गया: कृषि मंत्री डा॰ प्रेम कुमार ने बिहार सरकार द्वारा पाॅच करोड चार लाख पचास हजार की लागत से तैयार मगध प्रमण्डल स्तरीय संयुक्त कृषि भवन, गया का उद्घाटन किया। इस भवन में संयुक्त कृषि निदेशक, शश्य, मगध प्रमण्डल के साथ ही गया जिला के सभी कृषि विभागीय कार्यालय स्थित रहेंगे। जिसमें जिला कृषि कार्यालय, आत्मा, उद्यान विभाग, भूमि संरक्षण, पौधा संरक्षण एवं मिट्टी जाॅच के कार्यालय भी स्थित होंगे। इसमें मिट्टी जाॅच प्रयोगशाला एवं पौधा संरक्षण प्रयोगशाला भी स्थित होगी। चार मंजिला इमारत में किसानों के प्रशिक्षण के लिये प्रशिक्षण हाॅल सहित लगभग एक सौ कमरे तैयार है।
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मंत्री ने 79.28 लाख रुपये की प्राक्किलत राशि से निर्मित होने वाले नापतौल विभाग की प्रयोगशाला-सह-कार्यालय का शिलान्यास भी किया। साथ ही भूमि संरक्षण विभाग की 15 योजनाओं जिनकी कुल लागत 27 लाख रुपये है का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसके अतिरिक्त मायापुर फतेहपुर में स्थित बीज गुणन प्रक्षेत्र के सुदृढीकरण कार्य का शिलान्यास किया।
अपने संबोधन में मंत्री ने कहा कि संयुक्त कृषि भवन के बन जाने से किसानों को कृषि विभाग की सभी योजनाओं की जानकारी एवं उनका लाभ एक ही स्थान से प्राप्त हो जायेगा। सभी कार्यालयों में बेहतर समन्वय होने से कार्य में तीवृता के साथ गुणवत्तायुक्त कार्य हो सकेंगें। उन्होंने कहा कि खरीफ मौसम में कम वर्षा होने के कारण उत्पन्न हुई सुखाड़ की स्थिति से निपटने के लिये सरकार द्वारा इनपुट सब्सीडी योजना अन्तर्गत बिहार के 24 जिलों से कुल 16 लाख 769 किसानों ने आवेदन किया है दिनांक 21.12.2018 तक 129 करोड 10 लाख 20 हजार 209 रुपये किसानों के खाता में भेजे जाने की स्वीकृति दी जा चुकी है। मगध प्रमण्डल में कुल 179145 किसानों ने आवेदन किया है जिसमें से 73505 किसानों के 145685 एकड़ खेत का सत्यान कृषि समन्वयकों के द्वारा किया गया है एवं एडीएम द्वारा 34631 किसानों के 27 करोड़ 33 लाख 56 हजार 114 रुपये की राषि बैंक खाता में भेजे जाने की स्वीकृति दी जा गई है। दिनांक 25.12.2018 तक सभी किसानों के खेत का सत्यापन करा लिया जायेगा एवं इस महीने के अंत तक सभी किसानों को राशि उनके बैंक खातों में उपलब्ध करा दी जायेगी।
उन्होंने बताया कि राज्य स्तर डीजल अनुदान के लिये 19 लाख 38 हजार 207 किसानों ने आवेदन दिया था जिसमें से 15 लाख 66 हजार 251 किसानों के आवेदन को स्वीकृत कर 195 करोड़ 06 लाख 82 हजार 616 रुपये की राशि खातों में उपलब्ध करायी गइ है जिसमें से मगध प्रमण्डल में डीजल अनुदान के लिये कुल 245819 किसानों ने आवेदन किया, 204525 आवेदन को स्वीकृत किया गया जिसकी कुल राषि 28 करोड़ 59 लाख 76 हजार 913 को किसानों के खातों में हस्तान्तरित किया गया है। जिन किसानों के खातों में राशि नहीं पहुॅची है वे अपने बैंक में दिखा ले कि उनका खाता आधार से सही प्रकार से लिंक है कि नहीं । उन्होंने बताया कि राज्य के 43,52,106 किसानों ने एवं मगध प्रमण्डल में 3 लाख 88 हजार 203 किसानों ने अबतक अपना पंजीकरण कृषि विभाग से करा लिया है, इसके साथ ही उन्होंने अभी तक पंजीकरण ना कराने वाले सभी किसानों से अपील की वे जल्दी से जल्दी अपना पंजीकरण कृषि विभाग से करा लें क्योंकि विभागीय योजनाओं का लाभ केवल पंजीकृत किसान ही उठा सकते हैं।
