PitruPaksha में DM ने की ऐतिहासिक व्यवस्था
भरपूर Light से जगमग हुआ Gaya Town
अबकी पिण्डदानियों को नहीं होगी कोई परेशानी
गया चकाचक ! समझो, पिंडवेदियां चकाचक
इस बार पिंडदान तर्पण के लिए गयाजी डैम भी है तैयार
रात की अँधेरा दूर होने से बदली गया शहर की सूरत
Advertisement
गया : आगामी 9 सितम्बर से गया में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले का शुरुआत होने वाला है। इसके मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां युद्धस्तर पर जारी है।
जाहिर हो पितृपक्ष के दौरान लाखों लोग गया आते है। वे अपने पितरों के मोक्ष की प्राप्ति के लिए तर्पण करते हैं।
विभिन्न राज्यों से आने वाले तीर्थयात्रियों को मेला क्षेत्र में कही भी अंधेरा/ ब्लैक स्पॉट न रहे इसी को लेकर जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने मध्य रात्रि को मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थलों, विभिन्न पार्किंग स्थलों, विभिन्न सड़कों का घूम-घूम कर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था का निरीक्षण की।
![]() |
पितृपक्ष के मौके पर डीएम ने गया शहर को जगमगाया पितृपक्ष पर ! गया में दीपावली की छँटा |
जिलाधिकारी ने गया कॉलेज खेल परिसर पार्किंग स्थल के पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था का जायजा ली। कुछ जगहों पर लाइट की व्यवस्था कम रहने पर उन्होंने नगर आयुक्त तथा नजारत उप समाहर्ता को निर्देश दिया कि खेल परिसर पार्किंग स्थल में तथा मेन सड़क से खेल परिसर के अंदर तक सभी रास्तों में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था को सुनिश्चित करावें।
उन्होंने कहा कि जितने भी पार्किंग स्थल हैं, सभी मे मेन सड़क से पार्किंग स्थल जाने का रास्ता तथा पार्किंग स्थल पर पूरी रोशनी की व्यवस्था रखें। सभी पार्किंग स्थलों को समतल करवाएं ताकि वाहनों को सुगमता से पड़ाव कराया जा सके। साथ ही टेंट पंडाल को मजबूती से बनवाएं। पर्याप्त पानी की व्यवस्था तथा शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित करावें।
![]() |
बने रहिए ! AnjNewsMedia के साथ | अनवरत प्रस्तुति |
इसी कड़ी में उन्होंने पुलिस लाइन, समीर तकिया, चांद-चौरा होते हुए विष्णुपद देवघाट में रोशनी की व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने देवघाट में और अधिक संख्या में लाइट लगवाने का निर्देश दिए साथ ही रबड़ डैम के ऊपर स्टील ब्रिज पर और अधिक संख्या में लाइट लगवाने का निर्देश दिए।
Pls Watch The Link – Click Here :- Gayaमें India का सबसे बड़ा Rubber Dam | Gayaji Dam | First Rubber Dam in Bihar | India’s Biggest Dam | Pls Watch
उन्होंने कहा कि स्टील ब्रिज से होते हुए सीताकुंड जाने के रास्ते में बैरिकेडिंग तथा लाइट और अधिक संख्या में लगवाएं।
बाईपास होते हुए सीताकुंड तथा सीताकुंड होते हुए खाटकाचक नैली रोड में रोशनी की व्यवस्था का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी त्यागराजन ने स्पष्ट निर्देश दिया कि रेलवे स्टेशन से मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं को पूरी सुविधा मिले। इसे सुनिश्चित करावें। हर हाल में रोशनी की पूरी व्यवस्था रखें।
जिलाधिकारी त्याग ने गया नगर निगम के नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि मेला क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखें। मेला क्षेत्र में पड़े विभिन्न स्थानों के कचरा को रातों-रात सफाई करावें।
निरीक्षण के क्रम में गया के सदर अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि भूसुंडा पार्किंग स्थल से रबर डैम स्टील ब्रिज तक के रास्तों में रोशनी की व्यवस्था आवश्यक है। जिलाधिकारी त्याग ने संबंधित पदाधिकारी को लाइट लगवाने का कड़ी हिदायत दी।
भ्रमण के दौरान उप विकास आयुक्त, नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता राजस्व, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, डीसीएलआर सदर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
![]() |
छह दिवसीय इमरसन सम्पन्न |
जीविका के छह दिवसीय इमरसन सम्पन्न
बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से चयनित 30 ग्रामीण विकास अधिकारियों/प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों का गया में जीविका अंतर्गत छह दिवसीय इमरसन सम्पन्न हुआ।
