मद्यनिषेध के प्रभावो का गहन अध्ययन एवं समीक्षा
गया जिला में नीरा का पर्याप्त मात्रा में उत्पादन
बिहार सूबे में लागू मद्यनिषेध के प्रभावो के गहन अध्ययन एवं समीक्षा के लिए गया पहुंचे राजस्थान के आबकारी विभाग
दीदियों ने बिहार में शराब बंदी के अपने अनुभवों को की
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गया में राजस्थान आबकारी विभाग
गया पहुंची राजस्थान के आबकारी विभाग |
गया: ज़िलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम एवं वरीय पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर की अध्यक्षता में आबकारी विभाग राजस्थान से राज्य में लागू मद्यनिषेध के प्रभावो के अध्ययन करने हेतु अध्ययन दल के साथ समीक्षा बैठक जिला अतिथि गृह में की गई।
गया पहुंची राजस्थान के आबकारी विभाग की टीम उनसे गहन समीक्षा साझा किये डीएम त्यागराजन |
जिलाधिकारी ने राजस्थान के अध्ययन दल को बिहार में शराबबंदी कानून के संबंध में विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी होने से शहरी क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी काफी फायदा हुआ है। शराबबंदी के पहले शराब से कई जिंदगी बर्बाद होती थी परंतु जबसे शराबबंदी हुई है, इसमें काफी गिरावट आया हैं। घरेलू हिंसा में भी काफी कमी आयी है।
गया में राजस्थान आबकारी विभाग की टीम अधिकारी |
उन्होंने बताया कि पूरे बिहार में शराबबंदी से पुरुषों के मुकाबले महिलाएं अत्यधिक खुश हैं। साथ ही ज़िला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा बिहार में शराबबंदी को काफी सख्ती से पालन भी कराया जा रहा हैं।
शराबबंदी से संबंधित अनेकों कार्रवाई भी किए जा रहे हैं। जिला स्तर पर जिला पदाधिकारी द्वारा वाहनों की नीलामी भी की जाती है। शराब विनष्टीकरण भी समय-समय पर किया जा रहा है।
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बिहार के लोग भी शराबबंदी को काफी अच्छे से पालन कर रहे हैं। शराब के कारोबार में जुड़े हुए व्यक्तियों को चिन्हित कर उन्हें रोजगार मुहैया कराते हुए उन्हें स्वावलंबी बनाया जा रहा है।
राजस्थान आबकारी विभाग की टीम के साथ डीएम त्यागराजन एवं एसएसपी हरप्रीत कौर |
समीक्षा बैठक के दौरान आगत टीम को नीरा उत्पादन से संबंधित जानकारी उपलब्ध करवाया गया। जिला पदाधिकारी ने बताया कि गया जिला में नीरा का पर्याप्त मात्रा में उत्पादन किया जा रहा है। गया जिला में ताड़ का पेड़ सबसे अधिक संख्या में है।
बिहार सरकार द्वारा नीरा उत्पादन के कार्य पर काफी ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जीविका के माध्यम से पासी समुदाय तथा अन्य लोगों को नीरा उत्पादन से जोड़ा जा रहा है। इच्छुक परिवारों को लगातार ट्रेनिंग भी दी जा रही है।
समीक्षा बैठक के दौरान राजस्थान की टीम को नीरा से बना पेड़ा चखाया गया एवं नीरा रस को पिलाया गया। आगत टीम ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हम लोग नीरा पहली बार पी रहे हैं, इसपर खुशी जाहिर करते हुए जिला पदाधिकारी त्यागराजन को धन्यवाद दिया।
राजस्थान आबकारी विभाग की टीम और गयाजी के जीविका दीदियां |
इसके उपरांत आगत टीम द्वारा डोभी चेक पोस्ट का गहनतापूर्वक निरीक्षण किया गया एवं वाहनों की चेकिंग, वाहनों का इनर लॉक एवं आउटर लॉक के संबंध में निरीक्षण करते हुए विस्तार से जानकारी प्राप्त किया। इसके उपरांत उन्होंने जीविका दीदियों के साथ नीरा उत्पादन एवं नीरा बिक्री के संबंध में विस्तार से समीक्षा बैठक किया।
राजस्थान आबकारी की टीम ने गयाजी के जीविका दीदियों के साथ की गहन समीक्षा |
इसके उपरांत सागर संकुल स्तरीय संघ डोभी प्रखंड के जीविका दीदियों ने राजस्थान से आये अतिथियों का स्वागत किया। जीविका के कई दीदियों ने बिहार में शराब बंदी के अपने अनुभवों को साझा किया कि किस तरह उन्होंने गया में शराबबंदी की और शराब बंदी के बाद जीविका के माध्यम से वैकल्पिक रोजगार अपनाया।
बिहार में सफलतापूर्वक लागू हुए शराबबंदी का अनुभव लेने राजस्थान से मद्यनिषेध आंदोलन के प्रतिनिधिमंडल गया के सदस्य डोभी प्रखंड में कौआवर स्थित सागर जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ पहुँचे, जहाँ जीविका दीदियों ने अतिथियों का फूल माला से स्वागत किया। साथ ही जीविका गीत बढ़ते कदम का गान गाकर सुनाया। इसके पश्चात जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका श्री मुकेश कुमार सासमल ने गया आने के लिए अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।
