गया में मानव श्रृंखला की तैयारी में जिला प्रशासन


मानव श्रृंखला को लेकर उन्मुखीकरण कार्यशाला
– एएन मीडिया प्रस्तुति

गया : जल-जीवन-हरियाली, बाल विवाह व दहेज प्रथा उन्मूलन एवं नशा बंदी के समर्थन में 19 जनवरी 2020 को बनाई जाने वाली मानव श्रृंखला को लेकर जागरूकता एवं उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन गया संग्रहालय, गया के सभागार में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय मंत्री शिक्षा विभाग,बिहार सह प्रभारी मंत्री गया जिला श्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा के कर कमलों से द्वीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। इसके पूर्व जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह द्वारा माननीय मंत्री जी को पुष्पगुच्छ प्रदान कर उनका हार्दिक अभिनंदन किया गया। उप विकास आयुक्त श्री किशोरी चौधरी द्वारा जिलाधिकारी गया को पुष्प गुच्छ प्रदान किया गया। वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा को निदेशक डीआरडीए द्वारा एवं नगर आयुक्त श्री सावन कुमार को जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा पुष्प गुच्छ प्रदान कर सम्मानित किया गया।

गया में मानव श्रृंखला की तैयारी में जिला प्रशासन, AnjNewsMedia
मानव श्रृंखला की तैयारी में जिला प्रशासन! कार्यशाला को संबोधित करते डीएम 

इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि जल-जीवन-हरियाली योजना दक्षिण बिहार के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हम देख रहे हैं विगत वर्षों में लगातार जलवायु में परिवर्तन हो रहा है। ठंडा, गर्मी एवं बारिश का समय परिवर्तित हो रहा है। समय पर वर्षा नहीं होने के कारण कृषि प्रभावित हो रहा है। पेयजल की आपूर्ति टैंकरों से करनी पड़ रही है। इस वर्ष 186 टैंकरों के माध्यम से प्रभावित गांव में पानी पहुंचाया गया। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ज्यादा गांव प्रभावित रहे हैं। साथ ही जून के महीने में हीट स्ट्रोक के कारण 48 लोगों की जान चली गई। यह सभी संकेत हमें आने वाले विपत्तियों की ओर इशारा करती है। अगर समय रहते हम ना चेते तो इसके दुष्परिणाम हमारे भावी पीढ़ी को भुगतने पड़ेंगे। हीट स्ट्रोक का कारण ग्राउंड वाटर, सरफेस वाटर एवं हरियाली की कमी रही। इन्हीं समस्या को देखते हुए तथा इनका स्थाई निराकरण के लिए जल-जीवन-हरियाली योजना बनाई गई है और 19 जनवरी 2020 को बनाई जाने वाली मानव श्रृंखला इसी के समर्थन में रहेगा साथ ही सदियों से चली आ रही कुरीति बाल विवाह व दहेज प्रथा एवं नशाखोरी के उन्मूलन हेतु माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा चलाए गए अभियान के समर्थन में भी मानव श्रृंखला बनाए जाना है। यह तीनों मुद्दे समाज की भलाई से जुड़े हुए हैं। यह ना किसी पार्टी का, ना किसी व्यक्ति विशेष का। यह आम लोगों का मुद्दा है। इसलिए आप सभी जनप्रतिनिधि को आगे आकर इसके निर्माण में अपनी भूमिका अदा करनी होगी। उन्होंने कहा कि गया जिले में 516 किलोमीटर में मानव श्रृंखला का निर्माण किया जाएगा। जिसके 170 किलोमीटर मुख्य मार्ग एवं 346 किलोमीटर उप मुख्य मार्ग शामिल है। 1 किलोमीटर के लिए पंद्रह सौ लोगों की आवश्यकता का आकलन किया गया है। इसलिए सभी जनप्रतिनिधि, सभी मुखिया को प्रत्येक वार्ड से डेढ़ से दो हजार लोगों को इस निर्माण में शामिल करना होगा। और इसके लिए उनके बीच जागरूकता लाना होगा क्योंकि यह मानव श्रृंखला आप का कार्यक्रम है।
वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुनः दोहराया कि 19 जनवरी 2020 को बनाई जाने वाली मानव श्रृंखला संपूर्ण मानव समाज के लिए है। ना किसी व्यक्ति विशेष, ना किसी दल और ना ही यह सिर्फ सरकारी कार्यक्रम है। प्रशासन इसमें व्यवस्था करेगी लेकिन यह पूरी तरह से आम लोगों का कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि जल जीवन हरियाली योजना से पूरे समाज का भला होगा। बाल विवाह कोई नहीं चाहता है ना ही दहेज प्रथा का कोई समर्थन करता है। नशाबंदी से समाज में अमन चैन कायम हुआ है इसलिए 19 जनवरी को इस कार्यक्रम के माध्यम से संपूर्ण विश्व को संदेश देने का काम करें।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माननीय मंत्री शिक्षा विभाग, बिहार सरकार ने कहा कि प्राचीन समय में खेतों की सिंचाई के लिए बड़े-बड़े पोखर, आहर, पाइन का निर्माण करवाया गया था। हर गांव में कुआं था। धीरे-धीरे हमने इन जल स्रोतों को भुला दिया। जिसके परिणाम स्वरुप वे सूख गए। यह हमारी गलती थी। आज सरफेस वाटर नहीं रहने के कारण ग्राउंड वाटर में भी कमी आई। हमारे पूर्वजों ने जिन वृक्षों को लगवाया उन्हें हम काटते गए। हमने इसके दुष्परिणामों पर ध्यान नहीं दिया। आज जलवायु परिवर्तन हो रहा है समय पर वर्षा नहीं हो रही है। वायुमंडल का तापमान बढ़ता जा रहा है। मौसम में बदलाव हो गया है। जितनी अवधि तक ठंडा पड़ती थी, बारिश होती थी वह अब नहीं हो रही है। अनेक स्थानों पर जल संकट उत्पन्न हो रहा है। हीट स्ट्रोक से लोग मारे जा रहे हैं। यह सब हमारी गलतियों का दुष्परिणाम है। इनको दूर करने के लिए माननीय मुख्यमंत्री बिहार श्री नीतीश कुमार द्वारा जल-जीवन-हरियाली योजना लाई गई है। इससे पूरी मानवता का कल्याण होगा। यह केवल एक जिला या एक राज्य के लिए नहीं है। हमने जो गलतियां की थी उन्हें सुधारने का समय आ गया है। हम फिर से अपने परंपरागत जल स्रोतों का जीर्णोद्धार करेंगे। ताकि जलवायु परिवर्तन, जल संकट एवं अनियंत्रित तापमान की समस्या का स्थाई समाधान हो सके। उन्होंने कहा कि बाल विवाह एवं दहेज प्रथा समाज की ऐसी कुरीति है जिससे हमारी भावी पीढ़ी प्रभावित होगी। कम उम्र में बच्चियों की शादी करने से उनका शारीरिक विकास ठीक से नहीं हो पाता है। उसी प्रकार दहेज प्रथा के कारण लिंगानुपात अनुपात में अंतर बना हुआ है।
नशाबंदी से निर्धन परिवारों को सबसे ज्यादा लाभ हुआ है। आज वह अपनी कमाई बच्चों की शिक्षा एवं परिवार के भरण-पोषण में खर्च कर रहे हैं। 19 जनवरी 2020 को इन्हीं अभियानों के समर्थन मानव श्रृंखला बनाया जाना है तथा उम्मीद है कि यह मानव श्रृंखला वर्ष 2016 की तरह ही सफल रहेगी और इसमें हमारे सभी जनप्रतिनिधि पूर्ण सहयोग करेंगे।
इसके पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री मुस्तफा हुसैन मंसूरी द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से मानव श्रृंखला के रूट चार्ट की जानकारी दी गयी साथ ही इसकी जागरूकता के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों के संबंध में जानकारी दी गयी।
धन्यवाद ज्ञापन नगर आयुक्त नगर निगम श्री सावन कुमार द्वारा दिया गया।
कार्यक्रम में जिले के सभी मुखिया, प्रमुख, जिला परिषद सदस्य, जीविका की दीदियां एवं शिक्षक लोग शामिल थे।

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