पेयजल की समस्या पर समीक्षा
पदाधिकारियों को आयुक्त ने दिए कई अहम टिप्स
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आयुक्त पंकज कुमार पाल ने पदाधिकारियों के साथ की पेयजल संकट पर समीक्षा |
गया : नव पदस्थापित प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार पाल ने मगध प्रमंडल का कमान संभालते ही गया जिला की पेयजल समस्या का बिंदुवार समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने कार्यपालक अभियंता पीएचईडी से ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट के संबंध में जानकारी प्राप्त की। कार्यपालक अभियंता पीएचईडी विवेक कुमार ने बताया कि वर्तमान में वाटर लेवल 62 फिट पर चला गया है जबकि ठंडा के सीजन में यह 50 फीट पर रहता है। चुकि ग्रामीण क्षेत्र में इंडिया मार्क- 3 का चापाकल लगा हुआ है इसलिए ज्यादा समस्या नहीं है. चापाकल का प्रयोग ज्यादा हो रहा है इसलिए पानी कम दे रहा है। उन्होंने बताया कि गया के 8 प्रखंड में जल संकट ज्यादा है जबकि 4 प्रखंड में आंशिक है।कुल 66 पंचायतों में पेयजल का संकट है जहां 70 टैंकर एवं 41 ट्रॉली से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने बताया कि टैंकर की क्षमता 3500 लीटर है जिसे दिन में दो बार या तीन बार एक बसावट में पहुंचाया जा रहा है। एक टैंकर अमूमन 45 मिनट में खाली हो जाता है। ट्रॉली पर दो सिंटेक्स से, जिसकी क्षमता 2000 लीटर प्रति सिंटेक्स है, 4000 लीटर पहुंचाया जा रहा है। पानी की आपूर्ति मिनी जलापूर्ति योजना के तहत किए गए बोरिंग से प्राप्त किया जाता है। आयुक्त महोदय ने और 20 ट्रैक्टर की व्यवस्था कर और 20 ट्रॉली चलाने का निर्देश पीएचडी के कार्यपालक अभियंता को दिया।
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आयुक्त श्री पाल ने पदाधिकारियों के साथ की पेयजल संकट पर गहन विमर्श |
जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि 1500 चापाकल के लिए राइजर पाइप दिया गया है लेकिन राइजर पाइप लगाने पर भी चापाकल काम नहीं कर पा रहा है। मरम्मति गैंग के संबंध में पूछने पर कार्यपालक अभियंता ने बताया कि प्रत्येक प्रखंड में दो-दो गैंग कार्यरत है। आठ प्रखंड जहां की पानी की सबसे ज्यादा है जिनमें इमामगंज, डुमरिया, अतरी,बाराचट्टी, मोहड़ा, वजीरगंज, नीमचक बथानी, बांकेबाजार, शामिल है तथा मानपुर, डोभी, बेलागंज एवं परैया प्रखंड में आंशिक जल संकट है। ज्यादा जल संकट वाले आठों प्रखंड में दो की जगह 5-5 मरम्मति गैंग की प्रतिनियुक्ति हर हाल में करने का निदेश कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को दिया गया। तथा प्रत्येक मरम्मति गैंग के लिए अलग अलग वाहन की व्यवस्था करने का निदेश दिया गया। उन्होंने प्रखंड वार कार्यरत चापाकल एवं खराब चापाकल की स्थिति की समीक्षा की। तथा खराब चापाकल में से वैसे चापाकल जिनकी मरम्मति कराई जा सकती है उसे अतिशीघ्र मरम्मति करा देने का निर्देश दिया। उन्होंने पीएचईडी में कार्यरत 9 कनीय अभियंताओं को प्रखंडों से टैग कर संबंधित प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी से उनके प्रखंड में भ्रमण की स्थिति का क्रॉस चेकिंग करने का निर्देश जिलाधिकारी को दिया। शहरी क्षेत्र में जल आपूर्ति के समस्या की समीक्षा के क्रम में नगर आयुक्त नगर निगम गया कंचन कपूर ने बताया कि शहरी क्षेत्र में 53 वार्ड हैं जिनमें 12 वार्ड में स्थिति क्रिटिकल है वैसे वार्ड खास करके फल्गु नदी के पश्चिमी क्षेत्र वाले वार्ड में समस्या ज्यादा है उन्होंने कहा कि 61 पंपिंग स्टेशन है जिनमें से 56 कार्यरत हैं। वाटर लेवल नीचे चले जाने के कारण 4 पंपिंग सेट कार्य नहीं कर रहे हैं उनका फिल्टर चौक हो गया है। पानी डिस्चार्ज के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि अभी 60 से 70% पानी का डिस्चार्ज हो रहा है प्रत्येक स्टेशन में 25 से 75 एचपी का मोटर लगा है जो 90 एमएलडी पानी डिस्पोजल कर रहा है यानी 20 लीटर प्रति सेकंड पानी दे रहा है। पाइपलाइन 3 इंच से 24 इंच तक का बिछा हुआ है, राइजिंग पाइप 14 इंच से 24 इंच तक का है। मंगला गौरी पम्पिंग हाउस की क्षमता 24 लाख गैलरी है जहां 8-8 लाख गैलरी के तीन टावर लगे हुए हैं। ए डी बी प्रोजेक्ट के तहत 24 बोरिंग किया जाना था जिनमें से छह बोरिंग पर काम हो गया है और उनमें से एक बुढ़वा महादेव तथा वारिस नगर को पाइपलाइन से जोड़ा गया है। शहरी क्षेत्र में नगर निगम द्वारा 750 चापाकल लगवाया गया था जिनमे से 631 कार्यरत हैं। 152 प्याऊ में से 124 प्याऊ कार्यरत हैं। आयुक्त ने वैसे 4-5 प्याऊ जिनकी मरम्मति होने लायक है उन्हें दो तीन दिनों में तैयार करने का निर्देश दिया। नगर आयुक्त ने बताया कि नल जल योजना के तहत सभी 53 वार्डों में बोरिंग एवं ओवरहेड टैंक लगवाना है। आयुक्त ने वैसे 12 क्रिटिकल वार्ड में इसे तत्काल क्रियांवित कराने का निर्देश दिया। नगर पंचायत शेरघाटी के कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि शेरघाटी में 20 वार्ड हैं जहां 278 चापाकल कार्यरत हैं, 143 स्टैंड पोस्ट हैं। वार्ड संख्या 4 में समस्या रहती है जहां चार टैंकरों से पानी पहुंचाया जा रहा है। नगर पंचायत बोधगया के बारे में बताया गया कि वहाँ पेयजल की कोई समस्या नहीं है। टिकारी के कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि वहां 13 वार्ड हैं, जहां 151 चापाकल में से 127 कार्यरत हैं। आयुक्त ने नल जल योजना के तहत सभी नगर पंचायत मैं इसे तेजी से कार्य कराने का निर्देश दिया खास करके नगर पंचायत टिकारी के कार्यपालक अभियंता को उन्होंने तत्काल नल जल योजना के तहत कार्य प्रारम्भ कराने का निर्देश दिया। बैठक में नगर आयुक्त कंचन कपूर, आयुक्त के सचिव अफजाल उर रहमान, अपर समाहर्ता मो0 ब्लागुद्दीन, उप निदेशक जनसंपर्क नगेंद्र कुमार गुप्ता सहित तमाम पदाधिकारी उपस्थित थे।