दिवंगत विश्वनाथ विश्वकर्मा की याद में मगही ग़ज़ल

टरेनमा मे इसकुल

दिवंगत विश्वनाथ प्रसाद विश्वकर्मा
राष्ट्रपति से सम्मानित शिक्षक
सह चलंत स्कूल के नायक  
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एजी कइलन अजगुत, विस्वनाथ बिसकरमा जी
टरेनमा मे चलइलन, इसकुल महनमा जी॥

देस बिदेस मे फइलल, उनकर करनामा
बुतरून मे बटलथी, अमरित गिअनमा जी॥

उनकर घरवा हइ, जीला नेबादा मे
गुदड़ी के ललनमा, बरसइ सुमनमा जी॥

हेड मासटर हलथी, गया ज़िला इसकुलवा मे
उनखर चलंत इसकुल, जानैत जहनमा जी॥

उनीस सो संताबन मे, लोहार घर जलम भेलाइ
डबल एमए,बीएड पड़हल, होनहार ललनमा जी॥

असकाउट एंड गाइड संस्था से, उ लोगन के जगइलन
चाईबासा जगनाथपुर मे, पुरलई सपनमा जी॥

चाय पान बेचै बालन के, फिरी पड़हा देलथिन
जे डिबे-डिबे बेचऽ हलइ बेदाम दनमा जी॥

चाईबसियन के पढ़इलन, हिन्दी, अंग्रेज़ी, उड़िया
बनइलन सब्द कोस, देवनागरी खजनमा जी॥

उ गया मे रहलन डीपीओ, आउ सीबान मे रहलन डीईओ
चलंत इसकुल से मुफ़्ते बाटलन, अक्षर ज्ञान धनमा जी॥

हलन राष्ट्रपति से समानित शिक्षक, उ हलन देस के गौरब
उनखा भावभीनी श्रद्धांजलि देवैत, मनमा  मे उदासी बिरनमा जी॥

शिक्षा के अलख जगैते, हमनही सब के बीच से चल गेलन
अचानके सड़क हादसा मे होगेल मौत, चल गेल जीबनमा जी॥

उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि

साहित्यकार, पत्रकार अंज 



रचइता,
अशोक कुमार अंज
साहित्यकार- फिल्मी पत्रकार बाबू
काशवाणी- दूरदर्शन, पटना से अनुमोदित

वजीरगंज, गया, बिहार

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