ऋतुराज बसंत का दस्तक, मन को हरित कर देता
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धूप की नर्मी में थोड़ी- थोड़ी गर्मी का अहसास
गया : बसंत ऋतु का आगाज होने की पहचान है आम मंज़र। आम्र वृक्ष में मंजर निकल आया है। समझो, मौसम में बहार आने वाला है। कंपकंपी वाले ठंड से अब निजात मिलने वाला है।
धूप की नर्मी में थोड़ी- थोड़ी गर्मी का अहसास होने लगा है। जो बदलते मौसम का एहसास कराता है।प्रकृति में सुहाना मौसम का आगाज होता जा रहा है। लोग ठंड से निजात पाते, खिली धूप का आनंद लेने लगे हैं। जो सबों को प्यारा लगने लगा हीं है, मन को भाने भी लगा है। ऐसे, सुहाना मौसम सबों को भाने लगा है।
आमवृक्ष में मंज़र : बसंत दस्तक |
उसका उदाहरण है आम वृक्ष में आम का मंज़र निकलना। वृक्ष मंज़र से भर गया है। जो हमें नयापन का अहसास कराता है। मंज़र से लदा वृक्ष प्रकृति में बदलाव का संकेत है। अब लोग खिली धूम में सुकून की साँस लेने लगे हैं। समझो, जाड़ा से छुटकारा मिलने वाला है। कुछ हीं दिनों में बसंत बहार आने वाला है।
वृक्षों में नए- नए पत्तियों का निकालना, नयापन और मौसम का मियाज बदलने का संकेत है। जिसे लोकबाग खुले दिल से स्वीकार करते हैं। गर्म कपड़ों से लदा शरीर हल्का हो जाता है। लोग स्वतंत्र महसूस करते हैं। यही ख़ासियत है बसंत ऋतु के आने का।
यही वजह है इस ऋतु के लोगों को इंतज़ार रहता है। यानि बसंत बहार, ऐसे मौसम में ना ज़्यादा ठंड होता है, और ना तो ज़्यादा गर्मी ही। सुहाना मौसम मनभावन होता है। जो लोगों का प्रिय है। सुकून भरा होता है, बसंतऋतु की आवोहवा। इस मौसम में मानव का मन चहक उठता है। चिड़ियों की चहचह से वातावरण गूँजित होती है। नई पत्तियों से पेड़- पौधे निखर उठती है। ऐसे में, मानव का हृदय खिलखिला उठता है। चहुँओर मौसम की ताजगी समाहित होती है। ऋतुराज बसंत का दस्तक, मन को हरित कर देता है।
➖AnjNewsMedia
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