मंत्री ने कहा कि कृषि यांत्रिकीकरण योजना स्वीकृत है एवं किसान कृषि यंत्र क्रय करने के लिये आॅनलाईन आवेदन कर रहें है उन्होंने बताया कि मगध प्रमण्डल में 6470 किसानों ने विभिन्न यंत्रों को क्रय करने के लिये आवेदन किया है, जिसमें से 3029 किसानों के आवेदन को कृषि समन्वयक ने, 1957 आवेदनों को प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी ने एवं 1080 आवेदनों को जिला कृषि पदाधिकारी ने सत्यापित कर अग्रसारित किया जिससे 771 परमिट किसानों को प्राप्त हो गये है। उन्होने बताया कि शीघ्र ही कृषि यांत्रिकीकरण मेला का आयोजन भी किया जायेगा। मंत्री ने उद्यान विभाग द्वारा सब्जी एवं प्याज उत्पादक किसनों को सरकार द्वारा 90 प्रतिशत पर मात्र 40 रुपयें में उपलब्ध कराई जा रही प्लास्टिक क्रेट का वितरण भी किया। उन्होंने बताया कि कोई भी किसान अधिकतम 20 क्रेट प्राप्त कर सकता है। उन्होने बताया कि कम पानी में अधिक उपज को ध्यान में रखते हुये प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के उपघटक पर ड्राप मोर क्राॅप के अधीन सूक्ष्म सिंचाई योजना में 90 प्रतिशत अनुदान पर ड्रिप सिंचाई प्रणाली एवं 75 प्रतिशत अनुदान पर स्प्रींकलर सिंचाई प्रणाली उपलब्ध करायी जा रही है। किसान भाई इस योजना का लाभ लेने के लिये वेबसाईट पर आवेदन कर सकते हैं। उन्होने बताया कि योजना के लिये राज्य स्तर से स्प्रींकलर का 2469 हेक्टेयर एवं ड्रिप का 5479 हेक्टेयर का समेकित लक्ष्य निर्धारित है। अभी तक राज्य के 594 किसानों ने आनलाईन आवेदन किया है। मौके पर कार्यक्रम में मगध प्रमण्डल के संयुक्त निदेशक (शष्य) आभान्शु सी॰ जैन, उप निदेशक (शष्य) प्रक्षेत्र विजय शर्मा, उप निदेशक (शष्य) सामान्य संतोष कुमार उत्तम, उप निदेशक, पौधा संरक्षण मुकेश कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, गया अशोक कुमार सिन्हा, उप निदेशक (कृषि अभियंत्रण) भूमि संरक्षण, गया विजय प्रकाश, उप निदेशक रसायन (मिट्टी जाॅच प्रयोगशाला) गया जीवकान्त झा, उप निदेशक, उद्यान, गया राकेश कुमार, सहायक निदेशक, उद्यान गया ओम प्रकाश मिश्रा, सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण श्री संजय कुमार, उप परियोजना निदेशक, आत्मा, गया नीरज कुमार वर्मा, जिला परामर्शी सुदामा सिंह, प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, नगर विजय रजक, प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, मानपुर नवीन कुमार, विभिन्न प्रखण्डों के प्रमुख, पंचायतों के मुखिया, सांसद एवं विधायक प्रतिनिधि, भूमि संरक्षण विभाग के जलछाजन विकास दल, कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार एवं बड़ी संख्या में प्रगतिशील महिला एवं पुरुष किसान शिरकत किये।