गया जिले में बारिश की स्थिति अत्यंत दयनीय
अबतक जिले में 50% से ज्यादा बारिश की कमी
बड़ी खबर :
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हुई कृषि टास्क फोर्स की बैठक
जिले के जो भी किसान अपने डीजल पम्पसेट से फसलों की सिंचाई कर रहे, उनका आवेदन करा कर डीजल अनुदान शीघ्र उपलब्ध कराएं : डीएम
ज़िले में उत्पन्न सुखाड़ की विषम स्थिति पर पदाधिकारियों के साथ समीक्षा करते डीएम त्यागराजन |
गया : जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने कृषि टास्क फोर्स की बैठक में अल्प बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करते हुए चिंता व्यक्त की। जाहिर हो बारिश की इंतजार में सावन महीना गुजर गया लेकिन आशानुकूल बारिश नहीं हुई। जिससे जिला प्रशासन काफी चिंतित है। ज़िले के वर्षा पीड़ित किसानों की हित की चिंता में जुट गए हैं डीएम त्यागराजन।
समीक्षा के क्रम में जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि खरीफ 2022 में वर्षापात की स्थिति गया जिले में अत्यंत दयनीय है। अबतक जिले में 50% से ज्यादा वर्षापात में कमी हो चुकी है।
यह कमी लगातार रही है। जिले के मोरहर आदि प्रमुख नदियों, अधिकांष आहर एवं पईन में अभी तक पानी नही आ पाया है। फसल आच्छादन बुरी तरह प्रभावित है।
सुखाड़ की चपेट में गया जिला ! विषम परिस्थिति को देखते हुए डीएम त्यागराजन ने की गहन समीक्षा |
अबतक मात्र 52% ही रोपनी हो सकी है। जिलाधिकारी त्यागराजन ने कहा कि ऐसी स्थिति में एक बहुत बड़ा क्षेत्र अनाच्छादित रह जाने की संभावना है।
सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार अभी से जिन किसानों के खेत इस खरीफ मौसम में अनाच्छादित रह जाने की संभावना है उनकी सूची एक सप्ताह में तैयार कर लें।
आकस्मिक फसलों के बीज प्राप्त होते ही इन किसानों से बिहार राज्य बीज निगम के एप्प पर आवेदन ऑनलाइन कराना सुनिश्चित करेंगे। किसानों को उनके पंजीकृत मोबाईल पर मोबाईल पर ओटीपी भेजा जायेगा।
बीज वितरण प्रखंडों में शिविर लगाकर किये जायेंगे। किसान बीज वितरण शिविर में अपने ओ०टी०पी० देकर निःशुल्क बीज प्राप्त करेंगे। बीज वितरण शिविर का लगातार निरीक्षण प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी करेंगे।
कार्यपालक अभियंता, विद्युत ने बताया कि विगत वर्षो में जिले के 40000 किसानों को कृषि कार्य हेतु कृषि एवं सामान्य फीडर से विद्युत कनेक्शन दिया गया है।
इस वर्ष 13000 किसानों को विद्युत कनेक्शन देने का लक्ष्य है जिसमें से 3104 किसानों को इस वर्ष विद्युत कनेक्शन दिया जा चुका है।
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किसानों को 16 घंटे बिजली उपलब्ध करायी जा रही है। कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई विभाग के 89 नलकूप अभी कार्यरत को चुके है तथा इन नलकूपों से लगातार सिंचाई हो रही है।
तिलैया ढ़ाढ़र परियोजना के सहायक अभियंता ने बताया कि उनके नहरो से 17022 हे० में सिंचाई का लक्ष्य है जिससे अबतक 6700 हे० में पटवन किया जा चुका है।
बारिश नहीं होने के कारण अब नहरों में पानी समाप्त हो चुका है। सहायक अभियंता, सिंचाई प्रमंडल ने बताया कि नहरों से 32882 हे० में सिंचाई देने का लक्ष्य था परन्तु अपर मोरहर, लोअर मोरहर आदि में पानी एक बार भी नही पहूँच सका।
सिर्फ लीलाजन में एवं बागलती नहर परियोजना में कुछ पानी आने के कारण 2215 हे० में सिंचाई हुई है। सोन उच्च स्तरीय नहर प्रणाली के तहत कोंच एवं टिकारी प्रखंडों में टिकारी नहर प्रमंडल से 2355 हे० एवं कुर्था नहर प्रमंडल से 1793 हे० में पटवन हुआ है।
VC : सुखाड़ पर पदाधिकारियों के साथ समीक्षा करते डीएम त्याग गया में सूखे की चिंताजनक स्थिति, किसानों को मिलेगा डीजल अनुदान : डीएम |
जिलाधिकारी त्यागराजन ने कहा कि विभिन्न नहरों के उपरी भाग में पानी रोकने की शिकायत मिलती है। अनुमंडल पदाधिकारी इस पर निगरानी रखेंगे। जिले के जो भी किसान अपने डीजल पम्पसेट से फसलों की सिंचाई कर रहे हैं। उनका आवेदन करा कर डीजल अनुदान उपलब्ध कराया जाय।
डीजल अनुदान हेतु प्राप्त ऑनलाइन आवेदनों का तीन दिनों के अन्दर निष्पादन किया जाय। जिन किसानों के डीजल अनुदान आवेदन अस्वीकृत किये गये उनमें से 10 आवेदनों की जाँच प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी करेंगे।
- किसानों के बीच वैकल्पिक फसलों के बीज वितरण की तैयारी करने का निर्देश
- डीजल अनुदान आवेदनों का तीन दिनों के अन्दर निष्पादन करने का आदेश
- अस्वीकृत किये गये 10 डीजल अनुदान आवेदनों की रैण्डम जाँच करेंगे प्रखंडों के वरीय प्रभारी
इस बैठक में अपर समाहर्ता, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी एवं सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने भाग लिया।
– AnjNewsMedia Presentation