गया में खेलो इंडिया का शुभारंभ

*डीएम ने किये खेलो इंडिया कार्यक्रम का शुभारंभ*
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जिलाधिकारी ने कहा भारत सरकार एवं राज्य सरकार का प्रयास है कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले सभी प्रतिभाओं की पहचान की जाए, उन्हें मुख्यधारा में लाया जाए और आगे बढ़ने के लिए एक प्लेटफॉर्म दिया जाए

डीएम किये खेलो इंडिया का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ

गया : गया कॉलेज खेल परिसर में आयोजित खेलो इंडिया कार्यक्रम का उद्धघाटन जिलाधिकारी अभिषेक सिंह के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर उप निदेशक, जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, जिला खेल पदाधिकारी मोहम्मद शमीम अंसारी, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर फरासत हुसैन, जिला ओलंपिक संघ के सचिव मोती करीमी, समाजसेवी शिवबचन सिंह, बिहार एथलेटिक संघ के ग्रुप विजय कुमार सिंह, बुद्धा आईटीआई के निदेशक ने सहयोग प्रदान किया। इस अवसर पर जिला खेल पदाधिकारी मोहम्मद शमीम अंसारी द्वारा स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया, साथ ही सभी अतिथियों को पुष्पगुच्छ प्रदान कर सबों का स्वागत किया गे। उन्होंने कहा है कि जिलाधिकारी महोदय की प्रेरणा एवं प्रोत्साहन के कारण इतना बड़ा कार्यक्रम संभव हो सका है। उल्लेखनीय है कि वामपंथी, उग्रवाद एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों एवं योजनाओं के साथ वहां के युवाओं को खेल से जोड़ने के उद्देश्य से खेलो इंडिया कार्यक्रमआयोजन किया गया किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार एवं राज्य सरकार का प्रयास है कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले सभी प्रतिभाओं की पहचान की जाए, उन्हें मुख्यधारा में लाया जाए और आगे बढ़ने के लिए एक प्लेटफॉर्म दिया जाए, जहां से उनको अगले आयाम तक ले जा सके। वैसे क्षेत्र जो कभी न कभी वामपंथी, उग्रवाद या नक्सलवाद से प्रभावित रहे हैं, उन्होंने कहा कि इस क्रम में पूर्व से ही कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, आप सबों ने अखबार में पढ़ा होगा कि प्रत्येक 15 दिनों में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में *आपका प्रशासन आपके द्वार* कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें केंद्र एवं राज्य सरकार के जिला स्तर के सभी विभाग आप तक जाते हैं एवं आपकी समस्या का निदान करते हैं, साथ ही विभिन्न सरकारी सुविधाएं जैसे – राशन कार्ड, आधार कार्ड, गैस कनेक्शन, पेंशन, एलइडी बल्ब इत्यादि की सुविधा दी जा रही है तथा समस्या का समाधान ऑन द स्पॉट किया जा रहा है। सलैया, लुटुवा, डोभी और गुरपा में *आपका प्रशासन आपके द्वार* कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसके साथ ही कुछ और प्रयास किए जा रहे हैं। उन क्षेत्रों के स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने की कवायद चल रही है। सड़कें, पुल, पुलिया, आगनबाडी, विद्यालय इन सभी को बेहतर करने के लिए कार्य चल रहा है।
इसी के साथ हमें या आवश्यकता महसूस हुई जो हमारी युवा पीढ़ी है उसे कैसे प्रोत्साहित किया जाए, उनके भविष्य कैसे उज्जवल किया जा सके, उन्हें कैसे बताया जा सके कि आप मुख्यधारा से जुड़कर अपना भविष्य संवार सकते हैं। भले ही आप सुदूर क्षेत्र में है लेकिन आपको शहरी क्षेत्र की सारी सुविधाएं मुहैय्या कराई जा सके और इसीलिए ऐसे सुदूर क्षेत्रों के स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस के माध्यम से, अच्छे शिक्षक के अभाव में भी, आप सेटेलाइट के माध्यम से बेहतर शिक्षकों से जुड़ सकेंगे। आंगनबाड़ी सेंटर को शहरों के प्ले स्कूल की तरह बनाया जा रहा है कि जिसमें बच्चे की अभिरुचि हो।  