हाथ 20 सेकेंड तक धोएं, भीड़ से रहें दूर
अपने आंख, नाक, कान, मुंह इत्यादि ना छुएं, नॉनवेज खाने से करोना नहीं होता
गया : मगध प्रमंडल आयुक्त असंगबा चुबा आओ ने कोरोना वायरस से बचाव एवं जागरूकता को लेकर बैठक की। आयुक्त ने कहा कि लोगों को इसके बचाव के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी को विशेष प्रिकॉशन लेने का सुझाव दिया उन्होंने कहा कि अपने साथ-साथ अपने परिवार, रिश्तेदार, पड़ोसी या समाज के लोग जिनके कांटेक्ट में रहते हैं उन्हें भी यह जानकारी दें और लोगों को जागरुक करें। ताकि जो मेजर प्रिकॉशन है उसे वह अपना सके।
कोरोना वायरस की जागरूकता की बैठक करते आयुक्त, दिए कई टिप्स बचाव के लिए |
इसके लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डॉक्टर सुनील कुमार ने करोना वायरस से बचाव एवं प्रिकॉशन के लिए आयुक्त कार्यालय के कर्मियों को कई टिप्स दिए। बैठक को संबोधित करते हुए मगध मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सुनील कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस डिजीज 2019 एक बीमारी है। कोरोना वायरस के लिए विस्तृत रूप से प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। कोरोना वायरस एक सिंगल वायरस नहीं है। कोरोना वायरस एक ग्रुप ऑफ वायरस है। कोरोना वायरस एक अलग तरीके का वायरस है। इस वायरस से कैसे बचा जाए इसके लिए यह जागरूकता कार्यक्रम रखा गया है। उन्होंने कहा कि व्हाट्सएप ग्रुप या अन्य सोशल मीडिया एक्टिविटी से इसका गलत प्रचार प्रसार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोई भी इन्फेक्शन का एक पिक (उच्च)बिंदु होता है। वो पिक कहां पर है, कितना दूर तक इन्फेक्शन फैलता चला जाता है, इसके बारे में अब तक कोई नहीं जानता है, इसके लिए रिसर्च जारी है। इंफेक्शन के लेवल को धीरे-धीरे सीमित करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं और इसके लिए अवेयरनेस भी लगातार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोई आदमी यदि खांस रहा है, छींक रहा है तो जो वाटर पार्टिकल्स होते हैं, मुंह से जो सलाइवा निकलता है, वह हवा में फैलता है।उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का एक सकारात्मक (पॉजिटिव) बात यह है कि इस वायरस(विषाणु) का एयर में ट्रैवलिंग डिस्टेंस (हवा में चलने की दूरी)खांसने के बाद या छींकने के बाद 6 फीट दूर बैठे व्यक्ति में यह बीमारी नहीं फैलेगी। एयर में जो ड्रॉपलेट्स तैरते रहते हैं, उसका टाइमिंग बहुत कम है। कुछ घण्टे या मिनट तक ही हवा में रहता है और धीरे-धीरे वह मिट्टी, मेटल, डोर, आयरन, ग्लास या जहाँ पर आदमी छींका तो वह वायरस *पार्टिकल्स* वहां पर जाकर सेट हो जाता है और वहां पर 9 घंटों से 12 घंटे तक वायरस जिंदा रहता है। उन्होंने कहा कि इन सभी बिंदुओं पर रिसर्च चल रहा है। अभी तक के रिसर्च से यही पता चला है कि 9 से 12 घंटे तक मेटल पर, डोर पर, बोर्ड पर, या किसी ग्लास पर जाकर सटा रहता है। इस दौरान कोई भी आदमी जाकर उसे टच करता है तो वह पार्टिकल उसके हाथ में या कांटेक्ट एरिया(संपर्क क्षेत्र) में चला आता