गया ओटीए से देश की सेवा के लिए बने 96 सैन्य अधिकारी

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गया ओटीए से देश की सेवा के लिए बने 96 सैन्य अधिकारी, AnjNewsMedia
गया ओटीए पासिंग आउट परेड की प्रस्तुति : अंज न्यूज मीडिया 
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ओटीए गया के उपस्थित अधिकारीगण 
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पासिंग आउट परेड से देश की सेवा के लिए निकले 96 जाँबाज़

गया : अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी , गया का ड्रिल स्क्वायर अपनी १६वीं पासिंग आउट परेड के अवसर पर पेशेवर सैन्य वैभव और आकर्षण से सराबोर था | इस पासिंग आउट परेड में टेक्निकल एंट्री स्कीम कोर्स क्रमांक-३४ तथा  स्पेशल कमीशन ऑफिसर कोर्स क्रमांक-४३ के ०९ जेंटलमैन कैडेट को मिलाकर, कुल ९१ जेंटलमैन कैडेट अधिकारी के रूप में कमीशन प्राप्त किया |

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देश की सेवा के लिए तैयार जाँबाज़ : 96 कैडेट्स बने सैन्य अधिकारी

टेक्निकल एंट्री स्कीम कोर्स में भारतीय सेना अधिकारियो के आलावा ०४ भूटानी कैडेट भी  भूटानी सेना में कमीशन हुए| वही स्पेशल कमीशन ऑफिसर कोर्स के अन्तर्गत ०५ असम रायफल्स के कैडेट भी अधिकारी के रूप में कमीशन प्राप्त किए हैं | ६६ जेंटलमैन कैडेट, टेक्नीकल एंट्री स्कीम कोर्स क्रमांक- ४० के जेंटलमैन कैडेट अपना एक वर्षीय बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर तकनीकी शिक्षा हेतु देश के विभिन्न सैन्य तकनीकी संस्थानों जैसे – मिलिट्री कॉलेज ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकनिकल इंजीनियरिंग, सिकंदाराबाद, मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलिकम्यूनिकेशन्स इंजीनियरिंग, मऊ एवं कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग, पुणे से इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री प्राप्त करने के लिए गए |जेंटलमैंन कैडेट, सैन्य एवं असैन्य गणमान्य व्यक्तियों, कैडेटों के पारिवारिक सदस्यों की उपस्थिति तथा उनके सौम्य मनोहर ड्रिल की छटा इस क्षण को महत्वपूर्ण बना रही थी |

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नगो मिंह तिएन, डिप्टी चीफ़ ऑफ जनरल स्टाफ़
 वियतनाम पीपल्स आर्मी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद, संबोधित करते

​लेफ्टिनेंट जनरल न्गों मिंग थिएन, डिप्टी चीफ ऑफ़ जनरल स्टाफ, वियतनाम पीपल्स आर्मी,  इस मनोरम अवसर के निरीक्षण अधिकारी थे| निरीक्षण अधिकारी का परेड स्थल पर आगमन सैन्य वैभव से परिपूर्ण सुसज्जित बग्घी से  हुआ | उनकी आगवानी मुख्य मेजबान लेफ्टिनेंट जनरल पी.सी.थिमय्या, पी.वी.एस.एम, वी.एस.एम, जी.ओ.सी-इन-सी, आर्मी ट्रेनिंग कमान, के द्वारा की गई | निरीक्षण अधिकारी ने लेफ्टिनेंट जनरल सुनील श्रीवास्तव वीएसएम एवं बार, कमांडेंट, अफसर प्रशिक्षण अकादमी, गया के साथ परेड का निरीक्षण किया |
​परेड के आरंभ में कैडेट्स ने निरीक्षण अधिकारी को एक शानदार मार्च पास्ट करते हुए सलामी दी गई | निरीक्षण अधिकारी ने प्रशिक्षण के दौरान अच्छा प्रदर्शन करने वाले जेंटलमैन कैडेट्स को पुरस्कृत किया | श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जेंटलमैन कैडेटो मे विंग केडेट कप्तान शिवम सिंह को प्रतिष्ठित ‘स्वोर्ड ऑफ ऑनर’ प्रदान कर सम्मानित किया |
इसके अलावा प्रशिक्षुओं को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक श्रेणी के अनुसार क्रमशः  विंग केडेट कप्तान शिवम सिंह, विंग कैडेट कप्तान शुभम साहनी एवं विंग कैडेट क्वाटर मास्टर कामत अभिषेक गोपालकृष्णा को प्रदान किया गया | एस.सी.ओ कोर्स में सभी क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले जेंटलमैन कैडेट्, अकादमी केडेट एडजुटेंट बिकाश राय को रजत पदक से सम्मानित किया गया | शीत सत्र-२०१९ के प्रशिक्षण काल में सभी क्षेत्रों अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षु कंपनी, गुरैज कंपनी को प्रतिष्ठित ‘चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ’ बैनर प्रदान किया गया |

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​परेड में शामिल ०६ वियतनामी कैडेट समेत सभी कैडेटों को संबोधित करते हुए, जनरल थिएन ने जेंटलमैन कैडेट्स को उनके बेहतरीन ड्रिल प्रदर्शन के लिए बधाई दी, उन्होंने उनके गौरवशाली भविष्य की मंगलकामना करते हुए कहा कि आपका भविष्य निःस्वार्थ और गौरव मयी सेवा से भरा हो| उन्होने यह भी कहा कि सैनिकों को अपने जीवन में सैन्य गुण और सद्भाव को आत्मसात करना चाहिए |
​अभिभावकों को धन्यवाद देते हुए जनरल थिएन ने कहा कि जेंटलमैन कैडेट्स के माता-पिता उन भाग्यशाली लोगों में से हैं जिनके बच्चों को देश की सेवा करने का अवसर मिलेगा। जेंटलमैन कैडेट के माता-पिता अपने वार्ड को भारतीय सेना के कमीशन अधिकारी के रूप में देख कर गर्व महसूस कर रहे थे|
ओ.टी.ए. गया की स्थापना १८ जुलाई २०१९ में आदर्श वाक्य ‘शौर्य, ज्ञान, संकल्प’ (करेज, नॉलेज एवं रिसाल्व)  के साथ हुई | अभी यह अकादमी स्पेशल कमीशन ऑफिसर और टेक्नीकल एंट्री स्कीम जो टी.इ.एस और एस.सी.ओ के रूप में क्रमशः जाने जाते हैं उनका प्रशिक्षण चला रही है | इसमें टी.ई.एस के प्रशिक्षु १०+०२ की शिक्षा के बाद अकादमी में प्रवेश पाते हैं और प्रशिक्षण प्राप्त कर सशस्त्र सेना का हिस्सा बनते हैं | टेक्नीकल एंट्री स्कीम में प्रवेश पाने वाले कैडेट एक साल का बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर अभियन्त्रिक प्रशिक्षण के लिए देश स्थित सैन्य अभियन्त्रिक संस्थान जाते हैं और तीन वर्षों का तकनीकी प्रशिक्षण पूरा कर वे कमीशन पाते हैं |

– रिपोर्ट। : अशोक कुमार अंज, लेखक- फ़िल्मा पत्रकारबाबू

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