आपदा प्रबंधन की समीक्षा


प्रमण्डल स्तर पर आपदा प्रबंधन की समीक्षा
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आपदा प्रबंधन की समीक्षा
आपदा प्रबंधन की समीक्षा करते आयुक्त श्री पाल

गया : आयुक्त, मगध प्रमंडल गया श्री पंकज कुमार पाल की अध्यक्षता में आयुक्त कार्यालय के सभागार में आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक की गई। बैठक में संयुक्त निदेशक कृषि, मगध प्रमंडल गया, श्री ए.सी. जैन ने मगध प्रमंडल के कृषि से संबंधित आंकड़े पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। उन्होंने कहा कि मगध प्रमंडल में 9,56,855 हेक्टेयर सफल फसल आच्छादन क्षेत्र है। वर्षापात 11 जुलाई तक गया में विगत वर्ष की तुलना में अधिक हुई है और मगध प्रमंडल के सभी जिलों में सरप्लस (अधिक वर्षा) हुई है। इसलिए धान के बिचड़े का शत-प्रतिशत अच्छादन हो गया है। इसके उपरांत उन्होंने कृषि विभाग की चल रही योजनाओं का बिंदुवार जानकारी दी । बताया गया कि समुदायिक नर्सरी हर प्रखंड के 10 एकड़ में कराई जाती है। किसान मध्यम अवधि वाले धान किस्म के बीज ,राजेंद्र श्वेता, का सर्वाधिक मांग करते हैं क्योंकि यह एक हेक्टेयर में 50 से 55 क्विंटल उत्पादन देता है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के अंतर्गत लंबित आवेदनों की समीक्षा की गई और पाया गया कि अपर समाहर्त्ता अंचलाधिकारी के स्तर पर सत्यापन हेतु आवेदन लंबित है। अपर समाहर्ता गया, औरंगाबाद एवं अन्य जिलों के आए प्रभारी को अतिशीघ्र जीरो करने का निर्देश दिया गया। उर्वरक के संबंध में बताया गया कि प्रमंडल के किसी भी जिले में उर्वरक की कमी नहीं है।

आपदा प्रबंधन की समीक्षा
आपदा प्रबंधन का टिप्स देते आयुक्त
उर्वरक की कालाबाजारी के लिए 290 छापेमारी की गई है। जिनमें 111 में अनियमितता पाई गई, जिसके विरुद्ध निलम्बन एवं स्पष्टीकरण की कार्रवाई की गयी है। आयुक्त महोदय ने उर्वरक निगरानी समिति की बैठक जिला स्तर एवं प्रखंड स्तर पर नियमित रूप से करने का निर्देश दिया। जैविक प्रोत्साहन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री तीव्र विस्तार योजना, मिनी कीट बीज वितरण के संबंध में भी प्राप्त उपलब्धि से अवगत कराया गया। तालाब एवं जलाशयों की स्थिति की समीक्षा की गई। उप विकास आयुक्त गया ने बताया कि गया में 1073 जलाशय हैं। जल शक्ति अभियान के अंतर्गत 233 तालाब बनवाए जाएंगे। इसके लिए अंचलाधिकारी एवं प्रोग्राम ऑफिसर के द्वारा संयुक्त सर्वे कराया गया है। उन्होंने बताया कि इसके पूर्व भी मनरेगा से 110 तालाब बनाए गए हैं। आयुक्त महोदय ने अतिक्रमण किए गए तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी जिलाधिकारी को पत्र प्रेषित करने को कहा कि मनरेगा का तालाब लघु सिंचाई विभाग से सर्वे कराने के उपरांत ही खुदवाया जाए। बैठक में आयुक्त के सचिव, क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी, उप निदेशक जन संपर्क सहित तमाम पदाधिकारी उपस्थित थे।

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