हरित गया के लिए जागरूकता दौड़
गया : जिलाधिकारी अभिषेक सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा के नेतृत्व में जल शक्ति एवं वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत गिरीनाथन का आयोजन आईओसीएल के सौजन्य से किया गया। जल संचय एवं वृक्षारोपण के लिए लोगों में जागरूकता लाने हेतु गया के लोगों ने दौड़ लगाई। टावर चौक पर जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने greenathon:Run for Gaya को हरी झंडी दिखाएं। इस अवसर पर डीजीएम आईओसीएल प्रमोद रंजन, उप विकास आयुक्त किशोरी चौधरी, नगर आयुक्त सावन कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सदर सत्येन्द्र कुमार गुप्ता, पुलिस उपाधीक्षक नगर राजकुमार साह, उप निदेशक जन संपर्क पदाधिकारी उपस्थित थे।
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हरित गया के लिए जागरूकता
मुहिम के मंच पर डीएम- एसएसपी
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गिरीनाथन- टावर चौक से जीबी रोड- पीर मनसूर चौक- समाहरणालय चौक – काशीनाथ मोड़- सरकारी बस स्टैंड होते हुए गया संग्रहालय तक सभी लोगों ने दौड़ लगाई। वरीय उप समाहर्ता जिला नजारत शाखा शैलेश दास, जिला पंचायती राज पदाधिकारी सुनील कुमार, उत्पाद उप अधीक्षक, जिला शिक्षा पदाधिकारी मो0 मुस्तफ़ा हुसैन मंसूरी, जिला गोपनीय शाखा प्रभारी रविशंकर कुमार, सिविल सोसायटी के मोहम्मद मोती करीमी, डॉक्टर फरासत हुसैन, चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष कौशलेंद्र कुमार एवं अन्य सदस्य, रोटरी क्लब के सदस्य, नागरिक परिषद के सदस्य, वरीय उप समाहर्ता दुर्गेश नंदिनी, वरीय उप समाहर्ता अमित राज सिंह, वरीय उप समाहर्ता शाहबाज खान, वरीय उप समाहर्ता अमित पटेल, वरीय उप समाहर्ता अभिषेक कुमार,स्काउट एंड गाइड के सचिव प्रदीप पांडेय, डायरेक्टर डी शांति समिति के सदस्य, मनरेगा के कनिया अभियंता, जल शक्ति अभियान के पदाधिकारी गण, शहरी क्षेत्र के विद्यालयों के शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं, रोटरी क्लब के सदस्य, रेड क्रॉस सोसाइटी के सदस्य गण, आईओसीएल के पंकज,निर्पेन, गुंजन, गौरव इत्यादि शामिल थे।
हरित गया के लिए जागरूकता दौड़ के उपरांत सभा को सम्बोधित करते डीएम अभिषेक सिंह |
गया संग्रहालय में आयोजित समापन समारोह को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बच्चों से नारा लगवाया जल है तो कल है। और कहा कि आज जो हम जल संचय और वृक्षारोपण का प्रयास कर रहे हैं इसका परिणाम 15 वर्षों के बाद दिखेगा। उन्होंने कहा कि बचपन में वे कभी नहीं सोचे थे कि कभी पानी की भी समस्या उत्पन्न होगी लेकिन आज जल संकट उत्पन्न हो गया है। उन्होंने कहा कि हमारे गांव के आसपास इतने पेड़ उपलब्ध थे कि गर्मी का कभी एहसास नहीं हुआ। लेकिन आज गया में लू से 50 से ज्यादा की मौतें हो गई। पानी का संकट प्रतिवर्ष हम झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज यह स्थिति हो गयी है कि यहां उपस्थित लोगों में से कई लोग प्रायः फोन करते हैं कि मेरे घर पर पानी नहीं आ रहा, दंडीबाग वाटर सप्लाई खराब हो गया इत्यादि।
हरित गया के लिए जागरूकता दौड़ को हरि झंडी दिखाते डीएम अभिषेक सिंह |
