*अस्पताल की कुव्यवस्था देख भड़के डीएम*
गया : दूरभाष पर जिलाधिकारी अभिषेक सिंह को प्रभावती अस्पताल में गड़बड़ी की शिकायत मिलने के उपरांत जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने दल बल के साथ प्रभावती अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। प्रभावती अस्पताल के प्रसव कक्ष के निरीक्षण के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर अकार्यरत पाया गया। वहीं प्रसव कक्ष में लगे दो एयरकंडीशन मशीन में से एक अकार्यरत पाया गया। इस दौरान प्रसव कक्ष में अव्यवस्थित ढंग से सामग्रियों के पाए जाने पर जिलाधिकारी ने प्रभारी चिकित्सक को झिड़की लगाई। उन्होंने काफी नाराजगी व्यक्त करते हुए इसमें अति शीघ्र सुधार लाने का निर्देश दिया। इस अवसर पर अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों से अस्पताल द्वारा प्रदान की जा रही सुविधा प्राप्ति की जानकारी ली। परिवार नियोजन कराने आए एक महिला के पति ने जिलाधिकारी को बताया कि टाका धागा बाहर से क्रय कर लाने को कहा गया। जिलाधिकारी को उसने लिखे गए पुर्जे को भी दिखलाया। जिलाधिकारी ने इस पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सभी सुविधा निःशुल्क मुहैया कराई जाती है तो फिर बाहर से दवा या सामग्री क्रय कर लाने को कहना अस्पताल के कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। इसके उपरांत उन्होंने दावा स्टोर रूम के बाहर टंगे दवाओं के स्टॉक सूची से स्टोर में रखे गए दवाओं का मिलान करवाया। सूची में अंकित दवा के स्थान पर स्टोर में अलग दवा पाई गई। साथ ही 19 फरवरी 2019 के पश्चात स्टॉक रजिस्टर में दर्ज दवाएं एवं स्टोर में रखे गए दवाओं के अनुपात में काफी अंतर पाया गया। जिलाधिकारी ने इसे व्यापक अनियमितता करार दिया। इसके लिए स्टोर कीपर फार्मेसिस्ट सत्येंद्र नारायण का वेतन अगले आदेश तक स्थगित करते हुए स्पष्टीकरण की मांग की गई। इसके पूर्व उन्होंने मरीजों के बेड पर चादर न पाए जाने तथा मरीजों के परिजनों को नीचे यत्र तत्र बैठे देखकर अस्पताल के कुव्यवस्था पर काफी नाराजगी व्यक्त की। साथ ही अस्पताल के चिकित्सकों एवं कर्मियों के उपस्थिति के लिए लगाए गए बायोमैट्रिक सिस्टम ही खराब पाया गया। अस्पताल की व्यवस्था में त्वरित सुधार लाने हेतु प्रभारी को अल्टीमेटीम दिया गया।