मद्य निषेध हेतु आयुक्त ने दिलाई शपथ
कर्मियों को मद्य निषेध का शपथ दिलाते कमिश्नर श्री पाल Advertisement
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गया : मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, बिहार द्वारा मद्य निषेध के प्रति जागरूकता पैदा करने हेतु सभी सरकारी कर्मियों से मदिरा का सेवन नहीं करने और दूसरे लोगों को भी इससे दूर रहने के लिए प्रेरित
मद्य निषेध का शपथ लेते आयुक्त कार्यालय के कर्मियों |
करने का संकल्प लेने हेतु दिए गए निदेश के आलोक में आयुक्त, मगध प्रमंडल, गया पंकज कुमार पाल की अध्यक्षता में आयुक्त कार्यालय के सभी पदाधिकारीगण एवं कर्मिगण ने शपथ लिया की मैं(नाम एवं पदनाम) आज आयुक्त कार्यालय के प्रांगण में सत्यनिष्ठा के साथ यह शपथ लेता हूं कि मैं आजीवन शराब का सेवन नहीं करूंगा। मैं कर्तव्य पर उपस्थित रहूं या ना रहूं अपने दैनिक जीवन में भी शराब से संबंधित गतिविधियों में किसी प्रकार से शामिल नहीं होऊंगा। शराबबंदी को लागू करने के लिए जो भी विधि सम्मत कार्रवाई अपेक्षित है, उसे करूंगा। यदि शराब से संबंधित किसी भी गतिविधि में शामिल पाया जाऊंगा तो नियमानुसार कठोर कार्रवाई का भागीदार बनूंगा। कार्यक्रम का समापन सधन्यवाद किया गया।
डीएम की विभागीय समीक्षा और शपथ
कर्मियों को मद्य निषेध का शपथ दिलाते डीएम अभिषेक सिंह |
गया : समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में साप्ताहिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में बताया गया कि विगत शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं बिहार सरकार द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बताया गया कि बिहार में एक नया कैंपेन स्कीम लॉन्च किया जा रहा है। जो जल जीवन हरियाली अभियान है। यह अभियान सभी प्रखंड सभी पंचायत एवं सभी नगर निकाय तक जागरूक करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गया जिला में जितने जलाशय हैं, कुएं, पाइन, आहर, तालाब, पोखर इत्यादि हैं सब का जीर्णोद्धार किया जाना है। उन्होंने कहा कि वैसे तालाब, पोखर, कुएँ हैं जिनका अस्तित्व अब खत्म हो चुका है या जिनका अतिक्रमण हो चुका है, उन सबों को चिन्हित करवाने का निर्देश अपर समाहर्ता राजस्व राजकुमार सिन्हा को दिया गया। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण से घिरे हुए तालाब, पोखर, कूएँ का जिओ टैगिंग कर फोटोग्राफ 1 सप्ताह के अंदर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने अपर समाहर्ता को एरियल सर्वे कराने का निर्देश दिया साथ ही जितने तालाब पोखर कुएँ का अस्तित्व खत्म हो चुका है या उनपर अतिक्रमण है, सभी का रिकॉर्ड खंगालने का निर्देश दिया गया और कहा गया कि हल्का कर्मचारी का एक टीम बनाकर उसे कार्य करवाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इसके अलावा किसी अन्य विभागों द्वारा यदि पहले कभी जलाशय बनाए गए थे या जलाशय बनाया गया है, वे सभी अपने स्तर से जियो टैगिंग कराकर फोटोग्राफ के साथ विस्तृत जानकारी के साथ उन सभी जलाशयों का रिपोर्ट 1 सप्ताह के अंदर उपलब्ध करा दें। उन्होंने कहा कि 1 हेक्टेयर या उससे बड़ा जलाशय का जीर्णोद्धार लघु सिंचाई विभाग द्वारा कराया जाएगा एवं एक हेक्टेयर से कम वाले जलाशयों का कार्य मनरेगा के तहत कराया जाएगा। बैठक में बताया गया कि 956 जलाशय 1 हेक्टेयर से बड़े हैं। उन्होंने उन सभी का प्राक्कलन तैयार करवाने का निर्देश दिया गया।
