सुविधाओं को लेकर रोगी कल्याण समिति की बैठक
कोरोना वायरस से बचने के लिए सफाई बेहद जरूरी : आयुक्त
गया : मगध प्रमंडल, आयुक्त असंगबा चुबा आओ की अध्यक्षता में आयुक्त कार्यालय सभागार में गत दिनों रोगी कल्याण समिति की बैठक अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुई। बैठक में अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पेयजल की उपलब्धता की समीक्षा की गई। आयुक्त ने कहा कि गर्मी का मौसम आ रहा है पानी की समस्या नहीं होनी चाहिए। अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि पेयजल के लिए कई वाटर कूलर लगे हुए हैं। पिछले वर्ष गर्मी में ट्यूबवेल काम करना बंद कर दिया था, जिसे 400 फीट तक डीप बोरिंग कराया गया है। आयुक्त ने कहा कि पेयजल से संबंधित किसी भी तरह की समस्या होती है तो पीएचईडी तकनीकी सहयोग करेंगे, लागत व्यय का भुगतान अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल द्वारा किया जाएगा। पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता विवेक कुमार ने बताया कि शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति का कार्य बुडको द्वारा कराया जा रहा है और अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज शहरी क्षेत्र में पड़ता है। मेडिकल कॉलेज तक पाइप लाइन गया हुआ है, केवल कनेक्शन देना बाकी है।
गया में रोगी कल्याण समिति की बैठक करते आयुक्त तथा डीएम अस्मपताल की सुविधाओं पर हुई गहन चर्चा |
आयुक्त ने अगले 1 माह में वुडको को कनेक्शन देने के निर्देश दिए। एएनएमसीएच के अधीक्षक डॉ विजय प्रसाद ने बताया कि एएनएमसीएच का वाटर टावर 1970 का बना हुआ है और अब इसके अतिरिक्त टावर बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने पीएचईडी को अगले 20 सालों तक की जनसंख्या का ध्यान रखते हुए टावर एवं जलापूर्ति योजना बनाने के निर्देश दिए।
शौचालय की समीक्षा के दौरान सौरभ कुमार, प्रोजेक्ट इंजीनियर ने बताया कि एएनएमसीएच में 34 शौचालय कार्यरत हैं, जबकि अधीक्षक, एएनएमसीएच द्वारा इस पर आपत्ति की गई। उन्होंने कहा कि सभी शौचालयों में फिनिशिंग के कार्य नहीं हुए हैं। आयुक्त ने कहा कि शौचालय में गंदगी नहीं रहनी चाहिए। किसी भी परिसर की सफाई का मानक वहाँ के शौचालय की सफाई है। यदि शौचालय साफ नहीं है तो निश्चित रूप से अन्य स्थल भी साफ नहीं होंगे। सफाई एजेंसी एवं अस्पताल प्रबंधक ने सफाई सामग्री उपलब्ध कराने की बात को लेकर एक-दूसरे के विरुद्ध विरोधाभास व्यक्त किए। आयुक्त ने अस्पताल प्रबंधक को 1 महीने की सफाई सामग्री का आकलन कर सफाई सामग्री आउटसोर्सिंग एजेंसी को एक ही बार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में सफाई करने के लिए दो आउटसोर्सिंग एजेंसी कार्यरत हैं तथा दोनों के क्षेत्र बटे हुए हैं। आयुक्त ने कहा कि यदि साफ – सफाई के विरुद्ध कोई शिकायत मिलेगी तो ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि जीवन में फिर कभी कहीं काम नहीं मिलेगा।
नाली की समीक्षा के दौरान बताया गया कि एनएमसीएच में बरसात के दिनों में जलजमाव बनी रहती है तथा ड्रेनेज सिस्टम भी अस्त-व्यस्त है। उन्होंने वुडको को मई महीने के अंत तक ड्रेनेज का कार्य पूर्ण कर लेने को कहा तथा वर्षा के समय जलजमाव के लिए एनएमसीएच में जल-जीवन-हरियाली योजना के अंतर्गत एक तालाब निर्माण कराने का सुझाव दिया।
भवन की स्थिति की समीक्षा के दौरान बताया गया कि एनएमसीएच में 100 बेड वाला दो भवन (जी प्लस 3) बनाया जा रहा है। आयुक्त को बताया गया कि इसमें लिफ्ट भी लगवाया जा रहा है। आयुक्त ने उत्तम कोटि के लिफ्ट लगवाने के निर्देश दिए।
अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि ट्विंस वार्ड के भवन की स्थिति जर्जर है। बीएमएसआईसीएल के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि प्रशासनिक स्वीकृति की कार्रवाई चल रही है जल्द ही भवन को दुरुस्त कराया जाएगा।
बैठक में बताया गया कि आयुक्त के निदेशानुसार आयुष्मान भारत योजना के लिए अक्समिकी भवन में आयुष्मान सेल तैयार किया गया है जिसमें आरोग्य मित्र प्रतिनियुक्त हैं।
अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में लगे हुए पुराने सीसीटीवी कैमरे को बदलकर नाईट विजिबल कैमरा के साथ नया सिस्टम स्थापित करने के निर्देश दिए गए ।
उन्होंने अस्पताल में पड़े रद्दी बेड एवं अन्य सामग्रियों की नीलामी जल्द से जल्द करवाने के निर्देश दिए। एएनएमसीएच परिसर से बायो मेडिकल वेस्ट के उठाव के लिए आयुक्त ने सभी नर्सेज, सफाई कर्मी एवं आउटसोर्सिंग के सभी कर्मियों को रिफ्रेशर ट्रेनिंग प्रत्येक माह दिलवाने के निर्देश दिए।
बैठक में *कोरोना* वायरस को लेकर भी समीक्षा की गई। सिविल सर्जन गया सह क्षेत्रीय अपर निदेशक, प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं,मगध प्रमंडल बीके सिंह ने बताया कि शेरघाटी में कोरोना का एक संदिग्ध केस पाया गया है। जिसे अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के स्पेशल वार्ड में रखा गया है। आयुक्त ने कहा कि आइसोलेशन वार्ड में जो जाएगा उसे आइसोलेशन मोड में रहना होगा।
गया एयरपोर्ट के प्रतिनिधि अर्पित कुमार ने बताया कि गया हवाई अड्डा पर प्रतिदिन 400 विदेशी एवं 120 देशी यात्री आते हैं। विदेशी यात्री एयर ब्रिज से आते हैं और डोमेस्टिक यात्री नन एयर ब्रिज से आते हैं जहां मेडिकल टीम लगाई गई है। जिलाधिकारी अभिषेक सिंह के निर्देशानुसार नन एयर ब्रिज के गेट पर भी मेडिकल टीम लगाई गई है। यदि *कोरोना* का कोई मरीज मिलता है तो उसे पिछला गेट से बाहर निकालने की व्यवस्था की गयी है। एयरपोर्ट पर ऐसे मरीजों के लिए 11 बेड तथा अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में 20 आइसोलेटेड बेड तैयार किए गए हैं। आयुक्त ने कहा कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सफाई बेहद जरूरी है।
– रिपोर्ट : अशोक कुमार अंज, लेखक- पत्रकार