बौद्धधर्मगुरू दलाईलामा का प्रवचन*
बिहार/गया : बौद्धधर्म गुरू दलाईलामा का प्रवचन आरंभ है। बोधगया स्थित कालचक्र मैदान में आयोजित है। कालचक्र पूजा में तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा द्वारा बौद्धधर्म पर विशेष प्रवचन होता है। बौद्ध धर्मावलंबियों की भीड़ है। श्रदालुगण उनके प्रवचन का लाभ ले रहे हैं। धर्मगुरू दलाईलामा ने शिष्यों को बुद्ध का उपदेश देते हुए बताया सिर्फ बुद्ध की पूजा- अर्चना से बौद्ध धर्म की प्राप्ति संभव नहीं। बौद्ध धर्म प्राप्ति के लिए कठोर अभ्यास करना होगा। उन्होंने पाँच मार्ग क्रमश: प्रियमार्ग, असत्यमार्ग, दर्शन मार्ग, भावना मार्ग तथा सक्षम मार्ग की जानकारी शिष्यों को दिया। गुरू दलाई लामा ने धर्मचक्र पर ज़ोर देते हुए कहा प्रथम धर्म चक्र के जरीय बुद्ध ने शिक्षा की प्राप्ति की तथा द्वितीय धर्मचक्र के माध्यम से बुद्ध ने राजगीर में उपदेश दिया। उन्होंने कहा जिस तरह बुद्ध अपने मार्गों पर चलकर बुद्धत्व की प्राप्ति की, उसी तरह हम सब को भी उस कठोर मार्ग पर चलकर बुद्धत्व की प्राप्ति का प्रयास करनी चाहिए। इस टीचिंग प्रोग्राम में बड़ी संख्या में बौद्ध श्रद्धालुजन शिरकत कर रहे हैं।