चुनाबी बिगुल बजते हीं::- नेतन कसलन लँगोटा

*नेतन कसलन लँगोटा*
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चुनाबी अखाड़ा तइयार, नेता कसलन लंगोटा
कोय एने छितराल कोय ओने, अइसन कटल कोटा

महगी मारल अदमी, निकालतन गोसा
केकरो सुखल, केकरो मिलतै सीट डोसा
चुनाबी डुगडुगी बजल, अव होतै भीड़ंत भोटा॥

डरामा देख रहल सभे, अछे दिन के सरकार मे
हो उठापटक, ख़ाली तमासा दरबार मे
उहापोह भरल रननिति, बन रहल गठबंधन जोटा॥

नेतन मे गदी के गुदगुदी, चाही कुरसी
मलाय मारल कुरसी मालेमाल, सता नुरसी
चलल पोटापोटी, कोय एकरा, कोय ओकरा पोटा॥

चुनाबी अखाड़ा तइयार, नेता कसलन लंगोटा
कोय एने छितराल कोय ओने, अइसन कटल कोटा॥

अक्षरजीवी,
*अशोक कुमार अंज*
लेखक- पत्रकार, गया

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