बिहार सूबे के गया जिला 14वाँ धूम्रपान मुक्त जिला बना
जिला पदाधिकारी ने जिलावासियों से सार्वजनिक स्थानों पर तम्बाकू/धूम्रपान न करने की अपील की,
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जिला प्रशासन उल्लंघनकर्ताओ के खिलाफ़ चलाएगा सघन अभियान, सार्वजनिक स्थानों पर तम्बाकू सेवन करने वालों को किया जाएगा दण्डित
धूम्रपान मुक्त जिला बना गया |
गया जिला पदाधिकारी अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में धूम्रपान मुक्त घोषणा समारोह का आयोजन किया गया, उक्त समारोह में जिले के सभी वरीय पदाधिकारियों द्वारा धूम्रपान मुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किया गया तथा सम्पूर्ण जिले को धूम्रपान,तम्बाकू मुक्त बनाए रखने की शपथ ली।
तम्बाकू नियंत्रण हेतु राज्य सरकार की तकनीकी सहयोगी संस्था सोशियो इकोनॉमिक एण्ड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाईटी (सीड्स) के कार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा ने बताया कि राज्य सरकार एवं सीड्स के द्वारा संयुक्त रूप से राज्य के सभी 38 जिलो में चलाए जा रहे तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत तम्बाकू नियंत्रण अधिनियम COTPA-2003 की विभिन्न धाराओ के अनुपालन की स्थिति जानने हेतु राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा समय समय पर स्वतंत्र एजेंसी से अनुपालन सर्वेक्षण कराया जाता है।
तथा उस अनुपालन प्रतिवेदन के आधार पर COTPA -2003 की धारा 4 (सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर प्रतिबंध) के अनुपालन की बेहतर स्थिति के अनुसार जिलों को धूम्रपान मुक्त घोषित किया जाता है
राज्य के 13 जिलों यथा मुंगेर, कटिहार, पटना, लखीसराय, मधेपुरा, सहरसा, वैशाली, गोपालगंज, मधुबनी, खगड़िया, दरभंगा, समस्तीपुर और वैशाली को पूर्व में ही धूम्रपान मुक्त घोषित किया जा चुका है | उन्होंने बताया कि जिला पदाधिकारी द्वारा आज गया को राज्य के 14वें जिले के रुप में धूम्रपान मुक्त जिला घोषित किया गया है|
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला पदाधिकारी अभिषेक सिंह ने समस्त जिला वासियों से अपील करते हुए कहा की धूम्रपान के बाद अब हमलोगों को जिले को तम्बाकू मुक्त जिला बनाने की मुहिम शुरू करनी है,
ताकि हमारा आने वाली पीढ़ियों को तम्बाकू के दुष्प्रभावों से बचाया जा सके। जिला पदाधिकारी ने तम्बाकू नियंत्रण हेतु जिले में गठित त्रिस्तरीय छापामार दस्ते के सभी सदस्यों को शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के अंदर अवस्थित सभी तम्बाकू उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को हटवाते हुए नियमित रूप से छापामारी करने का निर्देश दिया।
गया जिला को स्मोक फ्री डिस्ट्रिक्ट घोषित करते हुए जिला पदाधिकारी अभिषेक सिंह ने कहा कि गया जिला को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित करते हुए प्रसन्नता हो रही है।
इस कार्य हेतु ज़िला पदाधिकारी द्वारा गया जिले की आम जनता, शैक्षणिक संस्थानों, सिड्स, जिले के मीडिया, जिला स्तरीय पदाधिकारी, अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारी, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी, नगर निगम के नगर आयुक्त सहित अन्य पदाधिकारी, नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के सभी पदाधिकारी, पुलिस विभाग के सभी पदाधिकारी सहित जिले के सामाजिक संस्थाओं को धन्यवाद एवं बधाई दिया गया।
उन्होंने कहा कि अब हमारा अगला अभियान गया जिले को तंबाकू मुक्त जिला (टोबैको फ्री डिस्ट्रिक्ट) बनाने का होगा।
जिलाधिकारी ने जिला तंबाकू नियंत्रण समन्वयक समिति की बैठक में गया को स्मोक फ्री जिला घोषित करते हुए कहा कि गया जिले में 2016 से यह अभियान चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस अभियान से पूर्व से भी मैं जुड़ा हूं। पहले सिगरेट पीना लोग स्ट्रांग पर्सनैलिटी का परिचायक समझते थे।
वर्ष 2003 में कोटपा अधिनियम के कारण देश में तंबाकू नियंत्रण पर काफी हद तक सफलता प्राप्त किया गया है।
उन्होंने बताया कि धूम्रपान करना एक खतरनाक आदत है जहां छोटे-छोटे बच्चे हैं वहां तो स्थिति और भी अधिक नाजुक बन जाती है। तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को अभियान के रूप में चलाए जाने के काफी अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं।
हर स्तर पर तंबाकू नियंत्रण के कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग मिला है। केंद्र सरकार, राज्य सरकार, सरकार के सभी कार्यालय, शैक्षणिक संस्थानों, सामाजिक संस्थानों एवं मीडिया जगत का इस अभियान को चलाने में काफी सहयोग मिला है।
अब सार्वजनिक स्थलों यथा सिनेमा हॉल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सार्वजनिक सड़क, शिक्षण संस्थानों, कार्यालयों सहित अन्य स्थानों पर धूम्रपान करना एक दंडनीय अपराध है। जिलाधिकारी ने कहा कि इस अभियान को सफल करने में और अधिक यात्रा करनी होगी।
समाज के आम लोगों के बीच जाकर तंबाकू के सेवन पर पूर्ण नियंत्रण लगाने हेतु कार्य करने होंगे। लोगों को तंबाकू का सेवन नहीं करने हेतु प्रेरित एवं जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कोविड-19 से लड़ रहे हैं उसी प्रकार हमें तंबाकू को समाप्त करने हेतु लड़नी होगी।
जिला पदाधिकारी ने जिला वासियों से अपील किया है कि आप तंबाकू से तैयार होने वाले सभी पदार्थों यथा बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, खैनी, हुक्का इत्यादि को छोड़े क्योंकि इनके द्वारा अनेक बीमारियां होती हैं।
आपके सहयोग से गया जिला धूम्रपान मुक्त जिला आज घोषित हुआ है। हम लोगों का प्रयास होगा कि गया को तंबाकू मुक्त जिला बनाने हेतु हम सब मिलकर प्रयास करेंगे हमें आशा है कि इस अभियान में हम अवश्य सफल होंगे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सिविल सर्जन डॉ शिव नारायण सिंह ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। तम्बाकू नियंत्रण के जिला नोडल पदाधिकारी डॉ फ़िरोज़ अहमद ने जिले में की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी।
सीड्स के कार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से गया जिले के तम्बाकू नियंत्रण की पूरी यात्रा का विवरण पेश करते हुए कहा कि धूम्रपान मुक्त जिला घोषित होने के बाद अब जिला वासियों की जिम्मेवारी और बढ़ जाएगी।
मिश्र ने बताया कि राज्य सरकार अब पूरे राज्य को नशामुक्त बनाने हेतु कृतसंकल्पित है। तम्बाकू पर प्रतिबंध लगाये बिना नशामुक्त बिहार की परिकल्पना नहीं कि जा सकती है।
धूम्रपान मुक्त घोषणा कार्यक्रम में वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा, उप विकास आयुक्त किशोरी चौधरी, नगर आयुक्त गया नगर निगम सावन कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सदर इंद्रवीर कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक नीलेश कुमार, सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी सहित सभी पदाधिकारी उपस्थित थे।
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