गया में निजी संचालित नर्सिंग होम में रोगियों से अवैध वसूली
बिहार सरकार से नकेल कसने की लगाई गुहार
गया : भाजपा के वरीय नेता सह पूर्व विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह ने निजी नर्सिंग होम, अल्ट्रासाउंड, सिटी स्कैन और जांच घर में मरीजों से अनावश्यक पैसे की वसूली की जा रही है । इस मुद्दे को उठाते हुए उन्होंने कहा गया में निजी रूप से संचालित नर्सिंग होम में रोगियों से अवैध वसूली की जा रही है रोगी के इलाज में हो रहे खर्च का जीएसटी बिल नहीं दिया जा रहा है।
केवल सादा कागज पर रोगियों को बिल उपलब्ध करा दिया जाता है ,साथ ही साथ किसी भी नर्सिंग होम में मूल्य तालिका नहीं लगाया गया है ।इसी प्रकार गया के मंगलदीप सिटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड सेंटर में मरीजों से पैसे की लूट की जा रही है। उपरोक्त संस्थान के पास जीएसटी बिल और मूल्य तालिका दोनों नहीं है साधारण सिटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड एम आर आई में नाजायज रूप से पैसे की वसूली की जाती है ।रोगी से पैसा लेने के बाद जीएसटी बिल नहीं दिया जाता है ।मैं खुद इस वाक्य से गुजरा हूं। सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड के नाम पर मोटी रकम लेने के बाद जी एस टी बील अभी तक उपलब्ध नहीं कराया जा सका है।इसी प्रकार से गया के सभी जांच घर भी उपरोक्त पद्धति अपनाई जा रही है। यहां तक करो ना जांच के नाम पर निजी जांच घर ग्राहक से अधिक पैसा की उगाही करते हैं और कोई भी जीएसटी बिल उपलब्ध नहीं करा पाते। जांच किट की खरीदारी और बिक्री कभी भी स्पष्ट नहीं हो पाती हैं, क्योंकि जीएसटी बिल ही उपलब्ध नहीं हो पाती है। जीएसटी बिल मिलने से यह मालूम रहता कि यह कीट प्राइवेट कंपनियों से खरीदा गया हैया नहीं। कोरोना की जांच सरकार के द्वारा फ्री की जा रही है। यह सरकारी कीट प्राइवेट जांच घर में उपलब्ध हो जा रहा है और जनता से पैसा नीजी जांच घर द्वारा वसूल की जा रही है। यह किट मार्केट से या सरकारी कर्मी से खरीद कर निजी जांच घर में कोरोना की जांच की जा रही है यह जांच का विषय है । चाहे नर्सिंग होम हो, सीटी स्कैन,अल्ट्रारासाउंड ,एम आर आई या जांच घर किसी भी संस्थान में मूल्य तालिका और जीएसटी बिल उपलब्ध नहीं है।इन सारी विषयों पर उच्च स्तरीय जांच कर उचित कार्रवाई की आवश्यकता है एक तरफ सरकार फ्री जांच किट उपलब्ध करा रही है, और दूसरे नर्सिंग होम सिटी स्कैन अल्ट्रासाउंड एवं जांच घर के संचालकों के द्वारा जीएसटी बिल नहीं देकर सरकारी राजस्व का चूना लगाया जा रहा है और दूसरी तरफ जनता की गाढ़ी कमाई स्वास्थ्य के नाम पर दोहन की जा रही है ।यह दोनों तरह के हथकंडे अपनाने वाले लोग सरकार को बदनाम करते हैं अतः सरकार जल्द से जल्द इन संस्थानों के ऊपर नकेल कसने की आवश्यकता है।
➖AnjNewsMedia