अच्छे सेहत के लिए बेहद शीतल पेयजल पीने से बचें
बर्फ सा बेहद शीतल पेयजल का इस्तेमाल ज्यादा ना करें
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*प्रचंड गर्मी का सेहत टिप्स*
प्रचंड धूप और हीट वेव से बच कर चलें |
इस तीव्र गर्मी में ठंडा, ताजा पानी का उपयोग करना चाहिए, आपको इस सच पर ध्यान देना चाहिए। कई स्वास्थ्य प्रभाव भी हैं। इसलिए ज्यादातर ठंडा पानी पीना चाहिए। स्वास्थ्य का देखभाल अपने तरीके से करें। जाहिर है कि बर्फ सा शीतल पानी का तापमान बहुत कम है, जब आप बर्फ सा बेहद शीतल पानी पीते हैं तो तंत्रिका तंत्र को अपने आप वागस तंत्रिका हृदय गति को धीमा कर सकता है। वह हृदय गति को धीमा कर देते हैं और फिर अचानक बेहोश सा कुप्रभाव दिखता है। खूब ठंडे, बर्फ सा पानी पीने से गले में खराश हो सकती है। गर्मी में पानी की खपत पर ध्यान रखना होगा, हमेशा ठंडा पानी का सेवन सिरदर्द का कारण बन सकता है। रीढ़ की हड्डी के संवेदी तंत्रिका से मस्तिष्क तक ठंडा पानी के संकेत के माध्यम से तुरंत सिरदर्द का कारण बनता है। भोजन के दौरान या तुरंत बाद ठंडा पानी पीने से पाचन तंत्र कमजोर होता है और शरीर में व्यवधान पैदा हो सकता है। ठंडे पानी के सेवन से बचना चाहिए। बर्फ सा ठंडा पानी, शरीर में जल संरक्षण और उस पानी को पीने से धीरे-धीरे अवशोषित होने वाले गर्मी के पसीने को प्रभावित करता है, बर्फ सा बेहद शीतल पेयजल का इस्तेमाल ज्यादा ना करें, शीतल पेयजल से बचें, क्योंकि वह जीवन के लिए घातक है ही, खतरनाक भी, बेहद शीतल पेयजल पीने से बचना होगा, अच्छे सेहत के लिए। ऐसे आप फिट रह सकते हैं। कड़ाके की तेज धूप से अपने- आप को बचायें। ज्यादातर सुबह या फिर शाम ढलने पर बहार निकालें, और मार्केटिंग इत्यादि करें। धूप में चलें तो थोड़ा रुक-रुक कर पेड़ की छाँव का सहारा लें, शरीर और मन को आराम मिलेगा।
पेड़ की छाँव का सहारा लें ! शरीर और मन को मिलेगा सुकून |
प्रचंड धूप और गर्म हवा की लहार से मन, मस्तक और शरीर खासा प्रभावित होता है। जिससे सावधान रहने की जरुरत है। यह टिप्स सुरक्षित जीवन के लिए वरदान सा है। इसे जीवन में अपनाएं, राहत, सुख मिलेगा ही, शांति भी। ऐसे बचें ! उफ़ ये गर्मी से।