जल-जीवन-हरियाली अभियान का हुआ शुभारंभ
गया : जल-जीवन-हरियाली योजना के अंतर्गत योजनाओं के उद्घाटन एवं शिलान्यास का सीधा प्रसारण कार्यक्रम गया संग्रहालय के सभागार में आयोजित की गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने विगत 2 वर्षों में आए जल संकट से हम अवगत हैं साथ ही इस वर्ष हिट वेव के कारण 48 लोगों की मृत्यु हुई।इस जलवायु परिवर्तन की समस्या के निदान के लिए बिहार सरकार द्वारा जल-जीवन-हरियाली अभियान का शुभारंभ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल शक्ति अभियान के अंतर्गत भी अच्छे कार्य किए गए हैं तथा जल-जीवन-हरियाली अभियान में अच्छे कार्य करने वाले जल मित्रों को चिन्हित किया गया है तथा आज सभी प्रखंड के चयनित जल मित्रों को इस अवसर पर पुरस्कृत भी किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न समस्या के लिए अपने पारंपरिक जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने एवं नए जल स्रोतों का निर्माण कर साथ-साथ बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि गया में इस वर्ष 16 लाख वृक्षारोपण किया गया है अगले वर्ष 50 लाख वृक्षारोपण किए जाने हैं। लेकिन यह अभियान केवल सरकारी तंत्र के माध्यम से सफल नहीं हो सकता इसके लिए सभी लोगों को एक साथ मिलकर काम करना होगा तभी जाकर के हम इस अभियान को सफल बना सकेंगे।
इसके पूर्व जिलाधिकारी महोदय द्वारा जिला के माननीय प्रभारी मंत्री सह शिक्षा एवं विधि मंत्री एवं आयुक्त, मगध प्रमंडल, श्री असंगबा चुबा आओ को पुष्प गुच्छ प्रदान कर उनका हार्दिक अभिनंदन किया गया। तथा जिलाधिकारी, माननीय विधायक गुरुआ, वरीय पुलिस अधीक्षक तथा उप मेयर को उप विकास आयुक्त द्वारा पुष्पगुच्छ से अभिनंदन किया गया।
पितृपक्ष मेला के दौरान प्रशंसनीय कार्य करने के लिए एन०सी०सी० के जवानों को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया। सभी प्रशस्ति-पत्र कर्नल जोएस अवर्धयु को प्रदान किया गया। माननीय प्रभारी मंत्री द्वारा इस अवसर पर नेहरू युवा केंद्र एवं तैराको को भी उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त श्री किशोरी चौधरी, निगमायुक्त श्री सावन कुमार, सहायक समाहर्ता श्री के०एम०अशोक, ज़िला वन पदाधिकारी गया, गया नगर निगम के मेयर श्री गणेश पासवान, डिप्टी मेयर श्री मोहन श्रीवास्तव, जिला परिषद के उपाध्यक्ष श्री राजेश पासवान, गया ज़िला के जनप्रतिनिधिगन, जीविका की दीदियां, एवं जिला के सभी पदाधिकारी उपस्थित थे।