प्रमंडल स्तरीय प्रगति की समीक्षा


प्रमंडल स्तरीय बैठक
गया : आयुक्त मगध प्रमंडल गया श्री असंगबा चुबा आओ की अध्यक्षता में आयुक्त कार्यालय के सभागार में मगध प्रमंडल के सभी जिलों के विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना अंतर्गत बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की समीक्षा में पाया गया कि गया में 4305, औरंगाबाद में 3563, नवादा में 2744, जहानाबाद में 1608, अरवल में 1101 छात्रों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया गया है। नवादा एवं अरवल में बैंकों के द्वारा भुगतान की स्थिति की समीक्षा के दौरान पाया गया कि स्वीकृत आवेदन की तुलना में भुगतान की स्थिति संतोषजनक नहीं है। आयुक्त महोदय ने सभी जिलाधिकारी को शत-प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी योजना की उपलब्धि शत-प्रतिशत तभी मानी जाएगी जब शत-प्रतिशत लाभुकों को भुगतान हो गया हो। खासकर के अरवल एवं नवादा के जिलाधिकारी को इसे सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए।
Advertisement

मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना में बताया गया जी गया जिले में 18743, औरंगाबाद में 18022, नवादा में 9737, जहानाबाद में 9485 एवं अरवल में 6977 लाभुकों को स्वयं सहायता भत्ता उपलब्ध कराया जा रहा है।
कुशल युवा कार्यक्रम की समीक्षा में पाया गया कि गया में 36399, औरंगाबाद में 28194, नवादा में 25736, जहानाबाद में 11865, अरवल में 11256 लाभुकों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। कुशल युवा कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी गया श्री अभिषेक सिंह ने बताया कि कुशल युवा कार्यक्रम में काफी प्रयास के बाद भी प्रगति नहीं दिख रही है इसका कारण है कि इसमें तृतीय पक्ष स्किल मैनेजर की भूमिका ज्यादा है तथा जिला नियोजन पदाधिकारी की भूमिका नगण्य है।

प्रमंडल स्तरीय प्रगति की समीक्षा, AnjNewsMedia
प्रमंडलीय प्रगति की समीक्षा करते आयुक्त 

आयुक्त महोदय ने कहा कि प्रशिक्षण केंद्र की गुणवत्ता बढ़ानी होगी तभी लाभुकों की प्रतिभागिता बढ़ेगी। जिलाधिकारी गया ने सुझाव दिया कि सभी कुशल युवा केंद्र पर काम करने वाले प्रशिक्षकों का फोटो एवं उनके नाम की सूची लगाई जाए ताकि जांच के दौरान मिलान किया जा सके। आयुक्त महोदय ने अगले 1 महीने में कुशल युवा कार्यक्रम की गुणवत्ता में सुधार करने का निर्देश दिए।
नल जल योजना की समीक्षा के दौरान गया के जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने बताया कि गया के 2603 वार्डों में कार्य प्रारंभ करवाए गए हैं तथा 1780 वार्डों में कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं। 93 वार्ड ऐसे हैं जहां बोरिंग फेल हुआ है उन वार्डो में पीएचईडी के माध्यम से कार्य करवाया जा रहा है। पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि पीएचइडी को 1970 वार्डों में काम कराने हेतु 2 फेज में काम कराना है। सभी में टेंडर कराया जा चुका है। इसके अतिरिक्त 247 वार्ड फ्लोराइड से प्रभावित है जिनमें एफआरयू मशीन लगाए गए हैं।

प्रमंडल स्तरीय प्रगति की समीक्षा, AnjNewsMedia
बैठक में उपस्थित जिलों के  डीएम तथा अधिकारीगण 

