गया जिला परिषद अध्यक्ष की कुर्सी पर पुन: होगा करुणा की ताजपोशी : कुर्सी बरकरार

पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष करूणा देवी का हुआ ज़िंदाबाद

HC कोर्ट के फैसले के बाद बिहार चुनाव आयोग ने करूणा को ससम्मान पद पर लौटाया
आज जीत की ऐतिहासिक दिवस, ख़ुशियों का पल

गया जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी देवी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आते ही जिला परिषद की कुर्सी ख़ाली थी। नए अध्यक्ष बनाने की पूर ज़ोर पहल चल रही थी। इसी बीच पटना HC कोर्ट के फैसले के बाद बिहार चुनाव आयोग ने करूणा देवी को जिला परिषद की कुर्सी पर ससम्मान पद पर लौटाया।
गया जिला परिषद अध्यक्ष की कुर्सी पर पुन: होगा करुणा की ताजपोशी : कुर्सी बरकरार, AnjNewsMedia
गया जिला परिषद अध्यक्ष की कुर्सी पर फिर होगी करुणा की ताजपोशी : कुर्सी बरकरार 
इस तरह न्याय की जीत उपरांत कल उनकी पुन: धूमधाम से ताजपोशी होगी। अब जिला परिषद के कार्यकाल का समय भी बहुत ही कम बचा है। तकरीबन डेढ़ साल का वक़्त शेष बचा है, जिले के विकास के लिए। पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष करूणा देवी पुन:  अपने पद पर  वापस होकर कमान सँभालेंगीं। कोर्ट में उनके प्रति जो मामला है उसमें उन्हें न्याय मिला है।  क्योंकि वक़्त बहुत ही कम बचा है। ऐसे में अब उलझनों में वक़्त बिताना अच्छा नहीं। वे न्याय के साथ विकास करने वाली जिला परिषद अध्यक्ष हैं। जो सबों के लिए विश्वसनीय हैं हीं, सबों को साथ लेकर चलने वाली हैं। जिससे किसी को कोई दिक्कत नहीं होने वाली है। राजनीति से ऊपर उठ कर अब विकास की ज़रूरत है। उठा-पटक की राजनीति से कहीं, अच्छा होगा पद की गरिमा को बनाए रख कर जिले में उत्थान कार्य को प्राथमिकता के साथ करना। जिसके लिए जनता ने उन्हें अपना बहुमूल्य वोट देकर जिला परिषद में भेजा। उस गरिमा का भी पूरा ख़्याल रखना चाहिए। अध्यक्ष पद की लड़ाई में जिले का विकास कार्य बाधित है। इसका भी पूरा ख़्याल रखना होगा। पद की गरिमा विकास से बढ़ती है, ना की राजनीति की उठा-पटक से।  बात विकास की होनी चाहिए, जिससे उत्थान को गति मिले। सदा विकास का इतिहास रचनी चाहिए। नव वर्ष-2020 में नई क़िस्मत की बुलंदी के साथ अपने पद पर वापस लौटेगीं करूणा। नव वर्ष का प्रयास सुहाना होगा, ऐसी उम्मीद। सकारात्मक राजनीति हो, क्योंकि उलझनों की बात से विकास बाधित है। विदित हो गया में जिला परिषद सदस्यों की कुल संख्या 46 है। अब वक़्त आ गया है सहमति बना कर कार्य करने का। अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद से जिला परिषद अध्यक्ष की कुर्सी रिक्त है। अब जिला परिषद सदस्य करूणा की वापसी से अध्यक्ष पद बरकरार होगा।  मान- सम्मान के साथ उन्हें अध्यक्ष पद पर पुन: कल बैठाया जाएगा। उन्हें भाग्य पूरा साथ दिया है। वे कोर्ट के मामले से न्याय हासिल कर, पद पर लौटेंगी। नव वर्ष में उनके अच्छे दिन आ गए हैं। बहुत राजनीति हुई, अब राजनीति का वक़्त नहीं। विकास का वक़्त आ गया है। कम समय में हीं जिले के विकास का इतिहास गढ़नी है। सभी पार्षदों को वास्तविक हक मिलेगा, किसी को नाराजगी नहीं झेलनी पड़ेगी। क्योंकि यह ऐसा सामान्य वक़्त है कि ना तो पक्ष है और ना हीं विपक्ष। बस, अध्यक्ष मान- सम्मान से जिले का गौरव- गरिमा बनी रहेगी। वक़्त, पक्ष- विपक्ष का नहीं, पुन: अध्यक्ष करूणा देवी की ताजपोशी की है।
परंतु इसी बीच कोर्ट की फैसले से बात बनी, करूणा देवी अध्यक्ष पद को फिर सुशोभित करेंगीं। अध्यक्ष पद की कुर्सी की गरिमा बढ़ाएँगी। इतिहास रचेंगे गया जिले का पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष करूणा देवी। वो दिन दूर नहीं ! उठापटक से ऊपर उठ कर जिले की भलाई होगी। पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष करूणा की उम्मीद ज़िंदा रही यही वजह है कि आज ज़िंदाबाद हो गया। उनकी न्यायिक जीत हुई। इस फैसले के बाद करूणा देवी ने कहा कि न्याय की जीत है। न्याय के बदौलत जिला परिषद की कुर्सी मुझे पुन: मिली।
वहीं जिला परिषद सदस्य डां. नंदकिशोर प्रसाद यादव ने कहा कि ये सच्चाई की जीत है। न्यायिक जीत के उपरांत करूणा देवी की फिर ताजपोशी होगी। जिला परिषदों अपार खुशियाँ है, सभी हर्ष विभोर हैं। जीत से बांछें खिल उठा। नव वर्ष की नई उम्मीद के साथ जिले का उत्थान होगा। यह जीत, महा विजय की प्रतीक है। शान से सिंहासन संभालेंगी करूणा देवी। सच, आज जय हो गया, जय हो। समझो, सब बलेबले !  लौटेगी रौनक।

रिपोर्ट :- अशोक कुमार अंज, लेखक- फिल्मी पत्रकारबाबू

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