अधिकारियों ने इस बीच डोभी एवं बोधगया में जीविका दीदियों के बीच गांव में रहकर ग्रामीण परिवेश एवं जीविका सामुदायिक संगठनों की कार्य प्रणाली को समझने का प्रयास किया।
वर्तमान में सभी अधिकारी बिहार लोक प्रशसन एवं ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ट) में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
गया में इमरसन के दौरान अधकारियों ने जीविका महिला स्वयं सहायता समूहों, ग्राम संगठनों, संकुल स्तरीय संघों की बैठक में भाग ले अनुभव प्राप्त किया। इमरसन कर रहे 30 अधिकारीयों में से 28 अधिकारी 65 वीं बीपीएससी से चयनित हैं एवं दो अधिकरी वर्तमान में कार्यरत प्रखंड विकास पदाधिकारी हैं।
सभी जगह जीविका दीदियों ने बड़े उत्साह सभी का स्वागत किया एवं अपने जीवन से जुड़े अनुभव साझा किये। दीदियों ने बड़े आत्मविश्वास से अपने सभी से बात की।
उन्होंने जीविका सामुदायिक संगठनों के गठन के एवं इसकी विकास यात्रा पर चर्चा की। दीदियों ने बताया कि जीविका समूह से जड़ने ने उनके जीवन में कई सकारात्म बदलाव आये।
जीविका दीदी के रूप में उन्हें एक पहचान मिली। उनके आवाज को बल मिला। परिवार में अपने महत्व का पता चला। समूह में बचत करना सीखा और जरूरत पर आसान दरों पर ऋण लेकर अपने घर के कार्य में सहयोग किया।
बोधगया के चेरकी के कुरमावां की यमुना एवं लक्ष्मी जीविका स्वयं सहायता समूह की जीविका दीदियों ने कहा कि पहले हम सभी घर से बाहर निकलने में भी संकोच करती थी। हम किसी से ठीक से बात नहीं कर पाती थी पर अब हम बैंक में जाने लगी, बचत करने लगी, कई दीदियों ने रोजगार भी किया है।
जीविका से जुड़कर हमें अनेक लाभ हुए हैं। समूह की बैठक में सरकारी योजनाओं की जानकारी मिली, स्वास्थ्य पोषण की जानकारी मिली, रोजगार के अवसरों की जानकारी मिली।
आदर्श जीविका संकुल स्तरीय संघ की दीदियों ने शराब बंदी, बाल विवाह, टीकाकरण, मास्क निर्माण, वृक्षारोपण, आदि में अपने योगदान के विषय मे भी बताया।
उन्होंने कहा जीविका ने उन्हें जीविका दीदी की पहचान दी है। अधिकारियों ने इमरसन के दौरान सामुदायिक संगठन के माध्यम से संचालित ग्रामीण बाजार, वीटामिक्स, दीदी की नर्सरी, दीदी की रसोई, आदि का भी भ्रमण किया। शेरघाटी में दीदी की रसोई देखने के दौरान शेरघाटी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रशांत कुमार प्रसून ने सभी अधिकारीयों से मुलाकात की और अपना कार्य अनुभव साझा किया। बीपीएम अनुपम एवं सुदीप्तो सासमल ने दीदी की रसोई के कॉन्सेप्ट की जानकारी दी।
यह कार्यक्रम 29 अगस्त से आरंभ हुआ था जो आज 03 सितंबर 2022 को सम्पन्न हुआ।
जीविका के प्रशिक्षण अधिकारी मधेश्वर यादव, प्रबंधक संचार दिनेश, क्षेत्रीय समन्वयक बृजनंदन ने क्षेत्र भ्रमण करने में अपना सहयोग दिया। अधिकारियों ने गया में जीविका के कार्यों की तारीफ की एवं उत्साह पूर्वक अपने अनुभव साझा किये।
किसी ने महिला संगठनों की तारीफ की और कहा आपने दीदियों को अपनी आवाज उठाने लायक बना दिया है। प्रशिक्षु अधिकारीयों ने कहा जीविका के बारे में जीतना सुना था। यहाँ उससे कई गुणा ज्यादा देखने को मिला।
![]() |
अनवरत प्रस्तुति |
किसी ने कहा दीदी की रसोई में साफ सुथरा एवं स्वादिष्ट खाना मिलता है। उन्होंने विटामिक्स पोषक आहार, दीदी की नर्सरी, जे-वायरस के सोलर उत्पाद, आदि लगभग सभी की तारीफ की।
उन्होंने कहा दीदी की रसोई, विटामिक्स पोषक आहार और जे-वायरस की ब्रांडिंग करनी चाहिए ताकि लोग इसे जान संकें। नौगछिया प्रखंड विकास पदाधिकारी गोपाल कृष्णन ने कहा जीविका ने जो कार्य किया है, यह निचित ही बेहतरीन है। भारीतय संस्कृति मूल्यों को अक्षुण्ण रखते हुए ग्रामीण महिलाएँ प्रगति कर रही हैं।
सभी अधिकारीयों ने आज इंडक्शन मीटिंग में अपने-अपने अनुभव साझा किये। जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक आचार्य मम्मट और प्रशिक्षण प्रबंधक मनोज गिरी ने अधकारियों के सवालों के जबाव दिए।
इस मीटिंग में प्रबंधक सामाजिक राजेश कुमार प्रबंधक संचार दिनेश कुमार, प्रबंधक अनुश्रवण राजेश, प्रशिक्षण अधिकारी मधेश्वर यादव, बीपीएम बोधगया अमित कौशिक, बीपीम डोभी साकेत नंदन ने भगा लिया। सभी ने को प्रशिक्षु ग्रामीण विकास अधिकारीयों को शुभकामनाएं दी।
– AnjNewsMedia Presentation