मुख्यमंत्री के निर्देश पर सुखाड़ की समीक्षा
सुखाड़ से किसान त्रस्त
अल्प वर्षा से उत्पन्न सूखे की स्थिति पर
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हुई गहन समीक्षा
सभी एसडीएम एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी के साथ में हुई समीक्षा
मानसून के धोखे से सुखाड़ की ओर बढ़ा बिहार
सुखाड़ पर गहन विमर्श ! जताई गई चिंता सुखाड़ से निपटने के लिए बिहार सरकार तैयार, सुखाड़ की उत्पन्न स्थिति पर हुई समीक्षा VC समीक्षा में गया डीएम त्यागराजन |
गया : सूबे बिहार के मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने राज्य के सभी जिलों के जिला पदाधिकारियों के साथ विडियो कॉन्फ्रेंसिंग (VC) के माध्यम से अल्प वर्षापात से बिहार में उत्पन्न सूखे की स्थिति की गहन समीक्षा की।
मुख्य सचिव बिहार ने निर्देश दिया कि सभी जिलाधिकारी अपने अपने प्रखंडों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर वास्तविक स्थिति का आकलन करते हुए प्रतिवेदन उपलब्ध करावें।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की समीक्षा :-
- • डीजल अनुदान की राशि हेतु प्राप्त आवेदनों की शीघ्र जाँचकर किसानों को डीजल अनुदान उपलब्ध कराया जाय।
- • जिन इलाकों में रोपनी नहीं हो पायी है, उनका आकलन कर लिया जाय ताकि किसानों को राहत पहुँचाई जा सके।
- • अल्पवर्षा की स्थिति को देखते हुये किसानों को निरंतर विद्युत आपूर्ति हो इसके लिये कृषि फीडर के लिये 16 घंटे की विद्युत आपूर्ति का निर्देश।
सूखे की समीक्षा में शामिल गया डीएम त्यागराजन |
इसी परिप्रेक्ष्य में :-
गया जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी तथा प्रखंडों के नामित वरीय पदाधिकारियों के साथ अल्पवर्षापात से उत्पन्न की स्थिति की बिंदुबार समीक्षा की गई।
बैठक में बताया :-
गया कि वर्तमान समय में वर्षा कम होने के कारण धान की रोपनी देरी से प्रारंभ हुई इसको देखते हुए किसानों को राहत पहुँचाने के लिए राज्य सरकार द्वारा कई कदम उठाये गये हैं, जिसके संबंध में सभी अनुमंडल एवं प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा की गई।
बैठक में प्रखंडवार वर्षापात की स्थिति की जानकारी :-
प्राप्त की गई एवं फसल आच्छादन की स्थिति की समीक्षा की गई। जुलाई माह में अधिकांश प्रखंड में वर्षा की स्थिति औसत से काफी कम दर्ज की गयी है परन्तु विगत 10 दिनों में वर्षापात की स्थिति में सुधार होने के कारण रोपनी एवं फसल आच्छादन में कुछ बढ़ोतरी हो रही है। अगले सप्ताह तक रोपनी की संभावना है किंतु अब इसमें बहुत ज्यादा बढ़ोत्तरी होने की संभावना नहीं है।
ज़िला पदाधिकारी ने निर्देश दिया :-
जिन इलाकों में रोपनी नहीं हो पायी है, उनका अच्छे से आकलन कर लिया जाय ताकि किसानों को राहत पहुंचाई जा सके।
ज़िला पदाधिकारी ने कहा कि कम वर्षा की स्थिति को देखते हुये राज्य सरकार के द्वारा सुयोग्य किसानों को डीजल अनुदान हेतु कृषि विभाग के पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि डीजल अनुदान की राशि हेतु प्राप्त आवेदनों की शीघ्र जाँचकर किसानों को डीजल अनुदान उपलब्ध कराया जाय।
डीजल अनुदान की सहायता हेतु ऑनलाइन आवेदन :-
की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड के वरीय पदाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारियों को इसकी मॉनिटरिंग करने का भी निर्देश दिए हैं।
अंज न्यूज़ मीडिया प्रस्तुति |
ज़िलाधिकारी ने कहा :-
अल्पवर्षा की स्थिति को देखते हुये किसानों को निरंतर विद्युत आपूर्ति हो इसके लिये राज्य सरकार द्वारा कृषि फीडर के लिये 16 घंटे की विद्युत आपूर्ति का निदेश दिया गया है। उन्होंने अधीक्षण अभियंता बिजली विभाग को अनुपालन सुनिश्चित करवाने का निर्देश दिया।
किसानों को सताने लगा सूखे का डर :-
ज़िला पदाधिकारी ने कहा कि जहाँ- जहाँ विद्युत अथवा यांत्रिक दोष के कारण राजकीय नलकूप बंद है, वहाँ मरम्मति करवाकर उन्हें चालू करने की कार्रवाई की जाय। राजकीय नलकूपों हेतु विद्युत की 16 घंटे प्रतिदिन आपूर्ति करवाने का निदेश दिया गया।
ज़िला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता लघु जल संसाधन विभाग के नलकूपों के रखरखाव हेतु दिये गये राशि के विरूद्ध उपयोगिता प्रमाण-पत्र समर्पित करने का निर्देश दिया।
गया ज़िले की सूखे पर विमर्श ! डीएम त्याग ने जताई चिंता |
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि 15 अगस्त तक सभी खराब राजकीय नलकूप को हर हाल में चालू करा दें। कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई द्वारा बताया गया कि जिले में 181 राजकीय नलकूप में से 99 नलकूप खराब है, जिसमे 41 नलकूप की मरम्मत हेतु मुखिया को राशि स्थानांतरित किया जा चुका है परंतु अब तक नलकूप मरम्मत नहीं कराया गया है।
ज़िलाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को :-
नहरों, कृषि फीडर तथा डीजल अनुदान के माध्यम से सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध करवाने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
सुखाड़ की उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए डीएम तैयार |
जिला पदाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी तथा प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि कृषि समन्वयक के साथ अगले 3 दिनों में बैठक करेंगे तथा उन्हें रोस्टर बना कर सभी पंचायतों में भेजकर, वहाँ की वास्तविक स्थिति का आकलन करेंगे तथा किसानों को हर-संभव मदद पहुंचायेंगे।
– AnjNewsMedia Presentation