बैठक में प्रशिक्षु वरीय उप समाहर्ता द्वारा बताया गया कि डुमरिया प्रखंड में अब तक एक भी प्लांटेशन कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है। इसके लिए जिलाधिकारी ने प्रखंड कृषि पदाधिकारी डुमरिया से स्पष्टीकरण की मांग की। उन्होंने सभी प्रखंड के वरीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सोकपिट का निर्माण, रिचार्ज बोरेबल या बिल्डिंग वाटर हार्वेस्टिंग के तहत फिल्ट्रेशन की व्यवस्था करें ताकि गंदा पानी फिल्टर हो करके ही जमीन के अंदर प्रवेश हो।
उन्होंने सभी सरकारी कार्यालयों में 15 दिनों के अंदर सोकपिट का निर्माण करवाने का निर्देश दिया। उन्होंने जिला स्तरीय सभी पदाधिकारी को सुझाव दिया कि अगर कहीं सरकारी जमीन या वन विभाग की जमीन है तो चेकडैम बनवाएं जिससे जल संचय किया जा सके। उन्होंने बोधगया नगर पंचायत एवं शेरघाटी नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को बड़ा जलाशय या छोटा जलाशय उन सभी जलाशयों को चिन्हित कर अगले 3 दिनों में जियो टैगिंग कराकर रिपोर्ट भेजने का निदेश दिया। उन्होंने निदेशक डीआरडीए श्री संतोष कुमार को निर्देश दिया कि अब तक जिन कार्यालयों से कितने प्लांटेशन किया जाना है से संबंधित रिपोर्ट नहीं आया है तो उन सभी कार्यालयों के पदाधिकारी के विरुद्ध स्पष्टीकरण की मांग करें।
उन्होंने नगर आयुक्त नगर निगम को निर्देश दिया कि गया नगर निगम क्षेत्र में जितने मॉल, सुपरमार्केट, होटल इत्यादि हैं उन सभी को रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग बनवाना अनिवार्य है। उन्होंने नगर आयुक्त को अगले 1 महीने में रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम डिवेलप करवाने का निर्देश दिया।
गया जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में अन्य विभागों द्वारा लगवाए गए सभी चापाकलों का रख-रखाव पीएचइडी को करने का निर्देश दिया गया। साथ ही जितने भी चापाकल डिफंड(खराब) हो चुके हैं उन्हें जल्द से जल्द उखड़वाने का निदेश दिया। बैठक में अन्य विभागों की भी समीक्षा की गई।
मद्य निषेध का शपथ लेते समाहरणालय के कर्मियों |
बैठक के समापन के अवसर पर मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, बिहार द्वारा मद्य निषेध के प्रति जागरूकता पैदा करने हेतु सभी सरकारी कर्मियों से मदिरा का सेवन नहीं करने और दूसरे लोगों को भी इससे दूर रहने के लिए प्रेरित करने का संकल्प लेने हेतु दिए गए निदेश के आलोक में जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में सभी पदाधिकारीगण ने शपथ ली की मैं(नाम एवं पदनाम) आज दिनांक 29 जुलाई, 2019 को समाहरणालय सभागार के प्रांगण में सत्यनिष्ठा के साथ यह शपथ लेता हूं कि मैं आजीवन शराब का सेवन नहीं करूंगा। मैं कर्तव्य पर उपस्थित रहूं या न रहूं अपने दैनिक जीवन में भी शराब से संबंधित गतिविधियों में किसी प्रकार से शामिल नहीं होऊंगा। शराबबंदी को लागू करने के लिए जो भी विधि सम्मत कार्रवाई अपेक्षित है, उसे करूंगा। यदि शराब से संबंधित किसी भी गतिविधि में शामिल पाया जाऊंगा तो नियमानुसार कठोर कार्रवाई का भागीदार बनूंगा। कार्यक्रम का समापन सधन्यवाद किया गया।
बैठक में नगर आयुक्त नगर निगम सावन कुमार, उप विकास आयुक्त किशोरी चौधरी, जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम कृष्ण मोहन प्रसाद, अपर समाहर्त्ता राज कुमार सिन्हा, जिला भू अर्जन पदाधिकारी, सिविल सर्जन राजेन्द्र प्रसाद सिन्हा एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।