बकरीद एवं सावन का अंतिम सोमवारी पर्व
बक़रीद और सोमवारी पर विधि व्यवस्था की पुख्ता प्रशासनिक तैयारी
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गया : आयुक्त मगध प्रमंडल की अध्यक्षता में बकरीद एवं सावन माह का अंतिम सोमवारी पर्व को लेकर आयुक्त कार्यालय के सभागार में गया जिला को छोड़कर मगध प्रमंडल के अन्य चारों जिले जहानाबाद, अरवल, नवादा और औरंगाबाद के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के साथ विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था को लेकर समीक्षा की गई। उल्लेखनीय है कि गया जिला की समीक्षा दो दिन पूर्व की गयी थी।
कमिश्नर तथा डीआईजी ने की पर्व पर विधि व्यवस्था की समीक्षा बैठक |
बैठक में जिलाधिकारी औरंगाबाद ने बताया कि विगत 2018 में राम नवमी के अवसर पर औरंगाबाद में सांप्रदायिक तनाव की घटना घटी थी। जिसमें बहुत ही प्रभावी कार्रवाई की गई। उन्होंने औरंगाबाद के संवेदनशील जगहों एवं विगत 10 वर्षों के संप्रदायिक तनाव की घटित घटनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रफीगंज थाना के ग्वालबीघा, ओबरा थाना के ग्राम कारा, दाउदनगर के मुस्लिमबाग एवं पुरानी शहर, वरुण के जोगिया में प्रशासनिक सतर्कता बरती जा रही है। जिलाधिकारी ने कहा कि शांति समिति की बैठक संपन्न कराई गई है तथा अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 153 A/505 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
कमिश्नर तथा डीआईजी ने पर्व पर चुस्त विधि व्यवस्था दी टिप्स |
आयुक्त ने सभी जिलाधिकारी को अपने जिले में एक आईटी सेल का गठन कर लेने का निर्देश दिया, जो सोशल मीडिया पर नजर रखेगी तथा आपत्तिजनक मैसेज फॉरवर्ड करने वालों के विरुद्ध तत्काल काउंटर कार्रवाई करेगी। जिलाधिकारी औरंगाबाद ने कहा कि रात्रि 10:00 बजे के उपरांत पूर्वाहन 6:00 बजे तक ध्वनि विस्तारक यंत्र प्रतिबंधित रहेगा तथा जोर जोर से साउंड सिस्टम बजाने पर भी रोक लगाया गया है। आयुक्त ने प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी के कर्तव्य पर उपस्थिति के लिए उनसे क्रॉस चेकिंग करते रहने का निर्देश दिया साथ ही उन्हें फोटोयुक्त आईकार्ड या ड्रेस उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। साथ ही संवेदनशील स्थलों पर वीडियोग्राफर की प्रतिनियुक्ति करने का सुझाव डीआईजी मगध डिवीजन द्वारा दिया गया। जिलाधिकारी औरंगाबाद द्वारा बताया गया कि सभी थानों में क्यूआरटी रखा गया है। अकाशमिक स्थिति के लिए सुरक्षित दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी रखा गया है। सीआरपीएफ का फ्लैग मार्च पूरे शहर में कराया गया है।
आयुक्त ने कहा कि जिन जिन स्थानों पर सीसीटीवी लगा हुआ है उन सभी स्थानों पर लिखवा दें कि आप सीसीटीवी निगरानी में है।
बैठक में बताया गया कि इंजुरी रिपोर्ट समय पर नहीं मिलने के कारण ऐसे मामलों में प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाती है।
आयुक्त ने सभी पुलिस अधीक्षक को कहा कि सिविल सर्जन के द्वारा 7 दिनों के अंदर इंजुरी रिपोर्ट एवं पोस्टमार्टम रिपोर्ट उपलब्ध कराया जाना चाहिए। उन्होंने सभी पुलिस अधीक्षक को जिन मामलों में इंजुरी रिपोर्ट 7 दिनों के अंदर प्राप्त नहीं होता है, उनकी सूची जिलाधिकारी एवं आयुक्त कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया ताकि उनका अनुपालन कराया जा सके एवं उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा सके।
