गया : ज़िला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में समाहरणालय प्रकोष्ठ में आगामी 4 अप्रैल को होने वाले बिहार विधान परिषद् के स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र चुनाव के संबंध में सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं सभी कोषांगों के वरीय पदाधिकारी/नोडल पदाधिकारी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की गई। साथ ही साथ ज़िले में जलापूर्ति के संबंध में समीक्षा की गई।
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| एमएलसी चुनाव की तैयारी की समीक्षा करते डीएम त्याग |
जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अपने क्षेत्र के मतदान केंद्रों का दीवार लेखन कार्य यथाशीघ्र पूर्ण कराएं। साथ ही उन्होंने कहा कि अपने-अपने प्रखंड का रूट चार्ट अविलंब जिला निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए अपने क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों में बुनियादी सुविधाएं यथा शुद्ध पेयजल, साफ सफाई, शौचालय, मतदाताओं के लिए बैठने की व्यवस्था इत्यादि उपलब्ध करावे। उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि उपरोक्त व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने हेतु अपने स्तर से किसी कर्मी को नामित करते हुए यह दायित्व संबंधित को सुनिश्चित करावें।
उन्होंने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि आर०ओ० हैंडबुक के अनुसार ही सभी मतदान केंद्रों पर कुर्सी, टेबल सहित अन्य व्यवस्था सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिला निर्वाचन शाखा में कुल 159 निरक्षर मतदाताओं का नाम प्राप्त हुआ है। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अपने स्तर से सत्यापन के क्रम में जो भी मतदाता स्वीकृत या अस्वीकृत हुए हैं, उन सभी निरक्षर मतदाताओं को ससमय सूचना उपलब्ध करा दें।
जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निदेश दिया कि मतदान हेतु जिला स्कूल में बने सामग्री कोषांग से 03 अप्रैल को अपने मतदान केंद्रवार सामग्री उठाव कराना सुनिश्चित करें।
समीक्षा बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी ने गर्मी के मौसम में निर्बाध रूप से पेयजल व्यवस्था आपूर्ति रखने हेतु सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को अपने प्रखंडों में निरंतर जांच करते रहने का निर्देश दिए। उन्होंने सभी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी (BPRO) तथा टेक्निकल असिस्टेंट (तकनीकी सहायक) को लगातार फील्ड में रहते हुए जहां भी पानी की समस्या होती है, वहां तुरंत मरम्मत कराते हुए पेयजल आपूर्ति सुचारू कराने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन फील्ड में घूमे तथा छोटी-छोटी समस्याओं को तुरंत निराकरण करते हुए पेयजल आपूर्ति सुचारू रखें।
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उन्होंने कहा कि नल चल योजना के तहत वैसे जल मीनार जहां प्रीपेड मीटर लगा हुआ है तथा बिजली भुगतान नहीं होने के कारण पेयजल सप्लाई बंद है, वैसे जल मीनारो की सूची तैयार कराने का निर्देश सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया गया तथा बकाये बिजली किराया का भुगतान अतिशीघ्र करवाने का भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि वैसे वार्ड सचिव जिनका चयन अब तक नहीं हुआ है, उसे अतिशीघ्र चयन कराने का कार्य करवाएं।
उन्होंने कहा कि यदि किसी संवेदक द्वारा नल जल योजना के कार्य हेतु राशि देने के बावजूद भी कार्य पूर्ण नहीं कर रहे हैं तो संबंधित संवेदक के विरुद्ध नीलाम पत्र दायर करते हुए उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करें।
जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अपने प्रखंड अंतर्गत क्रियाशील योजना तथा अक्रियाशील योजनाओं की स्थिति से सम्बंधित प्रतिवेदन तैयार करें।
बैठक में उप विकास आयुक्त श्री सुमन कुमार, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, उप निर्वाचन पदाधिकारी, ज़िला जन सम्पर्क पदाधिकारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी सहित सभी कोषांगों के नोडल पदाधिकारी उपस्थित थे।
गर्भवती के स्वास्थ्य की सूचना एप के माध्यम से होगा अपडेट
स्वास्थ्यकर्मियों को दिया गया वंडर एप का प्रशिक्षण
वंडर एप गर्भवती में प्रसव जटिलताओं को रोकने में मददगार : जिलाधिकारी
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| कार्यक्रम का उद्घाटन करते डीएम त्यागराजन |
जिला में वंडर एप की मदद से मातृ एवं शिशु मृत्य की रोकथाम की जायेगी। बोधगया प्रखंड से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसकी शुरूआत की जा रही है। चार अप्रैल के बाद प्रखंड में गर्भवती के स्वास्थ्य की पूरी सूचना इस एप के माध्यम से अपडेट किया जायेगा ताकि प्रसव या किसी जरूरत के समय उसे पूरा इलाज दिया जा सके। वंडर एप को बड़े पैमाने पर क्रियान्वित किया जाना है और सभी स्वास्थ्यकर्मियों तथा सहयोगी संस्थाओं के सभी कर्मी से सहयोग अपेक्षित है।
विशेष रूप से वंडर एप की मदद से शतप्रतिशत गर्भवती महिलाओं का कवरेज किया जा सके और जटिलता को रोकने या जटिलता का समय रेफर कर आवश्यक उपचार मुहैया कराने में मदद मिलेगी।
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| संबोधित करते जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम |
जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने वंडर एप को लेकर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कही। यह दो दिवसीय प्रशिक्षण जिला स्वास्थ्य समिति तथा यूनिसेफ द्वारा आयोजित किया गया है। इन दो दिनों में दो बैच में सभी प्रखंडों के प्राथमिक तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, एएनएम, जीएनएम तथा सहयोगी संस्था केयर इंडिया के ब्लॉक मैनेजर के लिए आयोजित किया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस एप के तीन कंपोनेंट हैं जिसमें एंटी नेटल पीरियड यानि गर्भवती के पूरे नौ माह के दौरान जो जटिलता उत्पन्न होती है उसका निदान किया जा सके। इसे लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को कहा कि एप पर गर्भवती की सभी प्रकार की जानकारी दिया जा सकता है और सिविल सर्जन तथा जिला स्तर के स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा इसका अनुश्रवण किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि एप के लिए पंचायत स्तर पर कैंप लगा कर गर्भवतियों की सभी प्रकार की जांच करनी है। जांच स्थल पर ही पैथोलॉजिकल टेस्ट पूरा कराना है। इसके लिए यूनिक आइडी भी दिया जायेगा। यूनिक आइडी की मदद से महिला की सभी प्रकार की जांच की जानकारी चिकित्सक को मिल सकेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि दरभंगा में इस एप को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया। अब इसे गया में प्रारंभ किया जा रहा है। उन्होंने प्रशिक्षण देने आयी केयर इंडिया की जिला तकनीकी पदाधिकारी डॉ श्रद्धा झा का शुक्रिया कहा कि उनकी मेहनत से यह सब संभव हो पा रहा है। गया के स्वास्थ्यकर्मियों की मदद से भी यहां काफी बदलाव देखने को मिलेगा।
इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ कमल किशोर राय, आरपीएम पीयूष रंजन, डीपीएम नीलेश कुमार, केयर इंडिया डीटीएल शशिरंजन, वंडर जेनिक्स राकेश रंजन, यूनिसेफ से हेल्थ स्पेशलिस्ट डॉ सिद्दार्थ रेड्डी, हेल्थ ऑफिसर डॉ प्ररेणा कॉल तथा डिस्ट्रिक्ट कंसलटेंट डॉ तारीक व अन्य मौजूद थे।