प्रतिनिधिमंडल सदस्यों ने दीदियों से शराबबंदी के विषय में विस्तृत जानकारी प्राप्त किए। दीदियों ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि किस प्रकार शराब के कारण महिलाओं को अनेक प्रकार की सामाजिक एवं पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ता था। उन्होंने शराब को पारिवारिक कलह का बड़ा कारण बताया। संकुल संघ की दीदियों ने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून लागु होने से पारिवारिक लड़ाई -झगड़ा, दुर्घटना आदि में कमी आई है। अनेकों परिवारों ने अन्य वैकल्पिक रोजगार अपना लिया। इसमें जीविका स्वयं सहायता समहू, ग्राम संगठन और संकुल स्तरीय संघों ने दीदियों की सहायता भी की है। साथ ही सतत जीविकोपार्जन योजना से मिली मदद से शराब और ताड़ी उत्पादन छोड़ अपना स्वयं का रोजगार अपनाया है, जिसके कारण आज वे सम्मानपूर्वक अपना जीवनयापन कर रही हैं।
दीदियों ने की अतिथि का स्वागत |
पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा जीविका दीदियों की सराहना किया गया। उन्होंने दीदियों से कहा कि हम आपसे कुछ जानने, कुछ सीखने आये है कि किस प्रकार आपने बिहार में शराबबंदी लागू करने में सरकार की सहायता की है।
मोहनपुर से आई सविता देवी ने उन्हें अपनी कहानी बताई कि किस प्रकार वह पहले शराब बनाने का कार्य करती थी, जिसमें सम्मान नहीं था। साथ ही पुलिस का डर भी रहता था। जीविका समूह के माध्यम से सतत जीविकोपार्जन योजना की मदत से उन्होंने वैकल्पिक किराना दुकान अपना लिया और आज सम्मानपूर्वसक जीवनयापन कर रही हैं।
इसी प्रकार रिंकू देवी एवं अन्य जीविका दीदियों ने अपने अनुभव को साझा किया। सागर सीएलएफ की दीदियों ने बताया कि सतत जीविकोपार्जन योजना के माध्यम से देशी शराब और ताड़ी के उत्पादन और बिक्री में लगे परिवारों को रोजगार मिला है।
ज़िलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा निरीक्षण
ज़िलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा आज बोधगया स्थित कन्वेंशन सेंटर, राजकीय अतिथि गृह, साइंस म्यूजियम, साइंस पार्क, एग्जिबिशन हॉल, माया सरोवर, महाबोधि मंदिर स्थित जातक पैनल तथा महाबोधि मंदिर का निरीक्षण किया गया।
ज़िलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा निरीक्षण |
कन्वेंशन सेंटर निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने लाइट सिस्टम, साउंड सिस्टम, फायर से बचाव हेतु फायर अलर्ट सिस्टम, पार्किंग व्यवस्था, आम लोगों को प्रवेश हेतु एंट्रेंस पॉइंट, सीसीटीवी सहित अन्य बिंदुओं पर घूम घूम कर एक-एक बिंदु की जानकारी प्राप्त किया। निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी ने कन्वेंशन सेंटर के परिधि वाले सड़कों को मरम्मत करवाने का निर्देश दिया।
राजकीय अतिथि गृह निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने संबंधित अभियंता को राजकीय अतिथि गृह का निर्माण तेजी से कराने का निर्देश दिए।
ज़िलाधिकारी द्वारा निरीक्षण |
नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम एनसीएसएम के निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने साइंस एग्जिबिशन हॉल के निर्माण में तेजी लाने का निर्देश दिए।
जिला पदाधिकारी ने उपस्थित अभियंता को निर्देश दिया कि कन्वेंशन सेंटर को पूरी तरह फंक्शनल रखें, शेष कार्य को अतिशीघ्र पूर्ण करें।
DM Tyagrajan द्वारा निरीक्षण |
मायासरोवर निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद बोधगया को बताया कि कन्वेंशन सेंटर एवं माया सरोवर के बीच वाली सड़क जो राजापुर गांव के पानी का निकास होता है, संबंधित नाले को अतिशीघ्र बनाने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि नाले की सफाई हेतु बीच-बीच में चेंबर भी बनवाएं ताकि नाला का सफाई आसानी से हो सके।
इसके उपरांत उन्होंने महाबोधि मंदिर का घूम घूम कर निरीक्षण किया। उन्होंने जातक पैलेस के संबंध में सचिव, बीटीएमसी से जानकारी प्राप्त किया। निरीक्षण के दौरान निर्माणाधीन बीटीएमसी के नए भवन का अवलोकन करते हुए उन्होंने कार्यपालक अभियंता पुल निर्माण निगम को समय अवधि में गुणवत्तापूर्ण कार्य को पूरा कराने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के क्रम में सहायक समाहर्ता, अपर समाहर्ता श्री मनोज कुमार, भूमि सुधार उप समाहर्ता सदर, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता शाहबाज खान, प्रखंड विकास पदाधिकारी बोधगया, अंचलाधिकारी बोधगया, कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल, कार्यपालक अभियंता पुल निर्माण निगम सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।