गया जिले के प्रखंड-अंचल कार्यालयों की लचर व्यवस्था दुरूस्त करेंगे डीएम
गया ज़िला पदाधिकारी, अभिषेक सिंह ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय, बेलागंज का औचक निरीक्षण की। प्रखंड कार्यालय पहुंचते ही ज़िलाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी, बेलागंज से बायोमेट्रिक उपस्थिति पंजी मांगी। बायोमेट्रिक उपस्थिति में ज़्यादातर कर्मियों की उपस्थिति दर्ज नहीं मिली। ज़िलाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को निदेशित किया कि जो लोग बिना सूचना के अनुपस्थिति हैं उनसे स्पष्टीकरण की मांग करते हुए एक दिन का वेतन कटौती की जाए।
गया डीएम ने प्रखंड कार्यालय का किया निरीक्षण |
निरीक्षण के क्रम में ज़िलाधिकारी द्वारा प्रखंड कार्यालय की रोकड़ पंजी की जांच की गई, जांच में पाया गया कि नज़ीर द्वारा 31 दिसंबर, 2019 के बाद से पंजी में कुछ अंकित नहीं किया गया था एवं कन्या विवाह/पेंशन मद में राशि खर्च नहीं किये जाने एवं किसी भी सवाल का स्पष्ट उत्तर नहीं देने पर ज़िलाधिकारी ने उपस्थित नाज़ीर को फटकार लगाते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी को उनसे स्पष्टीकरण की मांग करते हुए वेतन अवरुद्ध करने हेतु निदेशित किया तथा यथाशीघ्र सभी पंजी को अपडेट करवाने के निदेश दिए। ज़िलाधिकारी ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी, गया सुनील कुमार को जिला से कुछ उच्च वर्गीय लिपिक को बेलागंज प्रखंड में बुलाकर सभी पंजियों की गहन जांच करवा कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने को निदेशित किए।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी ज़िलाधिकारी द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी, बेलागंज को निदेश दिए गए थे कि वे अपना आवास प्रखंड मुख्यालय में ही रखेंगे, परंतु अभी तक दोनों पदाधिकारी द्वारा प्रखंड मुख्यालय में आवास नहीं लिया गया है। इसके लिए ज़िलाधिकारी के द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी, बेलागंज का वेतन स्थगित कर दिया गया।
आँगनबाड़ी केन्द्र का जाँच करते डीएम अभिषेक सिंह |
अंचल कार्यालय के निरीक्षण के क्रम में भूमि म्यूटेशन पंजी की जांच करने के क्रम में, ज़िलाधिकारी को पंजी में अनियमितता मिलने पर उपस्थिति कर्मी को फटकार लगाई गयी एवं इसकी जांच करवाने हेतु जिला पंचायती राज पदाधिकारी को पंजी के सभी पृष्ठ की छायाप्रति करवाने का निदेश दिए गए।
कार्यालय निरीक्षण के क्रम में साफ- सफाई की जांच की गई, निरीक्षण में शौचालय खराब पाया गया, शौचालय को जल्द से जल्द ठीक करवा कर चलंत करने के निदेश दिए गए। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कार्यालय परिसर में पंचायत सचिव का कार्यालय है, जिसकी चाभी पंचायत सचिव के पास ही रहती है। ज़िलाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी बेलागंज को निदेश दिए कि सभी भवनों की चाभी प्रखंड कार्यालय में ही रहनी चाहिए।
ज़िलाधिकारी ने बेलागंज प्रखंड के रौना पंचायत का निरीक्षण किया। निरीक्षण में देखा गया कि जितने भी चापाकल हैं उसके पास सोख्ता का निर्माण नही किया गया है। ज़िलाधिकारी ने अंचलाधिकारी को सभी चापाकल के पास सोख्ता निर्माण करवाने को कहा। निरीक्षण के दौरान रौना पंचायत में साफ सफाई की कमी पायी गयी। नाली पूरे पंचायत में नहीं बना है, जिसके लिए पंचायत सचिव को यथाशीघ्र गुणवत्तापूर्ण नाली निर्माण करवाने को निदेशित किया गया। उन्होंने कहा कि नाली निर्माण में गुणवत्ता नहीं रहने पर लागत राशि की वसूली की जाएगी।
निरीक्षण में पाया गया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत लगभग 150 लोगों के पास घर नहीं हैं, ज़िलाधिकारी ने अंचलाधिकारी, बेलागंज को निदेश दिए कि संबंधित परिवार के लिए भूमि चिन्हित कर सोमवार को जिलाधिकारी के पास प्रस्ताव भेजवाना सुनिश्चित करेंगे। निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने शिकायत की गयी कि राशन कार्ड से राशन नहीं मिल रहा है।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी महोदय को बताया गया कि बायोमेट्रिक से उपस्थिति लिए जाने के कारण बहुत से लोगों की उपस्थिति बायोमेट्रिक नहीं ले पा रहा है। ज़िलाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी बेलागंज को वैसे सभी लोगों की सूची बना कर उपस्थिति दर्ज करवाने की वैकल्पिल व्यवस्था करने को निदेशित किए।
ज़िलाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को 4-5 टीम बना कर 14 मार्च, 2020 (शानिवार) को पूरे प्रखंड में कैम्प लगवााने को कहा जहां लोगों द्वारा अपनी समस्याओं के लिए आवेदन दिए जाएंगे और सभी प्राप्त आवेदनों पर कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान बताया गया कि गया कि रौना पंचायत में एक कुँआ है, जो सूखा पड़ा है, जिससे मनरेगा द्वारा जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत जीर्णोद्धार किया जाएगा।
इसके उपरांत ज़िलाधिकारी द्वारा आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया गया, जहां सेविका अनुपस्थित पायी गयी, एक रसोइया द्वारा केंद्र चलाया जा रहा था, ज़िलाधिकारी ने बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, बेलागंज को संबंधित सेविका का एक दिन का वेतन अवरुद्ध करने का आदेश दिया। आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों के टीकाकरण पंजी की जांच की गयी। बच्चों को खिलाये जा रहै भोजन (खिचड़ी) की गुणवत्ता की जांच की गयी। बच्चों के वजन एवं हाइट की जांच की गई। ज़िलाधिकारी ने बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, बेलागंज को सभी पंजी अद्यतन रखने के निदेश दिए। डीएम की जाँच के दौरान प्रखंड सह अंचल कार्यालय के कर्मियों की भारी लापरवाही उजागर हुआ है। वहाँ जैसे- तैसे कार्य चल रहे हैं। सरकारी व्यवस्था का दुरूपयोग वहाँ साफ तौर पर दिखा। विदित हो करीब – करीब यही स्थिति जिले के अन्य प्रखंड – अंचल कार्यालयों में भी है। जहाँ व्यवस्था दुरूस्त करने की आवश्यकता है। ऐसी, जिले के प्रखंडों तथा अचल कार्यालयों की लचर व्यवस्था को दुरूस्त करने का ठान लिए हैं डीएम अभिषेक सिंह।
– रिपाेर्ट : अशोक कुमार अंज, लेखक- पत्रकार