पितृपक्ष मेला की तैयारी की बैठक
पितृपक्ष मेला की तैयारी को लेकर बैठक करते डीएम अभिषेक सिंह |
गया : पितृपक्ष मेला, 2019 की तैयारी को लेकर समाहरणालय सभाकक्ष में जिला पदाधिकारी, गया अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक की गई। बैठक में पर्यटन शाखा के प्रभारी पदाधिकारी सुनील कुमार द्वारा तैयार कार्य योजना को उप विकास आयुक्त, गया किशोरी चौधरी द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से समितिवार किए जाने वाले कार्यों से संबंधित पदाधिकारी को अवगत कराया गया। उल्लेखनीय है कि 13 सितंबर 2019 से 28 सितंबर 2019 तक पितृपक्ष मेला का आयोजन किया जाना है। देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु गया एवं बोधगया अवस्थित विभिन्न वेदियों पर पिंडदान करने आते हैं, जिनमें विष्णुपद मंदिर, देवघाट, अक्षयवट, गोदावरी, कागबली, सीताकुंड, रामशिला, प्रेतशिला, मतंगवापी, सरस्वती, ब्रह्मसत, वैतरणी जैसे प्रमुख वेदियां है। विगत वर्ष की तरह पितृपक्ष मेला के दौरान इन वेदियों की प्रतिदिन साफ सफाई करवाने का निदेश जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त, नगर निगम, गया को दिया।
आवासन समिति के वरीय पदाधिकारी उप विकास आयुक्त, गया किशोरी चौधरी को सरकारी एवं गैर सरकारी आवासन स्थलों का भ्रमण कर लेने का निर्देश दिया गया, ताकि कौन-कौन से कार्य किए जाने हैं इसके लिए योजना बनाई जा सके। पितृपक्ष के दौरान अबाध विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था विगत वर्ष की तरह करने की योजना बनाने का निर्देश कार्यपालक अभियंता, एस०बी०पी०डी०सी०एल० को दिया गया। विष्णुपद मंदिर, सीताकुंड, गोदावरी, ब्रह्मसत, वैतरणी, देवघाट एवं तुलसी उद्यान में हृदय योजना के तहत कराए जा रहे कार्य को हर हाल में 20 अगस्त 2019 तक पूर्ण कर लेने का निर्देश दिया गया। प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि सीताकुंड का कार्य संपन्न हो गया है, अब इसे वे स्थानांतरित करना चाहते हैं। जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त, नगर निगम, गया को एक कमेटी बनाकर इसे स्थानांतरित करवा देने का निर्देश दिया। इस अवसर पर जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, गया को तर्पण स्मारिका का प्रकाशन एवं मेला के प्रचार-प्रसार हेतु वृहद योजना बनाने एवं 60 सेकंड का वीडियो स्पॉट का निर्माण करवाने का निर्देश जिलाधिकारी ने दिया। वरीय पुलिस अधीक्षक, श्री राजेश मिश्रा ने देवघाट पर सीसीटीवी लगवाने का सुझाव दिया तथा सहायक निदेशक, बाल अधिकार संरक्षण पदाधिकारी को शेल्टर होम की व्यवस्था रखने को कहा गया ताकि मेला के दौरान मेले में लगातार घूमने वाले एवं वारदात करने वाले बच्चे को 15 दिनों तक रखा जा सके । वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा वैसे शरारती बच्चों के माता-पिता के विरुद्ध भी जुर्माना अधिरोपित किया जाए। इसके अतिरिक्त सभी 16 समितियों को अपने-अपने समिति के लिए निर्धारित कार्य की समीक्षा कर लेने एवं कार्य योजना बना लेने का निर्देश दिया गया। बैठक में निदेशक, डी०आर०डी०ए०, जिला पंचायत राज पदाधिकारी सह प्रभारी पर्यटन शाखा, अपर समाहर्ता सह जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम, पुलिस उपाधीक्षक नगर, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सिविल सर्जन, उप निदेशक, जन संपर्क सहित तमाम पदाधिकारी उपस्थित थे।