उन्होंने बताया कि फ्लोराइड का प्रभाव खास करके टिकारी एवं आमस में पाया गया है। जिलाधिकारी गया ने कहा कि वर्ष 2016-17 में जलापूर्ति के लिए बनाए गए टावर की ऊंचाई 10 फीट ही है जिसके कारण ज्यादा घरों तक पानी आपूर्ति नहीं हो रही है, अगर इसकी ऊंचाई बढ़ाई जाए तो अधिक घरों में जलापूर्ति की जा सकेगी।
औरंगाबाद के उप विकास आयुक्त ने बताया कि औरंगाबाद के 2852 वार्डों में कार्य शुरू किए गए हैं। 1122 वार्डों में कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं। पीएचईडी को 706 वार्ड दिए गए हैं जिनमें 544 वार्ड में कार्य पूर्ण हो चुका है। आयुक्त महोदय ने कहा कि वे ऐसा क्षेत्र जहां पंचायती राज विभाग बोरिंग करने में सक्षम नहीं है, उन वार्डों को गया जिला की तरह पीएचईडी से टैग कर दें।
नवादा के जिलाधिकारी ने बताया कि उनके यहां 2527 वार्डों में काम शुरू कराया गया है जिनमें से केवल 47 वार्ड में काम बचे हैं। जहानाबाद के जिलाधिकारी ने बताया कि 1274 वार्डों में शत प्रतिशत कार्य पूर्ण कराया जा चुका है।
आयुक्त महोदय ने कहा कि जलापूर्ति की जल स्तर के अनुसार पूर्व से योजना बना ले क्योंकि पटवन शुरू होते ही जलस्तर नीचे जाएगा।
अरवल के जिलाधिकारी ने बताया कि 567 वार्डों में से 824 वार्डों में पंचायती राज विभाग द्वारा तथा शेष में पीएचईडी द्वारा कार्य कराया जा रहा है। इनमें से 594 वार्डो में जिला पंचायती राज विभाग द्वारा तथा 24 वार्ड पीएचईडी द्वारा कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
आयुक्त महोदय ने सभी जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि किसी वार्ड का कोई टोला ना छूटे, इसका सर्वे करा लिया जाए। गया शहरी क्षेत्र की समीक्षा में नगर आयुक्त श्री सावन कुमार ने बताया कि शहरी क्षेत्र में उडको द्वारा कार्य कराया जा रहा है जो एडीबी फंडेड प्रोजेक्ट है। इसमें दो एजेंसी द्वारा कार्य किया जा रहा है। एक के द्वारा सोर्स डेवलप कराना था और यह 24 स्थलों पर सोर्स डिवेलप कर दिए हैं दूसरे को स्टोरेज का काम करना था जो अभी नहीं हुआ है। अभी तक 25% ही कार्य किए गए हैं। एजेंसी के प्रतिनिधि ने बताया कि वार्ड 47 में 15 दिनों के अंदर जलापूर्ति कर दी जाएगी। तथा वार्ड संख्या 34 एवं 35 में जलापूर्ति जल्द ही शुरू कर दी जाएगी।
बोधगया, टिकारी एवं शेरघाटी नगर पंचायत में नल जल योजना की समीक्षा में बताया गया कि बोधगया, टिकारी की स्थिति संतोषजनक है जबकि शेरघाटी की प्रगति धीमी है।
औरंगाबाद एवं दाउदनगर नगर परिषद की समीक्षा के दौरान बताया गया कि औरंगाबाद में बारून के नजदीक सोन नदी से पानी लाया जाना है। इसके लिए 130 करोड़ रूपए का टेंडर किया जा चुका है।
नवादा, जहानाबाद, अरवल शहरी क्षेत्र के नल जल योजना की समीक्षा के दौरान बताया गया कि नवादा में 70 में 54 वार्ड, जहानाबाद में 62 में 21 वार्ड, अरवल में 25 में 17 वार्ड में काम पूर्ण हो चुका है, शेष में काम चल रहा है।
आयुक्त महोदय ने कहा कि कुछ स्थलों पर जांच के दौरान पाया गया कि कहीं नल टूटा है, तो कहीं पाइप फटा है, कहीं मोटर खराब है तो करें मोटर चोरी हो गई है। उन्होंने नवादा के धनवा पंचायत तथा वजीरगंज के पुनावा एवं जमूआवा पंचायत का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि सभी टावर पर ऑपरेटर का नाम एवं दूरभाष नंबर तथा कंट्रोल रूम का दूरभाष नंबर अंकित करा दें। ताकि नल जल योजना से संबंधित किसी भी समस्या या शिकायत के लिए ग्रामीणों द्वारा सूचना दी जा सके। उन्होंने कहा कि सूचना प्राप्त होने के 24 घंटे के अंदर कार्रवाई होनी चाहिए।
