*सड़क सुरक्षा सप्ताह*
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गया : गांधी मैदान के हरिहर सुब्रह्मनियं स्टेडियम में आयोजित 30 वां सड़क सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर जिलाधिकारी अभिषेक सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने किया। इस अवसर पर जिला परिवहन पदाधिकारी ने सभी आगत अतिथियों को पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया। इसके उपरांत जिलाधिकारी अभिषेक सिंह के द्वारा संबोधन किया गया।
उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा सप्ताह लगातार प्रत्येक वर्ष पारंपरिक तरीकों से मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा विषय है जो सीधे हम सभी से जुड़ा है और जब तक हमारे साथ कोई घटना नहीं घट जाता है तब तक इसकी गंभीरता हमें समझ में नहीं आती।
पिछले वर्ष भी सभी नागरिकों को इससे जोड़ने का भरपूर प्रयास किया गया था। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के साथ सड़क दुर्घटना होने का चांस रहता है क्योंकि हर कोई सड़क और वाहन का प्रयोग करता है। हर कोई आदमी कोई न कोई कहीं न कहीं जाता है और इसलिए हम लोग का यह प्रयास है कि सड़क सुरक्षा का संदेश व्यापक रूप से फैलाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर हम छोटी-छोटी आदतें बना ले तो होने वाली घटना को रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक सर्वे के अनुसार प्रत्येक वर्ष 500000 व्यक्ति सड़क दुर्घटना में मारे जाते हैं और प्रत्येक घंटे लगभग 20 व्यक्ति सड़क दुर्घटना में मारे जाते हैं और इसमें अधिकतम वाहन के चालक और सवारी होते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें स्मरण है कि उनके अपने संबंधी इसके शिकार हुए हैं कई जान-पहचान के लोगों के साथ सड़क दुर्घटना हुई है और तब हम सोचते हैं कि अगर हम छोटा सा यातायात से संबंधित नियम का प्रयोग किए रहते तो या घटना नहीं घटती उन्होंने बताया कि उनके एक सीनियर पदाधिकारी का एक युवा पुत्र सड़क दुर्घटना में हेलमेट न पहनने के कारण सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी अगर वह हेलमेट पहना होता तो उनका पुत्र जिंदा होता वह लड़का सीबीएसई और आईआईटी में टॉप किया था। उन्होंने कहा कि एक छोटी सी चूक की वजह से पूरा परिवार गमगीन हो गया और पूरा प्रदेश दुख से आहत हो गया।
उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों को सुझाव दिया कि वह अपने बच्चों को मोटरसाइकिल तभी चलाने दें जब वह हेलमेट पहने अगर चार पहिया वाहन हो तो सीट बेल्ट पहनने का सुझाव दें। उसके बाद ही वाहन अपने बच्चों को दें। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा का मकसद यही है कि आप और आपके परिजन को दुर्घटना से बचाया जा सके उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को अपने आसपास के सभी लोगों को सचेत करने को कहा। घटना किसी के साथ भी घट सकती है चाहे अपनी वजह से या सामने वाले की वजह से या सड़क खराब रहने की वजह से। उन्होंने कहा कि अगर हमारे पास दुर्घटना से बचने के उपाय है तो उसे प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने गया वासियों से अपील की कि छोटी-छोटी यातायात गलतियों को सुधारें जिससे उनका जान बच सके। उन्होंने पेट्रोल पंप मालिकों से अनुरोध किया कि दोपहिया चालकों को हेलमेट पहनने वाले चालकों को ही पेट्रोल दें। उन्होंने बस एवं ऑटो पर बैठने वाले सवारी अपने चालकों पर पूर्ण विश्वास करते हैं कि हमारे गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाते हैं। इसलिए चालकों का भी दायित्व है कि वह सड़क सुरक्षा के नियम को समझे तथा मार्ग पर लगे साइनेज को समझे एवं उसे अनुश्रवण करें और एक गति सीमा में वाहन चलाने की अपील की। जिससे आप और आपका परिवार सुरक्षित रहे। इसके उपरांत जिला अधिकारी अभिषेक सिंह ने सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने का सभी को शपथ दिलाई। इसके पूर्व युवा प्रयास के मोहम्मद शमी