कोविड-19 सैंपल जांच में प्रगति एवं नियमित टीकाकरण
गया : जिला पदाधिकारी अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक की गई।
बैठक में मुख्य रूप से कोविड-19 सैंपल जांच में प्रगति, नियमित टीकाकरण, जे०ई० बीमारी के संदिग्ध मरीजों को त्वरित उपचार, जे०ई० बीमारी से ग्रसित क्षेत्रों में फागिंग की व्यवस्था सहित अन्य बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में कोविड-19 सैंपल जांच की समीक्षा में बताया गया कि आमस, मोहड़ा, टनकुप्पा, बांके बाजार, मोहनपुर, नीमचक बथानी, डुमरिया तथा कोच प्रखंड में निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध काफी कम कोरोना सैंपल जांच किए हैं। जिला पदाधिकारी ने सख्त निर्देश दिया कि गया जिला को कोरोना संक्रमण मुक्त बनाने हेतु अधिक से अधिक सैंपल जांच करें तथा यह सुनिश्चित करें कि जिस व्यक्ति का आरटीपीसीआर जांच किया जा रहा है उस व्यक्ति का रैपिड एंटीजन जांच ना हो। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी को निर्देश दिया कि आरटीपीसीआर सैंपल जांच पर जोर दें। अधिक से अधिक लक्ष्य के विरुद्ध सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आरटीपीसीआर सैंपल जांच करें। उन्होंने कहा कि अपने अपने क्षेत्र के मार्केट एरिया, सब्जी मंडी, बस स्टैंड, टेंपो स्टैंड, प्राइवेट कार्यालय, बैंक एवं अन्य भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों के व्यक्तियों का औचक सैंपल जांच कराएं।
जिला पदाधिकारी ने फतेहपुर, बांके बाजार, वजीरगंज, परैया, मोहनपुर तथा मोहरा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि आरटीपीसीआर एवं रैपिड एंटीजन सैम्पल जाँच के बैकलॉग को 2 दिनों के अंदर समाप्त करें। जिला पदाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित अन्य चिकित्सकों को निर्देश दिया कि अपने-अपने क्षेत्रों में आरटीपीसीआर के लिए गए सैंपल को 24 घंटे के अंदर जयप्रकाश नारायण अस्पताल में पहुंचाएं ताकि ससमय लैब टेक्नीशियन के द्वारा सैंपलो का जांच करवाया जा सके तथा संक्रमित पाए जाने पर उसे बिना समय गवाएं आइसोलेट किया जा सके। उन्होंने कहा कि अगर कोरोना संक्रमण पर काबू पाना है तो सैंपल कलेक्शन को 24 घंटे के अंदर लैब टेक्नीशियन के पास भेजना होगा। उन्होंने निर्देश दिया कि जो व्यक्ति पॉजिटिव पाए जाते हैं उन्हें ससमय मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाए तथा आशा के द्वारा पॉजिटिव मरीजों से प्रतिदिन फीडबैक लेने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि प्रतिदिन संध्या को संबंधित एएनएम /आशा से अपने क्षेत्र के पॉजिटिव मरीजों के फीडबैक की जानकारी प्राप्त करेंगे।
बैठक में बताया गया कि पिछले 10 दिनों में गया जिला का पॉजिटिविटी रेट 0.06% है। पिछले 10 दिनों में गया जिले में कुल 54322 सैंपल जांच करवाए जा चुके हैं।
कोविड-19 टीकाकरण की समीक्षा में बताया गया कि 16 जनवरी 2021 से 22 जून 2021 तक हेल्थ केयर वर्कर को 19804 फर्स्ट डोज तथा 15278 द्वितीय डोज दिया गया है, जो लगभग 77% है।
फ्रंटलाइन वर्कर 16073 व्यक्तियों ने द्वितीय डोज लिया है, जो लगभग 62% है। जिला पदाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि टूटे हुए सभी हेल्थ केयर वर्कर तथा फ्रंटलाइन वर्कर को कोविड-19 का सेकंड डोज अनिवार्य रूप से लेने हेतु निर्देशित करें। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि जब तक टीकाकरण का सर्टिफिकेट प्राप्त नहीं करेंगे तब तक संबंधित कर्मियों को वेतन भुगतान नहीं किया जाएगा।
जिला पदाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि एक ही जगह पर कोविड-19 के दोनों टीके यथा को-वैक्सीन तथा कोविशिल्ड नहीं रखे जाएंगे। लाभार्थियों को सही जानकारी के लिए सभी टीकाकरण सत्र स्थल पर फ्लेक्स बैनर के माध्यम से प्रदर्शित करें।
जिला पदाधिकारी ने निदेश दिया कि टीकाकरण का महाअभियान आगामी 6 महीनों में 6 करोड़ टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से सभी प्रखंडों में पॉपुलेशन के आधार पर टारगेट फिक्स करें। उसी के अनुरूप संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अपने पंचायत स्तर पर टारगेट फिक्स कर प्रतिदिन टीकाकरण का कार्य कराएं।
उन्होंने कहा कि 30 जून तक सभी प्रखंडों के कम से कम 1 पंचायत को शत प्रतिशत टीका देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अतिरिक्त टीकाकरण सत्र स्थल बनाकर लक्ष्य को पूरा करें। उन्होंने कहा कि नगर निगम गया, टिकारी, शेरघाटी तथा बोधगया नगर परिषद के क्षेत्रों में 31 जुलाई तक विशेष अभियान चलाते हुए 75% हाउसहोल्ड को टीकाकरण निश्चित रूप से कराना सुनिश्चित कराएंगे।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि गर्भवती महिला को छोड़कर अन्य सभी व्यक्ति कोविड-19 कोरोना का टीका/ सुई ले सकते हैं, इसमें किसी भी प्रकार की कोई समस्या या परेशानी नहीं है।
जे०ई० टीका की समीक्षा में जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि बरसात का मौसम चल रहा है। सभी पदाधिकारी एवं चिकित्सक जिम्मेदारी के साथ अपने अपने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सबेरे सबेरे उपस्थित रहकर जे०ई० से संबंधित मामलों का बिना समय गवाएं उपचार करेंगे। उन्होंने कहा कि छुटे हुए बच्चों को 30 जून के अंदर जे०ई० वैक्सीनेशन का द्वितीय डोज देना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अब तक गया जिला में मात्र 62% ही टीका दिया गया है। उन्होंने 30 जून तक शत प्रतिशत बच्चों को टीका देने का निर्देश दिया। जिस गांव से जे०ई० के मामले मिलेंगे, संबंधित गांव में अभिलंब फॉगिंग कराते हुए जे०ई० से संबंधित प्रोटोकॉल का पालन कराएंगे।
बैठक में सिविल सर्जन डीपीएम स्वास्थ जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डब्ल्यूएचओ के डॉक्टर सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रखंडों में उपस्थित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी हेल्थ मैनेजर सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।