*जनप्रतिनिधियों ने बीडीओ द्वारा किये गए झूठे मुक़दमे पर उबले* उल्टे बीडीओ ने प्रखंड का कार्य बंद करवा कर प्रखंडकर्मियों को धरना पर बैठाया*
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*निर्दोष पूर्व जनप्रतिनिधि विपिन की पिटाई और समाजसेवी संजीत को झूठे केस में फँसाने का मामला*
*मुकदमा से उबले जनप्रतिनिधियों ने की बीडीओ की निलंबन की माँग।*
गया : वजीरगंज कॉलेज के विद्यार्थियों के हंगामे के बाद की बात है यह धरना। वजीरगंज कॉलेज के उग्र छात्र- छात्राओं ने एडमिट कार्ड की माँग को लेकर वजीरगंज कॉलेज में आगज़नी कर क्षति पहुँचाया हीं, वहीं प्रखंड कार्यालय में तोड़फोड़ भी किया। पूर्व मुखिया पारसनाथ सिंह ने कहा कि घटना उपरांत इस मामले में दो निर्दोष व्यक्ति पर बीडीओ शत्रुन्जय कुमार सिंह ने छात्रों के भड़काने का झूठा आरोप लगा कर झूठे मुकदमा में फँसाया। जो न्याय संगत नहीं।
उन्होंने कहा वजीरगंज बीडीओ की ऐसी रवैय्या से जनप्रतिनिधियों में भारी नाराज़गी है। उन्होंने झूठे मुक़दमे पर क्षोभ जताते हुए दुख- निंदा प्रकट की। उसने कहा बीडीओ द्वारा दर्ज झूठे मुक़दमे के मुद्दा पर यह धरना आयोजित की गई। जिसमें बड़ी संख्या में आक्रोशित जनप्रतिनिधियों ने धरना में शिरकत किये। ज़ाहिर हो धरना में प्रमुख फुलवा देवी, जिला परिषद सदस्य विमला देवी, नन्दकिशोर यादव, राष्ट्रीय समता पार्टी सेकुलर के युवा समता मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चितरंजन कुमार उर्फ चिंटूभईया, पंचायत समिति सदस्यों, प्रबुद्धजनों ने शिरकत किये। धरना का नेतृत्व पूर्व मुखिया पारसनाथ सिंह ने किये। उन्होंने कहा निर्दोष पूर्व जनप्रतिनिधि विपिन सिंह तथा समाजसेवी संजीत कुमार को वजीरगंज बीडीओ शत्रुन्जय कुमार सिंह ने झूठे मुकदमा में फँसा कर अच्छा नहीं किया। उल्टे बीडीओ ने प्रखंडकर्मियों को धरना पर बैठाकर प्रखंड का कार्य ठप करवाए हुए हैं। जिससे आमजनों को भारी परेशानी हो रही है।
उन्होंने कहा बीडीओ की मनमानी और तानाशाही नहीं चलेगी। उसने कहा बेवजह पूर्व जनप्रतिनिधि विपिन सिंह की पिटाई की तो संजीत कुमार को झूठे केस में फँसाया। जो सरासर गलत, अनुचित है। धरना के माध्यम से ऐसे बीडीओ को यहाँ से अविलंब हटाने की माँग की गई। पूर्व में इसकी सूचना मंत्री, विधायक, आयुक्त तथा ज़िलाधिकारी को दी गई है।
जनप्रतिनिधियों की प्रतिष्ठा पर झूठा आघात बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वैसे बीडीओ की रवैय्या के खिलाफ रोष पूर्ण धरना- प्रदर्शन कर भारी विरूद्ध दर्ज कराया गया। प्रखंड कार्यालय पर एक दिवसीय धरना- प्रदर्शन के माध्यम से न्याय की माँग माँगी जा रही है। ताकी तानाशाह बीडीओ को यहाँ से अविलंब हटाया जा सके। धरनार्थियों ने घटना पर घोर विरूद्ध जताते हुए कहा इस मामले के पूर्व भी बीडीओ ने मुखिया तथा माननीय प्रतिनिधि के साथ मारपीट- गाली- गलौज का रवैय्या से प्रड़ताड़ित करने का काम किये हैं। जो बर्दाश्त से बाहर हद पार कर चुका है।
धरनार्थियों ने कहा न्याय की सरकार में जनप्रतिनिधि हीं सुरक्षित नहीं हैं तो आमजन कितने सुरक्षित होंगे। सेवा करने वाला सेवक ज़मींदारी बतिया रहा है, जो गलत। उल्टे बीडीओ ने प्रखंड का कार्य बंद करवा कर प्रखंडकर्मियों को धरना पर बैठा दिया। जिसके कारण आमजनों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। जो अनैतिक कार्य है। मामला गर्माया है, बीडीओ और जनप्रतिनिधियों के बीच ठना है।
धरनार्थियों ने ज़ोर देते हुए बीडीओ की गंदी रवैय्या की निंदा की और कहा दोनों निर्दोष विपिन सिंह और संजीत कुमार को न्याय चाहिए तथा झूठे केस से नाम हटे।
