*विश्व दिव्यांग दिवस पर खेल प्रतियोगिता का हुआ आयोजन*
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*जिलाधिकारी ने किया शुभारंभ*
गया : विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर हरिहर सुब्रमण्यम स्टेडियम, गांधी मैदान गया में सभी कोटि के निःशक्त बच्चों का जिला स्तर पर खेलकूद, चित्रांकन ,जलेबी दौड़, म्यूजिकल चेयर एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी अभिषेक सिंह के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी श्री अभिषेक सिंह ने कहा कि निःशक्तों के विकास के लिए सरकार द्वारा विशेष कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसमें निःशक्तों के लिए विशेष सुविधा का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि जब से वे गया में योगदान दिये हैं तब से उनका यही प्रयास रहा है कि सबका समावेशी विकास हो। इनमें दिव्यांगजनों का भी विकास शामिल है। उन्होंने कहा कि जब तक अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति, जो हमारे दिव्यांग भी हैं, का पूर्ण रूप से विकास न हो तब तक सही मायने में विकास की बात करना बेमानी है। समाज में वैसे लोग, वैसी संस्थाएं भी हैं, जो समय-समय पर ऐसे लोगों के लिए आवाज उठाते रहते हैं। संविधान में इसका प्रावधान भी किया गया है। दिव्यांग भी हमारे देश के नागरिक हैं और इनके विकास के लिए जो हम कर रहे हैं, वह हमारी जिम्मेवारी है। इसलिए जहां भी इस तरह के शिविर लगाए जाते हैं तो हमारा यही प्रयास रहता है कि गया जिला पूरे बिहार के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत कर सके। आज के इस कार्यक्रम का भी यही प्रयास होगा। उन्होंने कहा कि विगत दिनों गया जिला में राज्य निःशक्तता आयोग द्वारा बड़े पैमाने पर कैंप का आयोजन किया गया था, जिसमें जिले भर के पदाधिकारियों की उपस्थिति में दिव्यांगजनों की सुनवाई की गई थी और उस पर त्वरित कार्रवाई भी की गई थी। उन्होंने कहा कि एक समय था जब दिव्यांगों के हित के बारे में बात नहीं की जाती थी। अब समय बदल गया है। वर्ष 2016 में दिव्यांगों के लिए नया कानून बनया गया, जो काफी प्रभावशाली रहा है। अब दिव्यांग लोगों को भी समाज के साथ लेकर चलना होगा उनके विकास भी अनिवार्य रूप से करनी होगी, उसे सरकार और प्रशासन सुनिश्चित करेंगी। उन्होंने दिव्यांगों को कहा कि आप दिव्यांग के जिस भी श्रेणी में भी आते हैं अपने आप को किसी से कम मत समझें। आप भी आम लोगों से कहीं अधिक सक्षम है। आप में लग्न है,जुनून है किसी काम को करने की। आप विकट परिस्थितियों में भी अपने लक्ष्य पर चलते हैं। आपमें वह शक्ति है जबकि बहुतों ऐसे लोग हैं,जो सब कुछ होने के बाद भी वे आगे बढ़ने में सक्षम नहीं हो पाते हैं। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में आपको आगे बढ़ना है उस क्षेत्र में आप लगन के साथ आगे बढ़ें, सरकार एवं प्रशासन आपका सहयोग करेगी।
विश्व विकलांगता दिवस के अवसर पर उपस्थित पदाधिकारी गण ने भी उपस्थित दिव्यांग बच्चों एवं अभिभावकों को संबोधित किया।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी असगर अली खान ने विकलांग बच्चों के लिए सरकार की योजनाओं से अवगत कराते हुए कहा कि गया जिला अंतर्गत 6 से 14 आयुवर्ग के चिह्नित 8173 विभिन्न कोटि के दिव्यांग बच्चे हैं। इन बच्चों के लिए मुफ्त सहाय उपकरण, ब्रेल पुस्तक, अल्प दृष्टि बाधित बच्चों के लिए विशेष उपकरण आदि मुफ्त दिया जाता है। साथ ही इनको विशेष प्रशिक्षण एवं आवश्यक तकनीकी सहयोग हेतु जिला अंतर्गत 52 संसाधन शिक्षक/ प्रखंड साधनेसेवी/ पुर्नवास विशेषज्ञ विभिन्न प्रखंडों में कार्यरत हैं। मानसिक मंद बच्चों के लिए मनोविकास, प्रमस्तिष्क पक्षापात से ग्रसित बच्चों के लिए ग्रामक उत्कर्ष कार्यक्रम, वाणी दोष वाले बच्चों के लिए वाणी विकास कार्यक्रम का 90 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। पूर्ण दृष्टिवाधित बालिकाओं के लिए के.जी.बी.भी रहीम बिगहा एवं श्रवणवाधित बालिकाओं के लिए के.जी.बी.भी डोभी में विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है।
श्री फरासत हुसैन ऑर्थोपेडिक सर्जन ने संबोधित करते हुए बताया कि दिव्यांग बच्चों की क्षमता इसी से परिलक्षित होती है कि सबसे ज्यादा पारा ओलंपिक में गया जिला ही मेडल लेकर आया है।
जिलाधिकारी के द्वारा खेल के मैदान में उपस्थित होकर खेलकूद कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में कुल 267 दिव्यांग बच्चे उपस्थित हुए।