अप्रैल तक सभी चिन्हित परिवारों को मिलेगा गोल्डन कार्ड : ज़िलाधिकारी
गया जिलाधिकारी अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में EMTCT कार्यक्रम के अंतर्गत एचआईवी एवं सिफलिस के उन्मूलन हेतु कमेटी की बैठक हुई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को यह निर्देश दिया गया कि अपने संस्थान में इस माह एचआईवी से संबंधित सेन्सीटाइजेशन करवा लें।
बिहार एड्स, कंट्रोल सोसायटी के सहायक निदेशक मिथिलेश कुमार पांडे तथा राज्य समन्वयक आशीष कुमार ने बताया जिले में मात्र 51% गर्भवती महिलाओं का एचआईवी टेस्ट होता है, जो भारत सरकार द्वारा दिए गए लक्ष्य 95% से बहुत ही कम है। बैठक में सिविल सर्जन बीके सिंह ने बताया कि 2020 तक एचआईवी एवं सिफलिस से एलिमिनेशन के लिए सारे गर्भवती महिलाओं का एचआईवी एवं सिफलिस जाँच को संकल्पित है।
नाको, भारत सरकार द्वारा भाग लेने आयीं उप निदेशक डॉ० चिंमोई दास एवं तकनीकी विशेषज्ञ सुश्री नेहा गर्ग द्वारा जिले में चल रहे EMTCT कार्यक्रम को सराहत् हुए बताया कि सारे गर्भवती महिलाओं का एचआईवी जाँच प्रथम तिमाही में ही करवा लिया जाए, ताकि HIV संक्रमण होने की स्थिति में समुचित देखभाल कर बच्चे को संक्रमित होने से बचाया जा सके। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारी को यह निर्देश दिए कि अगले 3 महीने में एचआईवी जांच 80% तथा 6 महीने में 100% प्राप्त कर लिया जाए। इस मौके पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक निलेश कुमार ने कहा जल्द ही एचआईवी जांच को बढ़ाया जाएगा इसके साथ ही हम नए केंद्रों और VHSND साइट पर एचआईवी जांच शुरू करेंगे। जिससे एचआईवी जांच का आंकड़ा बढ़ जाएगा।
गर्भवती की एचआईवी जाँच जरूरी : अभिषेक सिंह, डीएम, गया |
जिलाधिकारी ने आयुष्मान भारत योजना के तहत अप्रैल 2020 तक जिला के सभी चिन्हित परिवारों को गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराते हुए उन्हें इस योजना के तहत आच्छादित करने के लक्ष्य दी।वहीं जिले में आरसीएच रजिस्टर को शत प्रतिशत भरने का भी लक्ष्य दिया।
– रिपोर्ट : अशोक कुमार अंज, लेखक- पत्रकार