आत्मनिर्भर के कृषि कार्यक्रमों से किसानों के फिरेंगे दिन
भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि के योगदा
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बिहार सूबे के मंत्री, कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग, डाॅ॰ प्रेम कुमार ने स्वंत्रता दिवस के अवसर पर किसानों को आत्म निर्भर कृषि के कार्यक्रमों के माध्यम से आर्थिक रुप से मजबूती दिलाने के संकल्प को दोहराते हुये कहा कि भारत सरकार ने किसानों को आत्म निर्भर बनाने के लिये एवं भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि के योगदान को देखते हुये एक लाख करोड़ रुपये के एग्री इन्फ्रास्ट्रकचर फंड की घोषणा किया है।
कृषिमंत्री डॉ प्रेम कुमार |
इसके माध्यम से किसानों की आवश्यकता के सभी घटकों बीज, सिंचाई, कृषि उपादान, यांत्रिकीकरण, कृषि ऋण, कृषि बीमा, विपणन आदि को बड़े पैमानें पर विकसित किया जा रहा है।
मंत्री ने कहा कि बिहार में पहले से किसानों को अपने उत्पाद को बेचने की छूट मिली हुई है वे अपने उत्पादों को अपने शहर या राज्य के दूसरे शहरों अथवा देश और विदेश में कहीं भी बेच सकते हैं। अब यह व्यवस्था पूरे देश में लागू हो गई है।
बिहार में 1 करोड़ 55 लाख 23 हजार 169 किसान डी॰बी॰टी॰ पोर्टल पर पंजीकृत हैं इसमें से करीब 1 करोड़ किसानों के खातों में प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत साल में 6000 रुपये की राशि भेजी जा रही है।
इसके अतिरिक्त विभिन्न आपदाओं के समय राज्य के 16 लाख से अधिक किसानों को इनपुट सब्सिडी योजना के माध्यम से राहत पहुॅचाई गई है।
बिहार राज्य को बीज के मामले में आत्म निर्भर बनाने के लिये बीज उत्पादक किसानों का ऑनलाइन पंजीकरण 20 अगस्त तक जारी है अभी तक 2495 किसानों ने ऑनलाइन आवेदन कर दिया है।
किसानों को गुणवत्तायुक्त बीज घरों तक पहुॅचाने की योजना की केन्द्र सरकार ने अन्य राज्यों को भी लागू करने के लिये दिशा- निर्देश जारी किया है। रबी में बीज के लिये भी ऑनलाइन आवेदन लिया जा रहा है जिसमें अभी तक 14 लाख 08 हजार 855 किसानों ने ऑनलाइन आवेदन कर दिया है।
-@AnjNewsMedia-