वजीरगंज के लाल का संबोधन-
जनभागेदारी से वजीरगंज को झकाझक नया बनाना, हम ने ठाना है फूल को मूर्झाना है, वजीरगंज में जीत की अंग्रेज़ बाजा बजाना है
गया : युवा नेता चितरंजन कुमार चिंटूभैया ने अपने संबोधन में कहा जिसने वजीरगंज को चौपट करने वाली पूर्व जनप्रतिनिधि फिर चुनावी मैदान में उतरा है। वैसे महा ठग से बचें। वह वजीरगंज को उपेक्षा की नज़रिया से देखा। वजीरगंज विकास से पिछड़ा हुआ है, यह उसी का देन है।
एक भी वोट ठगने वाले जनप्रतिनिधि को मत देना, वर्ना फिर पछताओगे। 10 साल पछताया है, आगे भी पछताओगे। वजीरगंज को उसने रसातल में ढकेल दिया है। यही वजह है विकास से वजीरगंज बहुत पीछे है।
वजीरगंज बाजार का जर्जर बदहाल गड्ढेनुमा सड़क उसी की देन है। वजीरगंजवासी संकट से गुज़रा, वो ख़बर तक सेने नहीं आया और अब जब चुनाव का वक़्त आया है तो वोट माँगने आया है। विकास की आशा उससे मत रखिए।
वजीरगंज दखिनगांव के लाल को वोट की मजबूती देकर विधानसभा भेजने का काम करें। वक़्त आ गया है युवा को मौका दीजिए, तुरही बाजा छाप पर वोट देकर चिंटूभैया को जिताइये, विजय बनाएँ।
युवा जनप्रतिनिधि से ही उपेक्षित वजीरगंज बनेगा चकाचक।
चुनाव है जरा याद कर लो, वजीरगंज बाजार के कीचड़युक्त गड्ढेनुमा सड़क को, जिस पर चलना मुश्किल है। वो दर्द याद करो, जिसने बदहाल सड़क को देखने तक नहीं आया। जनता त्रस्त थी, तब से रहे थे। अब चहेता बन के वोट माँगने आया है। वोट की राजनीति करने आया है। इस वोट की राजनीति से विकास नहीं होने वाला है।
ठगेरा को वोट मत डालना।
विकास के नाम पर युवा नेता चिंटूभैया को बाजा छाप पर बहुमूल्य वोट डालना। जिससे नया वजीरगंज बनेगा।
ठगने वाले पूर्व जनप्रतिनिधि को वोट डालने से पहले, वजीरगंज की बदहाली को जरूर याद करना। वही वजीरगंज को बर्वाद किया है, ये जानते हैं। वही वजीरगंज को नर्क बनाया।
चुनाव आते हीं फिर हितैषी बनने का ढ़ोंग करने आया, झूठे वादे वाले नेता। फिर प्रलोभन का दाना डालने आया, यारों जाल में मत फँसना।
उसने कहा वजीरगंज के लाल को वोट दें। जिसने ठाना, वजीरगंज नया बनाना।
चिंटूभैया ने जनता मालिकों से आग्रह निवेदन करते हुए कहा एक- एक क़ीमती वोट बाजा छाप पर दें, तभी उपेक्षित वजीरगंज नया बनेगा। जनभागेदारी से वजीरगंज को झकाझक नया बनाना है। हम ने ठाना है फूल को मूर्झाना है, वजीरगंज में जीत की अंग्रेज़ी बाजा बजाना है।
➖AnjNewsMedia
