*ग्रामीण इलाके का स्वास्थ्य सेवा भगवान भरोसे*
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*बिहार के गया जिले का देखिए स्वास्थ्य केन्द्र का रिपोर्ट*
*1-पर्वत पुरूष दशरथ माँझी स्वास्थ्य केन्द्र चिकित्सक विहीन*
*2-कजूर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राम भरोसे*
गया : जिले के मोहड़ा प्रखंड के गेहलौर गाँव में निर्मित पर्वत पुरूष दशरथ माँझी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र केवल 2 घंटे के लिए हीं खुलती है। सुबह 10 बजे से लेकर 12 बजे तक खुलती है, जिससे मरीज़ों को चिकित्सा की सुविधा ठीक तरीक़े से नहीं मिल पा रहा है। जिससे यहां की चिकित्सा भगवान के भरोसे है। दुखद बात यह है कि यहाँ कोई चिकित्सक भी नहीं है। जिसकी वजह से दशरथ माँझी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में 12 दिन के बाद ताला लटक जाता है। जिससे माऊंटेन मैन दशरथ के सपने पर पानी फिर गया है। स्वास्थ्य के प्रति उनका जो स्वप्न था, वह लचर व्यवस्था का शिकार बना हुआ है। अपने अथक प्रयास से पर्वत पुरूष दशरथ ने जिस सपने को साकार करने के लिए स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण करवाया। वह सेवा सत- प्रतिशत धरातल पर नहीं दिख रहा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लोगों ने बदहाल स्वास्थ्य केन्द्र को दुरूस्त करने की माँग की है, ताकी सुदूरवर्ती इलाके के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य चिकित्सा मिल सके। फ़िलवक्त, यह केन्द्र हाथी की दाँत की तरह दिखावटी प्रतीत हो रहा है। वहीं
*कजूर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राम भरोसे*
गया : जिले के मोहड़ा प्रखंड के कजूर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भगवान भरोसे है। स्थिति ऐसी, कजूर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक नहीं हैं। यूँ कहें, इलाके के मरीज़ों का चिकित्सा राम भरोसे है। बस ! कहने भर का है स्वास्थ्य केन्द्र। आशा बहनों के भरोसे चल रहा कजूर स्वास्थ्य केन्द्र। जिससे मरीज़ों तथा ग्रामीणों में नाराज़गी है। उस केन्द्र में मरीज़ों को चिकित्सा की सुविधा ठीक तरीक़े से नहीं मिल पा रहा है। बेहतर स्वास्थ्य के प्रति लोगों का जो स्वप्न था, वह लचर व्यवस्था का शिकार बना है। स्वास्थ्य सेवा सत- प्रतिशत धरातल पर नहीं दिख रहा। सुदूरवर्ती इलाके के लोगों के स्वास्थ्य चिकित्सा का यह हाल है। फ़िलवक्त, यह केन्द्र सिर्फ दिखावटी और लापरवाही का प्रतीत बना है। ना जानूँ, कब यहाँ की तस्वीर बदलेगी।- AnjNewsMedia