ने अपनी बात रखी इसके उपरांत वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने बताया कि यातायात के नियमों का पालन करना अनिवार्य है। वाहनों के लिए जिन चीजों का प्रयोग करना चाहिए उसे सब को समझना चाहिए। कई रिसर्च के बाद वाहन दुर्घटना के कई चीजों को निकाला गया है चार पहिया वाहन के दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण सीट बेल्ट न लगाना है। दुर्घटना में सीने से स्टेरिंग के चोट की वजह से सीने के हड्डियों टूट जाती है और फेफड़े में हड्डियां धंस जाती है और फेफड़ा फट जाता है। सीट बेल्ट लगाने वाले इन सबसे सुरक्षित रहते हैं उन्होंने कहा कि मोटरसाइकिल दुर्घटना में मौत उन्हीं मामलों में देखा गया है। जिसने हेलमेट न पहना हो। उन्होंने ऑटो चालकों को भी चालक सीट के बगल में न बैठाने की अपील की क्योंकि चालक के साथ साथ सभी सवारी खतरे में हो सकते हैं। इस मौके पर जिला परिवहन पदाधिकारी भी पूरी तरह सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की, साथ ही साथ उन्होंने हेलमेट अवश्य लगाने पर जोर दिया एवं लहरिया कट वाहन चलाने वालों को नसीहत दी कि इससे बचें और अपने जीवन को सुरक्षित रखें। उन्होंने सप्ताह भर के कार्यक्रम को लोगों के बीच रखा, उन्होंने कहा कि दिनांक 5 फरवरी को एक सेमिनार का आयोजन जिला शिक्षा प्रशिक्षण, पंचायती अखाड़ा गया में किया गया है जिसका विषय *सड़क दुर्घटना के कारण एवं निवारण* , इसमें वहां के गुरु छात्र/छात्रा शामिल होंगी । इस मौके पर युवा प्रयास के अध्यक्ष कौशलेंद्र कुमार सिंह ने उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। उन्होंने जिला प्रशासन और जिला परिवहन के पदाधिकारियों से अपील किया कि गया को सुरक्षित रखने और बनाने के लिए पिछले कई वर्षों से प्रयास जारी है यदि कुछ आवश्यक नियमों को लागू करा दिया जाए तो दुर्घटना में कमी आएगी और गया को सुरक्षित बनाया जा सकता है जैसे श्रृंखला बद्ध ठोकर, ऑटो रिक्शा के दाहिने ओर राॅड, कम उमर के बच्चों का ऑटो और मोटर साइकिल चलाने पर रोक। आवारा पशुओं को चिन्हित कर भीड़ भाड़ वाले सड़क से दूर रखना, अनियंत्रित वाहन चलाने वाले को चिन्हित करना, बीच सड़क पर विभिन्न प्रकारों के विज्ञापनों को यूनिक पोल से हटाना आदि। इस मौके पर नगर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सिंह, उप निदेशक जनसंपर्क नगेंद्र कुमार गुप्ता, ट्रैफिक डीएसपी गया, युवा प्रयास के सचिव शमीम उल हक, परवेज आलम, सतीश कुमार, लालजी प्रसाद, वसीम नैयर, मोती करीमी सचिव जिला ओलंपिक संघ ,अनिल कुमार, मिथिलेश कुमार, ऑटो यूनियन के सचिव एहतेशाम खान उपाध्यक्ष राजकुमार, मोहम्मद जावेद, अफताब आलम, रंजीत अपने सैकड़ों ऑटो रिक्शा के साथ मौजूद थे। मौजूद ऑटो रिक्शा पर सड़क सुरक्षा संबंधित नियमावली और स्लोगन का स्टीकर भी साटा गया, जिसके माध्यम से लोगों के बीच सड़क सुरक्षा संबंधित संदेश देने का काम किया जाएगा।
इस मौके पर निम्नलिखित स्कूल के छात्र छात्रा वा शिक्षक भी मौजूद थे। हादी हाशमी प्लस टू स्कूल, महावीर प्लस टू स्कूल, गया हाई स्कूल, उर्दू मिडिल स्कूल, मिडिल स्कूल पंचायतीयि अखाड़ा, अनुग्रह कन्या मिडिल स्कूल, रमना मिडिल स्कूल, राजेंद्र मिडिल स्कूल, चित्रगुप्त मडील स्कूल, मिडिल स्कूल मारूफगंज, मिडिल स्कूल समीर तकिया, हिंदी मिडिल स्कूल, गुरु नानक मॉडल स्कूल ।
कार्यक्रम के अंत में जिला अधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक, जिला परिवहन पदाधिकारी और युवा प्रयास के अध्यक्ष ने संयुक्त रुप से हरी झंडी दिखाकर सड़क सुरक्षा जागरूकता प्रचार वहान को रवाना किया। जो पूरे हफ्ते गीत और सड़क सुरक्षा नियमावली से से लोगों को अवगत कराने का काम करेगा। सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत कल विभिन्न स्कूलों में सड़क सुरक्षा संबंधी स्लोगन व चित्रकारी प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जाएगा । दूसरी तरफ DIET पंचायतीया अखाड़ा में गुरु छात्र के बीच में सेमिनार का आयोजन किया जाएगा।