जिसने प्रशासन का मदद की, उल्टे उसी पर मुकदमा ठोकना, उचित नहीं, न्याय संगत नहीं। इससे प्रशासन को मदद करने का भरोसा उठा है। धरना के माध्यम से बीडीओ की रवैय्या की खुल कर खूब निंदा की गई। धरनार्थियों में प्रखंड प्रमुख फुलवा देवी, भाजपा नेता राजीव कन्हैया सिंह तथा विनय सिंह, माकपा नेता शंभूशरण शर्मा, पूर्व मुखिया अवधेश सिंह, नंदकिशोर यादव, जिला परिषद सदस्य, इत्यादि ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
उन्होंने कहा वजीरगंज बीडीओ की ऐसी रवैय्या से जनप्रतिनिधियों में भारी नाराज़गी है। उन्होंने झूठे मुक़दमे पर क्षोभ जताते हुए दुख- निंदा प्रकट की। उसने कहा बीडीओ द्वारा दर्ज झूठे मुक़दमे के मुद्दा पर यह धरना आयोजित की गई। जिसमें बड़ी संख्या में आक्रोशित जनप्रतिनिधियों ने धरना में शिरकत किये। ज़ाहिर हो धरना में प्रमुख फुलवा देवी, जिला परिषद सदस्य विमला देवी, नन्दकिशोर यादव, राष्ट्रीय समता पार्टी सेकुलर के युवा समता मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चितरंजन कुमार उर्फ चिंटूभईया, पंचायत समिति सदस्यों, प्रबुद्धजनों ने शिरकत किये। धरना का नेतृत्व पूर्व मुखिया पारसनाथ सिंह ने किये। उन्होंने कहा निर्दोष पूर्व जनप्रतिनिधि विपिन सिंह तथा समाजसेवी संजीत कुमार को वजीरगंज बीडीओ शत्रुन्जय कुमार सिंह ने झूठे मुकदमा में फँसा कर अच्छा नहीं किया। उल्टे बीडीओ ने प्रखंडकर्मियों को धरना पर बैठाकर प्रखंड का कार्य ठप करवाए हुए हैं। जिससे आमजनों को भारी परेशानी हो रही है।
उन्होंने कहा बीडीओ की मनमानी और तानाशाही नहीं चलेगी। उसने कहा बेवजह पूर्व जनप्रतिनिधि विपिन सिंह की पिटाई की तो संजीत कुमार को झूठे केस में फँसाया। जो सरासर गलत, अनुचित है। धरना के माध्यम से ऐसे बीडीओ को यहाँ से अविलंब हटाने की माँग की गई। पूर्व में इसकी सूचना मंत्री, विधायक, आयुक्त तथा ज़िलाधिकारी को दी गई है।
जनप्रतिनिधियों की प्रतिष्ठा पर झूठा आघात बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वैसे बीडीओ की रवैय्या के खिलाफ रोष पूर्ण धरना- प्रदर्शन कर भारी विरूद्ध दर्ज कराया गया। प्रखंड कार्यालय पर एक दिवसीय धरना- प्रदर्शन के माध्यम से न्याय की माँग माँगी जा रही है। ताकी तानाशाह बीडीओ को यहाँ से अविलंब हटाया जा सके। धरनार्थियों ने घटना पर घोर विरूद्ध जताते हुए कहा इस मामले के पूर्व भी बीडीओ ने मुखिया तथा माननीय प्रतिनिधि के साथ मारपीट- गाली- गलौज का रवैय्या से प्रड़ताड़ित करने का काम किये हैं। जो बर्दाश्त से बाहर हद पार कर चुका है।
धरनार्थियों ने कहा न्याय की सरकार में जनप्रतिनिधि हीं सुरक्षित नहीं हैं तो आमजन कितने सुरक्षित होंगे। सेवा करने वाला सेवक ज़मींदारी बतिया रहा है, जो गलत। उल्टे बीडीओ ने प्रखंड का कार्य बंद करवा कर प्रखंडकर्मियों को धरना पर बैठा दिया। जिसके कारण आमजनों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। जो अनैतिक कार्य है। मामला गर्माया है, बीडीओ और जनप्रतिनिधियों के बीच ठना है।
धरनार्थियों ने ज़ोर देते हुए बीडीओ की गंदी रवैय्या की निंदा की और कहा दोनों निर्दोष विपिन सिंह और संजीत कुमार को न्याय चाहिए तथा झूठे केस से नाम हटे।
जिसने प्रशासन का मदद की, उल्टे उसी पर मुकदमा ठोकना, उचित नहीं, न्याय संगत नहीं। इससे प्रशासन को मदद करने का भरोसा उठा है। धरना के माध्यम से बीडीओ की रवैय्या की खुल कर खूब निंदा की गई। धरनार्थियों में प्रखंड प्रमुख फुलवा देवी, भाजपा नेता राजीव कन्हैया सिंह तथा विनय सिंह, माकपा नेता शंभूशरण शर्मा, पूर्व मुखिया अवधेश सिंह, नंदकिशोर यादव, जिला परिषद सदस्य, इत्यादि ने बड़ी संख्या में भाग लिया।