है। इसके बाद हमारे जो कॉमन एक्टिविटी(सामान्य गतिविधि) है जैसे आंख छूना, नाक छूना, कान छूना, चेहरा छूना फिर वह वायरल पार्टिकल धीरे-धीरे मुंह के द्वारा शरीर में प्रवेश कर जाता है। जिसके कारण इंफेक्शन हो जाता है और इन्फेक्टेड व्यक्ति खांसी, बुखार इत्यादि से पीड़ित हो जाता है। यही वायरस खांसने से हंसने से किसी दूसरे व्यक्ति को संक्रमित करता है। वैसे आदमी को प्रिकॉशन लेने(सावधानी) की आवश्यकता है। वैसे लोगों को मास्क पहनने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि मास्क सभी को पहनने की आवश्यकता नहीं है, उन्हें पहनना आवश्यक है, जो व्यक्ति सर्दी, खांसी, बुखार से ग्रसित हैं, वे लोग मास्क पहनेंगे। साथ ही मेडिकल के कर्मी, डॉक्टर या जो मेडिकल में सस्पेक्टेड कोरोना के मरीजों को देखते हैं, उन्हें मास्क पहने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि वायरस से बचाव के लिए अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह से 20 सेकंड तक धोने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यदि पब्लिक मीटिंग में जाते हैं या हॉस्पिटल में जाते हैं या आपको लगता है कि सोसाइटी में या ट्रेन से सफर कर रहे हैं, बस से सफर कर रहे हैं या टैक्सी से सफर कर रहे हैं, उसके बाद हाथ को निश्चित रुप से धोएं। डाउटफुल(संदिग्ध) सामान छूने पर हैंडवास जरूर करें। यदि पब्लिक मीटिंग में जाते हैं तो मीटिंग से घर आने के बाद अपने कपड़ा को अवश्य रुप से धोएं।
उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर ऐसा देखा जा रहा है कि नॉनवेज खाने से बीमारी फैलता है। यह बात पूर्णतया गलत है। नॉनवेज(मांस) खाने से कोरोना वायरस नहीं फैलता है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का इनफेक्शन कहाँ से होता है। उन्होंने बताया कि इंडिया में अब तक जो भी इंफेक्शन मिले हैं वह बाहर से इन्फेक्टेड देश से जो पब्लिक(व्यक्ति) आए हैं उनके द्वारा फैला है या उनमें मिला है। यदि कोई व्यक्ति इनफेक्टेड देश में नहीं गया है, तो उसे मास्क पहनने या डरने की आवश्यकता नहीं है।
बैठक में आयुक्त ने बताया कि सीनियर सिटीजन को जिन्हें डायबिटीज, हार्ट प्रॉब्लम इत्यादि कोई बीमारी है तो उन्हें विशेष प्रिकॉशन रखने की आवश्यकता है।
उन्होंने आयुक्त कार्यालय के सभी कर्मियों को सुझाव दिया कि आयुक्त कार्यालय में हैंड वाश की व्यवस्था की गई है जो भी कर्मी या पदाधिकारी कार्यालय आते हैं, तो सबसे पहले हैंड वाश अवश्य रुप से प्रतिदिन करेंगे। साथ ही अपने कार्यालय कक्ष में जहां बैठते हैं उसे पूर्णतया साफ सुथरा रखेंगे। उन्होंने सभी कर्मियों को अपने साथ रुमाल रखने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को खांसी या छींक आती है, तो अपने एल्बो(केहुनी) को मोड़कर खांसे या छींके। यदि आपके पास टिशू पेपर उपलब्ध है तो वन टाइम यूज करके उसे तुरंत बंदनुमा डस्टबिन में फेंके। उन्होंने कहा कि जहाँ तक पॉसिबल(संभव) हो पब्लिक गैदरिंग(भीड़) ना करें। एक दूसरे से हाथ मिलाने के बजाय दूर से ही नमस्ते करें।
– रिपोर्ट : अशोक कुमार अंज, लेखक-पत्रकार