आयुक्त महोदय ने सभी जिलाधिकारी को कहा कि सभी जिलों के नगर निगम /नगर परिषद के माध्यम से कुर्बानी स्थलों/ क्षेत्रों की मुकम्मल साफ सफाई करावें। साथ ही कहा कि बकरीद के दिन रास्ते में किसी के झोला, बस्ता या कोई सामग्री चेक करने के नाम पर किसी को परेशान न किया जाए यह सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी अरवल ने अपने जिले के संवेदनशील स्थलों की जानकारी देते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में 19 संप्रदायिक मामला प्रतिवेदित है। सभी मामले में आरोप प्रतिवेदन प्रत्यर्पित है।
नवादा के जिलाधिकारी ने बताया कि नवादा में विगत वर्षों में अकबरपुर, बरसीलिगंज, भदौली, कुंडापुर, बाबा का ढाबा एवं सद्भावना चौक पर घटनाएं घटित हुई हैँ। उन्होंने वर्ष 2013 से 2019 तक घटित 93 घटनाओं के उल्लेख किया। और बताया कि विगत वर्ष रामनवमी के अवसर पर घटित घटनाओं में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी कराई गई है।
आयुक्त महोदय ने कहा कि आपने जिले में अफवाहों को रोकने के लिए आईटी सेल का गठन करें साथ ही हर 2 घंटे पर खैरियत प्रतिवेदन व्हाट्सएप के माध्यम से देते रहें।
जहानाबाद के जिलाधिकारी ने बताया कि मखदुमपुर के खोजपूरा संवेदनशील स्थल है। इसके अतिरिक्त 23 स्थलों को चिन्हित किया गया है जहां प्रतिनियुक्ति की गई है। उन्होंने विगत वर्ष घटित घटनाओं की जानकारी देते हुए उनके विरुद्ध की गई कार्रवाई की जानकारी दी। बैठक में आयुक्त के सचिव, क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी, उप निदेशक जनसंपर्क, क्षेत्रीय शिक्षा पदाधिकारी शामिल थे।
बकरीद और सोमवारी पर विधि व्यवस्था चुस्त- दुरूस्त
गया जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा की संयुक्त अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में ईद-उल-जोहा (बकरीद) पर्व के अवसर पर विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु बैठक की गई। बैठक में उपस्थित वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राजीव मिश्रा ने उपस्थित पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया कि पेट्रोलिंग वाहनों में पी एस सिस्टम को दुरुस्त करें।
डीएम तथा एसएसपी ने की पर्व पर विधि व्यवस्था की समीक्षा |
सभी वाहनों में वायरलेस की स्थिति को जांच कर ले। जिन वाहनों के वायरलेस काम नहीं कर रहा है उन्हें अभिलंब चेक करवा ले। उन्होंने कहा कि रात्रि में अति संवेदनशील स्थानों पर वरीय पदाधिकारी स्वयं जाकर गस्ती करेंगे। उन्होंने कहा कि खुले में जहां मूर्ति रखी गई है। उन सभी स्थलों पर जाकर डीएसपी जांच करेंगे। चाकन्द से बुनियादगंज के बीच अति संवेदनशील स्थानों की सूची तैयार कर नगर पुलिस अधीक्षक अपने स्तर से विशेष चौकसी बरतेंगे। रात में किसी भी पुलिस पदाधिकारी या दंडाधिकारी की ड्यूटी में शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोई भी घटना रात के सेकेंड हाफ के बाद ही घटित होता है। इसलिए सभी वरीय पदाधिकारी एक्टिव मोड में रहेंगे। अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर ससमय उपस्थित होकर पुलिस और पब्लिक फ्रेंडली बनने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि वायरलेस के माध्यम से कंट्रोल रूम को समय समय पर सूचना प्रदान करते रहे।
डीएम तथा एसएसपी ने पर्व पर विधि व्यवस्था की दी कई टिप्स |
