकता भी चलावे। इस कार्यक्रम में आईसीडीएस, जिला कल्याण पदाधिकारी, बाल संरक्षण इकाई, श्रम विभाग एवं महिला विकास निगम के पदाधिकारी तथा कर्मियों का सहयोग प्राप्त करें।
बैठक में नगर पुलिस अधीक्षक श्री राकेश कुमार, वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री अभिषेक कुमार, अपर समाहर्त्ता श्री मनोज कुमार, अपर समाहर्त्ता (विभागीय जांच) श्री संतोष कुमार, एस०एस०बी० के कमांडेंट, एन०सी०बी० के पदाधिकारी, सहायक आयुक्त, मद्य निषेद्य, ज़िला कृषि पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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