गया जिले को भी आम बजट से भरोसा
आम बजट ( 2021- 22 ) से बिहारवासियों की उम्मीदें पूरी होगी या पूर्व की बजट की भांति जुमला सिद्ध होगी – कांग्रेस
गया : आम बजट (2021- 22) आने के पूर्व अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह मगध प्रमंडल कांग्रेस प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू, बिहार प्रदेश कांग्रेस व्यवसायिक प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष तारकेश्वर नाथ, जिला अध्यक्ष बबलू कुमार, कांग्रेस तकनीकी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अमित कुमार उर्फ रिंकू सिंह, इंटक के प्रदेश सचिव अशोक सिंह, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, कांग्रेस सेवादल के प्रदेश महासचिव अमरजीत कुमार, जिला मुख्य संगठक टिंकू गिरी आदि ने केंद्र सरकार से बिहार सहित मगध प्रमंडल के लिए वर्षों से लंबित, घोषित,एवम् आवश्य मांगो को शामिल करने की मांग प्रधानमंत्री , केंद्रीय वित्त मंत्री से किया है।
बिहार से झारखंड के अलग होने के उपरांत बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, विशेष आर्थिक पैकेज अभी तक ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है, सूबे के सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा नहीं मिलने, मोदी सरकार द्वारा बिहार के लिए घोषित सवा लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज नहीं मिलने,सहित कई केंद्रीय योजनाएं अभी तक लंबित है।
नेताओ ने मगध प्रमंडल के लंबित उत्तर कोयल सिंचाई परियोजना, तिलैया ढढ़र सिंचाई परियोजना, बंद पड़े गुरारू एवम् वारसलीगंज चीनी मिलों को चालू करने, ऐरू स्टील प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण कार्य शुरू करने, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गया शहर को स्मार्ट सिटी का दर्जा दिलाने, गया के विश्व प्रसिद्ध सीताकुंड मंदिर को रामायण सर्किट से जोड़ने,गया के विश्व पर्यटन मानचित्र पर स्थान होने के कारण गया से बंगलुरू, गया से अहमदाबाद, गया से मुंबई तक की सीधी ट्रेन शुरू करने, पूर्व मध्य रेलवे के सबसे वृहद गया जंक्शन को डिविजनल जोन बनाने आदि मांगे वर्षों पुरानी है।
नेताओ ने कहा की मोदी सरकार की सातवें बजट में क्या बिहार कि जनमानस की आकांक्षाएं पूरी होगी या पूर्व की छह बजट की तरह जुमला ही हाथ लगेगा।
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