सुखाड़ पर प्रशासनिक बैठक
पंचायतवार सुखाड़ की स्थिति एवं प्रभावित किसानों एवं परिवारों को विभिन्न सहाय्य योजनाओं के अंतर्गत मिलेगा लाभ
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गया : आयुक्त मगध प्रमंडल पंकज कुमार पाल एवं पीएचईडी के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव की संयुक्त अध्यक्षता में पंचायतवार सुखाड़ की स्थिति एवं प्रभावित किसानों एवं परिवारों को विभिन्न सहाय्य योजनाओं के अंतर्गत लाभ पहुंचाने के लिए किए जा रहे कार्यों के लिए प्रमंडल स्तरीय समीक्षा बैठक की।
बैठक में मगध प्रमंडल के संयुक्त निदेशक कृषि ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से मगध प्रमंडल के पांचो जिलों के खरीफ फसल अच्छादन खासकर धान रोपनी एवं वर्षापात की स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि अरवल में 86%, औरंगाबाद में 76%, जहानाबाद में 54%, गया में 49%, नवादा में 35% फसल अच्छादन हुआ है। गया जिला के आमस एवं नवादा जिले के 2 पंचायतों में धान फसल आच्छादन की स्थिति नगण्य है। इस स्थिति से निपटने के लिए वैकल्पिक खेती की समीक्षा की गई।
पीएचईडी के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव ने पंचायतवार सुखाड़ की स्थिति पर किये गहन विचार-विमर्श |
संयुक्त निदेशक कृषि द्वारा बताया गया के अरहर, उड़द, कुलथी एवं तोरी के बीज की मांग वैकल्पिक खेती के लिए की गई है। बीज 25 अगस्त 2019 तक प्राप्त होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि डीजल अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन लिया जा रहा है। प्रति लीटर डीजल पर ₹60 की सब्सिडी तीन पटवन के लिए उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही कृषि इनपुट एवं फसल सहाय्य योजना के तहत भी किसानों को सहायता मुहैया कराने के लिए उनकी सूची बनाने की कार्रवाई जारी है।
सुखाड़ की स्थिति पर प्रमंडल स्तरीय हुआ गहन विमर्श |
समीक्षा के दौरान सचिव पीएचईडी जितेंद्र श्रीवास्तव ने वैकल्पिक फसल तोरी/राई लगवाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि अरहर, मक्का एवं कुल्थी से अधिक फायदेमंद तोरी का फसल रहेगा यह कम समय में तैयार होता है तथा रवि का फसल भी किसान लगा सकेंगे। यह नगदी फसल भी है।
आयुक्त द्वारा संबंधित जिला कृषि पदाधिकारी एवं संयुक्त निदेशक कृषि को अन्य फसल के बीजों की तुलना में तोरी/राई के बीज का अधिक आवंटन की मांग करने हेतु विभाग को तुरंत पत्र प्रेषित करने का निर्देश दिया।
बैठक में बताया गया कि गया में 43000 हेक्टेयर एवं नवादा में 51000 हेक्टेयर भूमि पर फसल आच्छादन नहीं हुआ है। आयुक्त महोदय ने इसके लिए प्रभावित पंचायतों में किसान चौपाल का आयोजन कर वैकल्पिक फसल लगाने हेतु किसानों को जागरूक करने का निर्देश जिला कृषि पदाधिकारी गया एवं जिला कृषि पदाधिकारी नवादा को दिया।
जलापूर्ति की समीक्षा के दौरान पीएचईडी द्वारा आच्छादित पंचायतों की स्थिति की समीक्षा की गई। पीएचईडी के सचिव ने गया के कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को 5 सितंबर तक सभी 1970 वार्डों में कार्य प्रारंभ करवा देने का निर्देश दिया साथ ही जहानाबाद के कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को भी 5 सितंबर 2019 तक सभी वार्डों में कार्य प्रारंभ करवा देने का निर्देश दिया। इस दौरान मखदुमपुर के विधायक सूबेदार दास ने शेखुआ, देकुली, भेलावर में पानी का संकट होने की जानकारी दी। बैठक में बेलागंज के विधायक सुरेंद्र यादव, जहानाबाद के विधायक कुमार कृष्ण मोहन उर्फ सुदय यादव, टिकारी के विधायक अभय कुमार सिन्हा, बोधगया के विधायक कुमार सर्वजीत, शेरघाटी के विधायक विनोद प्रसाद यादव, बाराचट्टी के विधायक समता देवी, इमामगंज के विधायक के प्रतिनिधि ने अपने अपने क्षेत्र के पानी संकट वाले क्षेत्र से अवगत कराया। जिसके लिए कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को उन स्थलों में जलापूर्ति की व्यवस्था का अवलोकन कर लेने एवं कमी पाए जाने पर उसे दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया।
बैठक में औरंगाबाद के सांसद सुशील सिंह ने अपने क्षेत्र की स्थिति से आयुक्त को अवगत कराया एवं बताया कि रफीगंज एवं मदनपुर के बीच में चुलवा पहाड़ है जिसका पानी बरसात के दिनों में यूं ही बह जाता है। वहां पर बरसा का जल जमा करने हेतु चेकडैम का निर्माण कराया जा सकता है। विधायक टिकारी ने मिनी जलापूर्ति केंद्र कोच को विस्तारित करने का सुझाव दिया।
बैठक में पीएचईडी के अभियंता प्रमुख सतीश चंद्र मिश्रा, जिलाधिकारी गया अभिषेक सिंह, जिलाधिकारी औरंगाबाद राजीव रंजन महिवाल, जिलाधिकारी जहानाबाद नवीन कुमार, जिलाधिकारी नवादा कौशल कुमार, जिलाधिकारी अरवल रविशंकर चौधरी एवं पीएचडी के अन्य पदाधिकारी गण उपस्थित थे।
@ रिपोर्ट : अशोक कुमार अंज, लेखक- पत्रकार