माँझी के पूण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि
माऊंटेन मैन दशरथ माँझी : उनकी पूण्यतिथि आज 14 जनवरी 19 29 – 17 अगस्त 2007 Advertisement
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पर्वत पुरूष दशरथ माँझी के पूण्यतिथि पर वर्ल्ड रिकार्डी, हैमर मैन शिवू मिस्त्री ने उन्हें दी श्रद्धांजलि।
पर्वत पुरूष दशरथ माँझी के पूण्यतिथि पर वर्ल्ड रिकार्डी, हैमर मैन शिवू मिस्त्री ने दी श्रद्धांजलि |
जीवट कर्मवीर स्वर्गीय माँझी ने शिवू मिस्त्री के दिये हुए छेनी- हथौड़े के बल पर पर्वत का सिना चीर कर पहाड़ी संकीर्ण दर्रा में आमजनों के लिए 30 फीट का सुगम मार्ग बनाया। विदित हो वर्ल्ड रिकार्डी, हैमर मैन शिवू मिस्त्री ने कर्मवीर दशरथ बाबा को 22 वर्षों तक फ्री छेनी- हथौड़ा दिया पहाड़ तोड़ कर रास्ता बनाने के लिए। उसी छेनी- हथौड़े के दम पर पहाड़ टूटा और रास्ता बना।
इस मौके पर हैमर मैन शिवू मिस्त्री ने कहा अदम्य हिम्मत के साहसी, ज़िद्दी पुरूष था मजदूर दशरथ माँझी।
माऊंटेन मैन दशरथ माँझी को लेखक- कवि- पत्रकार अशोक कुमार अंज ने दिया श्रद्धांजलि |
माऊंटेन मैन दशरथ माँझी के पूण्यतिथि पर अशोक कुमार अंज, लेखक- कवि- फ़िल्मी पत्रकारबाबू, वर्ल्ड रिकार्डी पत्रकार ने उन्हें दिया श्रद्धांजलि, और किया नमन।
जीवट कर्मवीर स्वर्गीय माँझी साहस भरा हौसले का प्रतीक थे। जिन्होंने अकेले छेनी- हथौड़े के बल पर अकेले पर्वत का सिना चीर कर आमजनों के लिए पहाड़ी संकीर्ण दर्रा में 30 फीट का सुगम मार्ग बना दिया। जाहिर हो लेखक- पत्रकार अंज के भरपूर लेखकीय सहयोग उनकी गाथा को कामयाबी की ऊंचाई देने में वरदान साबित हुआ। बिहार प्रदेश के गया ज़िले के सुदूरवर्ती गेहलौर गांव के निवासी थे पर्वत पुरुष दशरथ माँझी। जो पेशे से मजदूर थे परन्तु हिम्मत के धनी पुरुष था। गेहलौर की पहचान उन्हीं की देन। जहाँ कर्मवीर माँझी का स्वप्न हुआ साकार। उनकी अनोखे कामयाबी को दुनिया सलाम ! प्रणाम करती अघाती नहीं। जीवट कर्मवीर माँझी विश्व का आदर्श हैं। उनकी हिम्मती- साहसी गाथा दुनिया के लिए अद्भुत प्रेरणा स्रोत है। गरीबी में पल कर उन्होंने जो इतिहास रची, ऐतिहासिक हुआ। वे सदा जीवन ऊंच विचार के धनी पुरुष थे। उनकी कर्मठता ने उन्हें महापुरुष बनाया। वैसे कर्मठ व्यक्तित्व को याद कर गौरवान्वित होता हूँ।
कर्मयोगी दशरथ बाबा को श्रद्धांजलि
➖@AnjNewsMedia➖
Tribute! for baba Dashrath Manjhi(Mountainman)
Fantastic Report