*प्रतियोगिता का उद्घाटन जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने की*
*जिला निर्वाचन पदाधिकारी अभिषेक सिंह ने कहा कि 11 अप्रैल को गया के 9 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होना है, अधिक से अधिक संख्या में मतदान केंद्रों पर जाकर मतदान करना लक्ष्य*
गया : लोक सभा आम निर्वाचन 2019 के लिए अधिक से अधिक लोगों को मतदान कराने के उद्देश्य से स्वीप के अंतर्गत शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय (डाइट)में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का उद्घाटन जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी अभिषेक सिंह के कर कमलों से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी, उप निदेशक जनसंपर्क पदाधिकारी एवं डाइट के प्राचार्य ने सहयोग किए। भाषण प्रतियोगिता में शामिल युवा प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए जिला निर्वाचन पदाधिकारी अभिषेक सिंह ने कहा कि 11 अप्रैल को गया के 9 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होना है, अधिक से अधिक संख्या में मतदान केंद्रों पर जाकर मतदान करना है। उन्होंने कहा कि पूर्व में चुनाव के प्रति इतनी जागरुकता लोगों में नहीं थी लेकिन आज लोगों में जागरूकता है तथा आयोग की ओर से भी व्यापक प्रचार करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा की हम होली, दिवाली, ईद, बकरीद त्यौहार मनाते हैं लेकिन चुनाव एक महा त्यौहार है जिसमें देश के सभी मतदाता, जो विभिन्न जाति,भाषा,समुदाय के हैं, उसमें भाग लेते हैं। इसलिए यह हमारा महापर्व है। उन्होंने कहा कि चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि हमारी सारी व्यवस्था इस पर आधारित है। उन्होंने कहा कि कोई भी तंत्र या व्यवस्था बनाते हैं जिन्हें जिम्मेदारियां दी गई है वह काम कर सके और जो वहां तक पहुंचे वह स्वच्छ व्यवस्था के तहत पहुंचे,और यह व्यवस्था ही चुनाव है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की शुरुआत भारत से ही लगभग 3000 वर्ष पूर्व हुई थी। उस समय यहां जनपद की व्यवस्था थी उसी के साथ माना जाता है कि यूरोप के कई देशों में समकक्ष लोकतांत्रिक प्रणाली भी थी। उसके बाद राजशाही, तानाशाही की व्यवस्था भी रही, लेकिन सबसे अच्छी टेस्टेड व्यवस्था लोकतंत्र ही है। जिसमें सबको बराबर मताधिकार दिया गया है चाहे वह रिक्शा चालक हो चाहे वह वरीय पदाधिकारी हो, चाहे अमीर हो चाहे गरीब हो, चाहे कोई भी जाति समुदाय धर्म से हो सब के मत का मूल्य बराबर है इसलिए यह सबसे प्रभावी व्यवस्था है। इसके बाद यह सिद्ध हो गया कि लोकतंत्र से अच्छी व्यवस्था नहीं हो सकता है, चाहे विश्व का कोई भी देश हो। उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र बहुत बड़ा है और इस पर विश्व के सभी देशों की निगाह चुनाव के समय रहता है कि इतने बड़े देश में शांतिपूर्ण चुनाव कैसे संपन्न कराया जाता है। इसलिए हमें सुनिश्चित करना है कि हमारा हर एक वोट पड़े। यदि हम मतदान नहीं करते हैं तो यह कहने का हमें कोई हक नहीं कि यह काम ठीक नहीं हो रहा है, यह व्यवस्था सही नहीं है। जब हम अपना काम नहीं कर सकते तो दूसरे में कमी खोजने का अधिकार खो देते हैं। आप यदि यह सोचते हैं कि एक निर्वाचन क्षेत्र में लाखों मतदाता होते हैं, हजारों में जीत हार होती है तो मेरे एक मत नहीं दिए जाने से क्या होता है। परंतु अगर हर कोई ऐसा सोचने लगे तो फिर चुनाव कैसे होगा। उन्होंने कहा कि बिना किसी लोभ, दबाव में मतदान करेंगे तो सोचिए कितना अच्छा प्रतिनिधि चुनकर आएंगे। उन्होंने सभी युवाओं से अपने मताधिकार का प्रयोग करने तथा 11 अप्रैल को अपने परिवार के सदस्यों एवं पड़ोसियों को ले जाकर मतदान करवाने की अपील की उन्होंने कहा कि मतदान की तिथि को हर परिस्थिति में अपना मत का प्रयोग करें क्योंकि यह 5 वर्षों में एक बार आपको मिलता है और इससे बड़ा कोई अधिकार नहीं है।
कार्यक्रम का संचालन उप निदेशक जनसंपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता द्वारा किया गया। उन्होंने भी मतदाताओं में जागरूकता करने की अपील युवाओं से की तथा जिला शिक्षा पदाधिकारी ने भी मतदान की तिथि को युवाओं को अपने पड़ोस के एक एक मतदाताओं को मतदान केंद्र पर ले जाकर मतदान करने हेतु प्रोत्साहित किया।
भाषण प्रतियोगिता में स्क्रीन टेस्टेड लगभग 20 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें प्रशिक्षु राज किशोर कुमार ने 50 में से 43 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया, 42 अंक प्राप्त कर प्रशिक्षु धीरज राज ने द्वितीय स्थान पर कब्जा किया, तीसरे स्थान पर समृद्धि राय एवं नाजरत स्कूल के नाज अहमद रहे। निर्वाचक मंडल में डायट के प्रचार श्रीकांत प्रसाद सिंह, संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक मुरारपुर श्रीमती आनंद रूपांजलि, बद्री मारवाड़ी संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक, डीआरपी नगर निगम, प्रखंड साधन सेवी चंदा राय एवं शिक्षक मध्य विद्यालय भलुआ 2 के शिक्षक सूर्य प्रताप थे। कार्यक्रम संपन्न कराने में डाइट के पूर्व प्रशिक्षु दीपक कुमार एवं वंदना कुमारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रतिभागियों ने *मजबूत लोकतंत्र के लिए सबकी भागीदारी जरूरी है* के विषय पर महत्वपूर्ण भाषण दिया। आयोग द्वारा 17 वीं लोकसभा के लिए हो रहे चुनाव में पीडब्ल्यूडी मतदाताओं का शत-प्रतिशत मतदान कराने का संकल्प लिया है। इसके लिए निर्वाचक सूची में जिला के लगभग 27000 पीडब्ल्यूडी मतदाताओं को चिन्हित किया जा चुका है। जिन मतदान केंद्रों पर 20 से अधिक पीडब्ल्यूडी मतदाता होंगे उनके लिए निर्वाचन आयोग द्वारा वाहन की व्यवस्था की जा रही है तथा सभी मतदान केंद्रों पर रैंप की व्यवस्था की गई है। व्हील चेयर की भी सुविधा प्रदान की जाएगी। दृष्टिबाधित मतदाताओं के लिए मतदाता पर्ची ब्रेल लिपि में निर्गत की जाएगी। साथ ही इस बार ईवीएम में भी प्रत्याशी के फोटो के समीप ब्रेल लिपि में नाम रहेगा। 17 में लोकसभा चुनाव के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने अपना नारा *कोई मतदाता न छूटे* दिया है और इसी संकल्प के आलोक में सभी पीडब्ल्यूडी (दिव्यांग) मतदाताओं को भी शत प्रतिशत मतदान कराने की व्यवस्था की गई है।