बैठक में जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह ने कहा कि प्रत्येक वर्ष बकरीद की तैयारी करते हैं। इस वर्ष विभिन्न कारणों से इसे गंभीरता से लिया जा रहा है। बकरीद के दिन ही सावन का अंतिम सोमवार भी पड़ रहा है। इसलिए विशेष चौकसी बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गया में हर त्यौहार में कोई न कोई, कहीं न कहीं घटनाएं होती है। बैठक में बताया गया कि सुबह के नमाज के बाद कुर्बानी की परंपरा है इसलिए उन सभी स्थलों पर धार्मिक नारा, स्लोगन या किसी तरह का जुलूस न निकले यह सुनिश्चित करें, जिससे किसी संप्रदाय को ठेस न पहुंचे। उन्होंने कहा कि सभी दंडाधिकारी अपने प्रतिनियुक्त स्थल पर प्रतिनियुक्ति की गई पुलिस पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर ले साथ ही संबंधित प्रतिनियुक्त स्थल के शांति समिति के सदस्यों से मुलाकात कर उस एरिया के गतिविधियों को समझ ले। उन्होंने कहा कि रात्रि 2:00 बजे से सुबह 6:00 का समय काफी संवेदनशील रहता है। इसलिए कुर्बानी स्थलों के परिधि के क्षेत्रों में गहन निगरानी बरतें। उन्होंने दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को नागरिकों के साथ अच्छे ढंग से बिहेव करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में कोई घटना घटता है तो माना जाएगा कि जो अपेक्षित कार्य दंडाधिकारी तथा पुलिस पदाधिकारी द्वारा करना था संबंधित दंडाधिकारी द्वारा निर्वहन नहीं किया गया तो कार्रवाई सुनिश्चित है। उन्होंने सभी दंडाधिकारी को अपना फोटोयुक्त पहचान पत्र साथ रखने को कहा। उन्होंने सभी दंडाधिकारी को मजिस्ट्रेट नाम का उजला टोपी दिया और निर्देश दिया कि सभी दंडाधिकारी टोपी पहनकर ड्यूटी करेंगे। जिससे भीड़ में भी मजिस्ट्रेट को पहचाना जा सके। उन्होंने शेरघाटी, नीमचक बथानी एवं टेकारी में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी को निर्देश दिया कि संबंधित अंचलाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी या थाना से संपर्क कर संबंधित संवेदनशील एरिया की जानकारी प्राप्त कर ले। उन्होंने सभी दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अपने साथ वीडियो ग्राफर अवश्य रूप से रखें। अगर कहीं अप्रिय घटना की स्थिति होती है और वीडियो ग्राफर उपलब्ध नहीं हो पाता है तो स्वयं या बॉडीगार्ड या ड्राइवर से मोबाइल से वीडियो रिकॉर्डिंग अवश्य करें ले। ताकि घटना के बाद इनपुट की पहचान की जा सके। उन्होंने सभी दंडाधिकारी को निर्देश दिया कि ड्यूटी के क्रम में अपने वाहन में हेलमेट, डंडा, फायर प्रूफ जैकेट अवश्य रूप से रखें एवं ड्यूटी करते समय हेलमेट अवश्य रूप से पहने। उन्होंने कहा कि वायरलेस अटेंड और रिस्पॉन्ड करने के लिए संबंधित दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी अपने स्तर से ड्राइवर या बॉडीगार्ड को बेसिक ट्रेनिंग अवश्य रूप से दे दें ताकि कोई अप्रिय घटना होने के बाद वायरलेस रिस्पॉन्ड किया जा सके। उन्होंने सभी पदाधिकारी को मोबाइल फुल चार्ज रखने और अतिरिक्त पावर बैंक साथ रखने का निर्देश दिया। उन्होंने नगर निगम को सभी संबंधित स्थानों पर मुकम्मल साफ-सफाई की व्यवस्था सुलभ कराने का निर्देश दिया। नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि 1 वाहन और 8 से 10 लेबर प्रत्येक वार्ड में प्रतिनियुक्त किया गया है और सभी लेबर के पास कुदाल कड़ाही आदि सामान उपलब्ध है। नगर आयुक्त ने सभी दंडाधिकारी को निर्देश दिया कि अपने प्रतिनियुक्त स्थल के समीप कचड़ा पॉइंट पर भी नजर दौड़ाने को कहा। जिलाधिकारी ने कहा कि सोशल मीडिया पर जो अफवाह या गलत मैसेज आती है तो तुरंत रिस्पॉन्ड करें।
बैठक में नगर पुलिस अधीक्षक मंजीत, उप विकास आयुक्त किशोरी चौधरी, अपर समाहर्ता राजकुमार सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, जिला परिवहन पदाधिकारी, निदेशक डीआरडीए एवं सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।
@ रिपोर्ट : अशोक कुमार अंज, लेखक- पत्रकार