पक्की गली की समीक्षा के दौरान बताया गया कि गया जिला में 4508 में से 4014, औरंगाबाद के 2545 में से 2094, नवादा के 2360 में से 1374, जहानाबाद के 989 में से 766 और अरवल के 812 वार्डों में से 551 वार्डों में कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं।
आयुक्त महोदय ने कहा कि जहां भी सड़कें बनाई गई है, उसके बगल के फ्लेंक को यथाशीघ्र भरवा दें, क्योंकि इससे शत-प्रतिशत दुर्घटना होने की संभावना रहती है। और नाली वही बनाई जाए जहां आउटलेट हो। बिना आउटलेट के नाली निर्माण खानापूर्ति मानी जाएगी और यह भी माना जाएगा कि सरकार की राशि की बर्बादी की गई है। 8 फीट या इससे कम में पेवर ब्लॉक लगवाना है, इसकी क्रशिंग टेस्ट अपने जिले के आरसीडी कार्यालय से करा लेंगे।
शौचालय निर्माण की समीक्षा में बताया गया कि सभी जिलों में शत-प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति कर ली गई है। आयुक्त महोदय ने कहा कि सभी जिलों को ओडीएफ घोषित कर लिया है लेकिन अभी भी खुले में शौच दिख जाता है। उन्होंने लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए।
जल-जीवन- हरियाली योजना की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि इस योजना के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्रमंडल मगध प्रमंडल है। यहां काम करने का बहुत स्कोप है और अभी वर्किंग सीजन भी है। इसलिए इस योजना पर विशेष ध्यान दिया जाए।
ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस साल के लिए निर्धारित लक्ष्य पूर्ण हो जाना चाहिए तथा किसी भी हाल में किसी रैयती जमीन में सड़क ना बने इसका ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहानाबाद जिला में इसकी शिकायत ज्यादा मिल रही है। यदि ऐसा पाया जाता है तो संबंधित कार्यपालक अभियंता के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि नल जल योजना के तहत जिस एजेंसी के द्वारा सड़क काटा जा रहा है, उसी एजेंसी को सड़क निर्माण कर उसी स्थिति में लाना होगा, नहीं तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने प्रमंडल के सभी जिलाधिकारी को कहा कि होली का त्योहार निकट है इसलिए संवेदनशील जगहों पर निगरानी रखी जाए और कोरोनावायरस के संबंध में उन्होंने अनावश्यक अफवाह न फैलाने के सुझाव दिए और कहा कि इससे स्थिति काफी जटिल हो जा रही है उन्होंने इसके लिए निरोधात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
बैठक में गया, जहानाबाद, नवादा एवं अरवल के जिलाधिकारी, मगध प्रमंडल के सभी उप विकास आयुक्त, सभी पंचायती राज पदाधिकारी, पीएचईडी एवं ग्रामीण विकास विभाग के सभी कार्यपालक अभियंता आयुक्त के सचिव, क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी, उप निदेशक जनसंपर्क सहित तमाम पदाधिकारी उपस्थित थे।

– अंज मीडिया की प्रस्तुति

Leave a Comment

You cannot copy content of this page

error: Content is protected !!