वैसी ग्रामीण जनता जो बहुत समय से मुख्यधारा से अलग हैं उन्हें पता नहीं है कि आज देश कहां से कहां पहुंच गया है, क्या हमारी महत्वकांक्षाएं हैं और कैसे हमारे युवा होनहार बच्चे देश का नाम रोशन कर रहे हैं, उनको भी मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सामुदायिक भवन का निर्माण किया गया है, जहां टीवी, सेटअप बॉक्स, डीटीएच की व्यवस्था की जा रही है ताकि वे देश दुनिया में होने वाली गतिविधियां से जुड़ सकें।उन्होंने कहा कि हम लोगों ने ऐसे क्षेत्रों के होनहार युवा बच्चों को जिनकी रुचि विभिन्न खेलों में है, उन्हें आगे बढ़ाने के लिए, मुख्यधारा से जोड़ने के लिए एक कार्यक्रम बनाया है, जिसके अंतर्गत 101 पंचायतों के सभी स्कूल में मैदान की उपलब्धता को देखते हुए उसी के अनुसार खेल सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी, कोर्ट, खेल मैदान का निर्माण कराया जाएगा और खेलने के लिए फुटबॉल, वॉलीबॉल, क्रिकेट इत्यादि सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। ताकि हमारे वैसे बच्चे जिन्हें संसाधन का अभाव है, उन्हें वह सारी सामग्री उपलब्ध कराई जा सके। एक ऐसा समय था जब माना जाता था कि खेलने वाले बच्चों का भविष्य अंधकारमय होगा। आज देश में सभी खेलों का प्रो लीग मैच का आयोजन किया जा रहा है। हम लोगों ने कभी सोचा भी नहीं था कि कबड्डी का भी प्रो लीग मैच होगा, आज कबड्डी, बैडमिंटन, वॉलीबॉल के खिलाड़ियों को भी ख्याति और ईनाम मिल रहे हैं। पूर्व से चल रहे खेल विधा को स्थापित है और इन के खिलाड़ियों को पहचान मिल रही है। फुटबॉल में भी आज भारतीय खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, इनमें ग्रामीण क्षेत्र के मेधावी लड़के उभर कर आ रहे हैं। हमारे राष्ट्रीय खेल हॉकी जो सबसे ओलंपिक में अच्छा परफॉर्मेंस दिया है।
ख़ासकर महिला हॉकी टीम में झारखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्र से खिलाड़ियों को चिन्हित करके लाया गया है और जो ये जिस प्रकार खेल खेल रहे हैं । उन पर सारा देश गर्व करता है।
अगर सही में किसी की खेल में अभिरुचि है और वह अच्छा खेल रहै है तो उसे प्रशिक्षण प्रदान कर अच्छा खिलाड़ी बनाया जा सकता है। उन्होंने खेलो इंडिया में भाग लेने वाले सभी बच्चों को कहा कि आप सब में वह टैलेंट है और हम चाहते हैं उसी टैलेंट को इस माध्यम से चिन्हित किया जाए और चिन्हित करके वह सारी व्यवस्थाएं, संसाधन, कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाए, जिससे आप भी आगे बढ़ सकें और आप इस प्रतिभा को प्रदेश, राज्य, राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जा सके। उन्होंने कहा कि उनका व्यक्तिगत मानना है कि *गया जिला में युवा प्रतिभा की कमी नहीं है, जरूरत है उन्हें उभारने की।* उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जो पहल शुरू की गई है वह बहुत आगे तक जाए और आगे जाकर गया का, बिहार का और अपने देश का नाम रोशन कर सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार और प्रशासन की तरफ से नियामकूल यथासंभव सहायता दी सकती है, वह दी जाएगी। उन्होंने भाग लेने वाले खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं दी और कहा कि जो किन्हीं कारणों से आज यहां बेहतर नहीं कर पाते हैं वह यहां से वापस जाकर सरकार द्वारा दी जा रही सुविधा का उपयोग करें एवं पुनः अपनी क्षमता को विकसित कर अगले प्लेटफॉर्म पर जाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने गुब्बारे उड़ाकर खेल की शुरुआत की तथा अपने हाथों से खिलाड़ियों को ड्रेस प्रदान की।

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