स्वतंत्रता दिवस परेड का पूर्वाभ्यास
डीएम- एसएसपी ने की परेड का निरीक्षण
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गया गांधी मैदान के ऐतिहासिक हरिहर सुब्रमण्यम स्टेडियम में 73वें स्वतंत्रता दिवस मुख्य समारोह के लिए परेड का पूर्वाभ्यास।
73वें स्वतंत्रता दिवस मुख्य समारोह के लिए परेड का पूर्वाभ्यास किये डीएम- एसएसपी |
सर्जेंट मेजर मनोज कुमार राम के नेतृत्व में जवानों द्वारा परेड का प्रदर्शन किया गया। जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने जवानों की सलामी ली। इसके उपरांत वे वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा के साथ खुली वाहन से परेड का निरीक्षण किया। इस दौरान क्रेन स्कूल की छात्राओं द्वारा बैंड पर राष्ट्रीय धुन बजाया गया।परेड में सीआरपीएफ, एसएसबी, बीएमपी, दंगा नियंत्रक पुरुष दस्ता, दंगा नियंत्रक महिला दस्ता, होमगार्ड के जवान, एनसीसी, स्काउट के छात्र एवं गाइड की छात्राएं शामिल थी।
इस अवसर पर नगर आयुक्त सावन कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, उप निदेशक जनसंपर्क पदाधिकारी नागेंद्र कुमार गुप्ता, नजारत उप समाहर्ता, जिला गोपनीय शाखा के प्रभारी पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
ज़िले में एक लाख पौधों को राखी बांधने की लक्ष्य
गया ज़िले में 15 अगस्त 2019 रक्षाबंधन दिवस के मौके पर जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने जिला स्तर पर एक लाख पौधों को राखी बांधने के कार्यक्रम का निर्धारण किये।
गया जिला में भी 20 लाख पौधारोपण का लक्ष्य |
इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी समेकित बाल विकास परियोजना, जिला प्रबंधक जीविका, सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, सभी प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं सभी प्रखंड प्रबंधकजीविका को निर्देशित किया गया है कि वे इसे अपने स्तर से पौधों को रक्षाबंधन करवाना सुनिश्चित करें।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जल जीवन और हरियाली योजना के जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ 9 अगस्त 2019 को किया गया। हाल ही में आए हुए भीषण गर्मी एवं लू तथा जल संकट की समस्या के निराकरण हेतु पर्यावरण संतुलन के लिए बहुत बड़ी योजना जल जीवन हरियाली योजना का कल शुभारंभ किया जा रहा है। जिसके तहत पर्यावरण संतुलन हेतु पूरे राज्य में दो करोड़ वृक्षारोपण किया जाना है। पुराने कुएं, तालाब, पोखड़, आहर, पइन और अन्य जलस्रोतों का जीर्णोद्धार करने के साथ-साथ नए जल स्रोतों का निर्माण किया जाना है।
गया जिला में भी 20 लाख पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही सभी पुराने कुएं, तालाब, आहार पइन एवं अन्य जल स्रोतों को चिन्हित किया गया है। साथ ही कई बड़े जल स्रोतों का नव निर्माण भी कराया जा रहा है। जल संचय हेतु भवनों में रेन टॉप वाटर हार्वेस्टिंग, सोक पीट का निर्माण कराया जा रहा है।
बुद्ध वाटिका पार्क भ्रमण के लिए लगेगा शुल्क
ज़िले के जीटी रोड एनएच -2 के समीप डोभी प्रखंड अवस्थित बुद्ध वाटिका पार्क पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है। देश-विदेश से हजारों सैलानी इस रोड से गुजरते वक्त इस पार्क में घूमना नहीं भूलते।यह पार्क लगभग 58 एकड़ क्षेत्र में फैला है। जो काफी आकर्षण है ही, मनलुभावन भी।
बुद्ध वाटिका पार्क |
वन एवं पर्यावरण विभाग द्वारा पार्क में घूमने के लिए 15 अगस्त 2019 से शुल्क का निर्धारण किया गया है। पूर्व में यह निःशुल्क था। डिस्टिक फॉरेस्ट ऑफीसर अभिषेक कुमार के अनुसार प्रवेश शुल्क निम्न प्रकार निर्धारित किया गया है। भारत एवं सार्क देश के 4.5 फीट या इससे कम ऊंचाई वाले पर्यटकों के लिए 10 रुपये तथा 4.5 से अधिक ऊंचाई वाले पर्यटकों के लिए 20 रुपये, अन्य देश के 4.5 फीट या इससे कम ऊंचाई वाले पर्यटकों के लिए 100 रुपये तथा 4.5 से अधिक ऊंचाई वालों के लिए पर्यटकों के लिए 200 रुपये, पार्क में वीडियो ग्राफी के लिए 500 रुपये तथा डॉक्यूमेंट्री/ विज्ञापन के लिए 5000 रुपये।
उल्लेखनीय है कि 58 एकड़ क्षेत्र में से 10 एकड़ क्षेत्र में खैर का जंगल मौजूद है। इस पार्क के मुख्य द्वार में प्रवेश करते ही ही कल्पवृक्ष के दर्शन होते हैं। यह पूरा क्षेत्र सुरक्षित वन के रूप में घोषित है। इस पार्क में बड़ी ही खूबसूरती से लैंडस्कैपिंग कर रेनबो गार्डन, औषधीय गार्डन, न्यूट्रीशनल गार्डन, फाइकस गार्डन, कैक्टस गार्डन, आरबोरेटम एवं बम्बूसेटम का डिजाइन किया गया है। पार्क के चारों तरफ स्थानीय प्रजातियों का पौधा रोपण किया गया है। पार्क के अंदर दो छोटे एवं बड़े सुंदर तालाब का निर्माण भी किया गया है। इस पार्क की विशेषता यह है कि में बिहार में पाई जाने वाली सभी प्रजातियों का पौधा मिलता है।
@ रिपोर्ट : अशोक कुमार अंज, लेखक- पत्रकार