बिहार विधानसभा के १०० वीं वर्षगांठ पर बिहार केशरी डॉ श्री कृष्ण सिंह एवम् बिहार विभूति डॉ अनुग्रह नारायण सिंह की यादें
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कांग्रेस पार्टी के तत्वाधान में स्थानीय चौक स्थित इंदिरा गांधी प्रतिमा स्थल प्रांगण में “बिहार विधानसभा के 100 वीं वर्षगांठ पर राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केशरी डॉ श्री कृष्ण सिंह एवम् बिहार विभूति डॉ अनुग्रह नारायण सिंह की यादें” विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।
बिहार विधानसभा के १०० वीं वर्षगांठ की यादें |
गोष्ठी की अध्यक्षता अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह मगध प्रमंडल कांग्रेस प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू एवम् संचालन कांग्रेस सेवादल के प्रदेश महासचिव अमरजीत कुमार ने किया।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आज से 100 वर्ष पूर्व 07 फरवरी 1921 को बिहार विधानसभा पूर्ण रूप से अपने अस्तित्व में आया था, जिसके प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्री कृष्ण सिंह जी से विधान सभा की गौरशाली इतिहास का शुभारंभ हुआ था। डॉ श्री कृष्ण सिंह जिन्हें बिहार की जनमानस ने बिहार केशरी एवम् डॉ अनुग्रह नारायण सिंह जिन्हें बिहार विभूति कहा जाता है, आज दोनों महामानवों की प्रतिमा बिहार विधानसभा के दोनों मुख्य द्वार पर इनकी गौरवशाली अतीत को बयां कर रही है।
नेताओ ने कहा की कांग्रेस पार्टी की सरकार में कृष्ण बल्लभ सहाय,दरोगा प्रसाद राय, भोला पासवान शास्त्री, जगन्नाथ मिश्रा, सत्येन्द्र नारायण सिंह, अब्दुल गफूर, आदि मुख्यमंत्री कि कुर्सी पर आसीन हुए थे।
नेताओ ने कहा कि आधुनिक बिहार के निर्माता डॉ श्री कृष्ण सिंह जी के कार्यकाल को बेस्ट एडमिनिस्ट्रेटिव स्टेट ऑफ इंडिया का खिताब मिलने के साथ, साथ सिंचाई, उद्योग, कल कारखाने, चीनी मिलों, विजली , सड़क , इंजीनियरिंग कॉलेज, सहित चुहमुखी विकास कराने का काम किए , जो आज भी नजर आ रही है, चाहे वो बिहार में हो या झारखंड में, बहुत तो मिले , कारखाने बंद भी पड़े हुए हैं।
नेताओ ने कहा की डा श्री कृष्ण सिंह एवम् डॉ अनुग्रह नारायण सिंह जी की दोस्ती , आपसी समन्वय की चर्चा आज भी बिहार के जनमानस में होती है, दोनों आजीवन दो बदन एक जान की तरह थे, डॉ श्री कृष्ण सिंह जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद मंत्रिमंडल का गठन अनुग्रह बाबू करते थे, दोनों समाज के सभी वर्गो, संप्रदायों में बेहद लोकप्रिय थे। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष राम प्रमोद सिंह,अशोक सिंह, डॉ मदन कुमार सिन्हा
बाबूलाल प्रसाद सिंह, युगल किशोर सिंह,विद्या शर्मा,शिव कुमार चौरसिया, अमित कुमार उर्फ रिंकू सिंह,दामोदर गोस्वामी,विनोद बनारसी, अरुण कुमार पासवान, नाजिर खान, मो सरवर खान, मो इकबाल, सुजीत गुप्ता, सकलदेव चंद्रवंशी, राजेश्वर पासवान, सुरेन्द्र मांझी, आदि शामिल होकर संबोधित किया एवम् बिहार की गौरवशाली इतिहास को कायम रखने, पूर्व की भांति कानून व्यवस्था बनाए रखने, चौजमुखी विकास करने ,सर्वधर्म समभाव बनाए रखने, सभी वर्गो को समान अधिकार बरकरार रखने तथा, पात, धर्मवाद, क्षेत्रवाद से दूर रहने के वादो के साथ बिहार को निरंतर आगे बढ़ाने की राह पर मौजूदा सरकार चले।
– AnjNewsMedia