उन्होंने कहा कि सुखाड़ की समीक्षा में यह बात सामने आई है कि 1952 से अब तक 16 बार सुखाड़ आया जिसमें से 1952 से 2000 तक 8 बार और 2001 से अब तक 8 बार सुखाड़ हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले 50 साल में 8 बार सुखाड़ हुआ जबकि पिछले 18 साल में 8 बार सुखाड़ घोषित हुआ। यह दर्शाता है कि जल संकट किस तरह बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि वृक्षों का आच्छादन अब 7% रह गया है। उन्होंने कहा कि एक स्वच्छ और अच्छे शहर के लिए कम से कम 17% वृक्ष का आच्छादन होना चाहिए और देश में 19% से 21% वृक्षों का आच्छादन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वृक्ष आसपास के धूल को भी रोकता है और हवा को शुद्ध करता है, बारिश को आकर्षित करता है। इसलिए एक- एक पेड़ का महत्व हमारे जीवन में है। उन्होंने कहा कि 01 अगस्त से 10 अगस्त तक वृक्षारोपण अभियान है। उन्होंने जिले के सभी बच्चों से 01 अगस्त से 07 अगस्त के बीच कम से एक- एक पौधा लगाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अब पेड़ों को संरक्षित रखने के लिए उपाय भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने परिसर में अपने आसपास वृक्षारोपण कर सकते हैं। यह हमारी भावी पीढ़ी के लिए वरदान साबित होगी।
हरित गया के लिए जागरूकता दौड़ के उपरांत सभा में शामिल लोग |
उन्होंने कहा कि हम छोटी-छोटी पहल करके जल संचय कर सकते हैं। नल को खुला छोड़ कर ना छोड़ें, वर्षा का जल छत पर गिरता है उसे हम लोग टैंक बनाकर संचय करें और उस टैंक में बोरिंग का भूगर्भ जल रिचार्ज कर सके तो हमारे यहां जल संकट नहीं होगा। उन्होंने कहा कि गया के नदी में पानी नहीं है, जल का कोई अन्य स्रोत भी नहीं है। इसलिए हम लोगों को भूगर्भ जल पर ही आश्रित रहना है। यदि हमें जल संकट से बचना है तो इन बचाव के उपायों को करना होगा। उन्होंने कहा कि जहां भी पानी है वहां सोख्ता बनाकर उसे सोख्ता में ही पानी निकास कराएं। अपने आसपास घरों में सोख्ता बनवाएं। यह सब छोटे-छोटे स्टेप अगर कर लेते हैं तो हम जल संकट से बच सकते हैं।
हरित गया के लिए जागरूकता दौड़ के उपरांत सभा को सम्बोधित करते एसएसपी राजीव मिश्रा |
इस अवसर पर वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने कहा कि हम अपने दैनिक व्यवहार में परिवर्तन करके जल समस्या से निजात पा सकते हैं। जल संचय कर सकते हैं, वृक्षारोपण कर सकते हैं। उन्होंने अपने कॉलेज के दिन का उदाहरण देते हुए कहा कि किस तरह से एक ही पॉलिथीन बैग का इस्तेमाल कई बार करते थे। चेंबर ऑफ कॉमर्स के कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने वृक्षारोपण का महत्व बताते हुए कहा कि चेंबर ऑफ कॉमर्स के सभी सदस्य इस अभियान को आगे बढ़ाएंगे। डॉक्टर फरासत हुसैन ने कहा कि आज के दौर में वृक्षारोपण एवं जल संचय अति आवश्यक हो गया है। उन्होंने जल और शुद्ध हवा का महत्व बताते हुए कहा कि हम सबको आगे बढ़कर इसके लिए सामूहिक प्रयास करना होगा। कार्यक्रम का संचालन उप निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता द्वारा किया गया उन्होंने भी जल संचय एवं वृक्षारोपण के महत्व से लोगों को अवगत कराया।
रिपोर्ट : लेखक- पत्रकार अशोक कुमार अंज
रिपोर्ट : लेखक- पत्रकार अशोक कुमार अंज
हरित गया के लिए दौड़े डीएम- एसएसपी |