गया, (अंज न्यूज़ मीडिया) बिहार के गया जिले में Tapovan अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल अवस्थित है। जो हिंदुओं के लिए प्रमुख तीर्थ स्थल है।
तप्त जल कुंड में स्नान का मस्त मजा:
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वहां का धार्मिक वातावरण अनोखी है ही, मनभावन भी। जो पर्यटकों को लुभाती है। वहां ऐतिहासिक ब्रह्म कुंड है। उस कुंड का जलधारा बेहद गर्म है। इस तपोवन में चार ऐतिहासिक तप्त जल कुंड है। इस कुंड का नामाकरण इस प्रकार है। जो क्रमशः सनक, सनन्दन, सनातन और सनत कुमार है। ब्रह्म कुंड का जलधारा और जल कुंडों से ज्यादा गर्म है। इस जलधारा में ब्रह्मा पुत्र भी स्नान किये थे। जाड़े के दोनों में तप्त जल में स्नान करना काफी मजेदार होता है। गर्मी के दिनों में स्नान थोड़ा कष्टदायक होता है। वहां स्नान का मस्त मजा है। वह जल जड़ी- बुट्टी मिश्रित होती है। जिससे शरीर तरोताज़ा हो जाता है और तन- मन में स्फूर्ति समाहित हो जाती है।
यहां सालो भर पर्यटकों की आवाजाही लगी रहती है। देश ही नहीं, विदेशी पर्यटक भी पहुँचते हैं। सुंदर प्रकृति छांटा से पावन स्थल आच्छादित है। इस तपःभूमि पर तप भी है और वन भी है। जो मानव मन को भाता है। वही सुकून यहां की आवोहवा में समाहित है। यह ब्रह्म भूमि है ही, बुद्ध भूमि भी। ये वही अति प्राचीन पौराणिक स्थल है जहाँ तपस्वी महात्मा बुद्ध तपस्या किये थे। तपोवन के इस पवित्र तप्त जल कुंड में माता रुक्मिणी स्नान की ही थीं, भगवान कृष्ण भी। ज्ञात हो मुख्य रूप से ऋषि- मुनियों की तपः स्थली रही है। जो धार्मिक ग्रंथों में वर्णित है।
तपोवन में शिव कपाल की पूजा:
इस तपोवन में कपिलेश्वर मंदिर है। जो अन्य शिव मंदिरों से भिन्न ! जरा हट के है। यही वजह है कि यह स्थल पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है। जाहिर हो Tapovan में शिव कपाल की पूजा होती है। जो सबसे बड़ी धार्मिक बात है। भगवान कपिलेश्वर शिव का साधना-आराधना कर, भक्तगण उनका आशीर्वाद लेते हैं। मान्यता ऐसी है कि कपिलेश्वर शिव कि पूजा से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
यहां विष्णु- शिव की बरसती महिमा:
तप्त जल कुंड में डुबकी लगा कर भक्तगण आस्था और विश्वास का जश्न मनाते, लुफ्त लेते हैं। मान्यता ऐसी है कि हिंदू तीर्थयात्रा यहीं पूर्ण होती है। क्योंकि यह स्थल श्रीहर श्रीहरि भगवान विष्णु और शिव शंकर भोलेभंडारी का कल्याणकारी स्थलों में से एक है। यहां कि धार्मिक महिमा अपरम्पार है। बारहो मास यहां विष्णु- शिव कि महिमा बरसती रहती है। उनकी दयारूपी कृपा से भक्तों का सदैव कल्याण होता है। उनके दरबार से कोई खाली हाथ नहीं लौटता। ईश्वरीय असीम कृपा से हरेक भक्तों की मुरादें पूरी होती है। यहां की धार्मिक मान्यता ऐसी है।
प्रकृति का अनुपम वरदान ! दर्शनीय:
ज्ञात हो इस स्थल पर त्रिवार्षिक मलमास मेला भी आयोजित किया जाता है। वहीं हर वर्ष 14 जनवरी को मकर संक्रांति मेला भी आयोजित होता है। यह स्थल हिंदू का पौराणिक धार्मिक ऐतिहासिक पवित्र स्थल है। जहाँ मानव का तन- मन बिल्कुल पावन- पवित्र हो जाता है। यह तपोवन ! गया जिला ही नहीं, बिहार का अमूल्य गहना है ही, वरदान भी। सच, यह स्थल प्रकृति का अनुपम वरदान है। जो दर्शनीय है। तपोवन का धार्मिक गर्मजल कुंड पर्यटक यात्रियों का मन मोह लेता है। यहां की ऐसी ईश्वरीय शक्ति है। इसे शिव नगरी संगम स्थल भी कहा जाता है। गया जी में तपोवन गर्म कुंड के ब्रह्म कुंड संगम स्थली है। जो काफी मशहूर है।
यात्रा काफी फलदायी:
तपोवन, हिंदू धर्म की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं का अनुभव करने का शानदार स्थल है। इस शिव नगरी में आपको शांति और सुकून की अनुभूति होगी। यदि आप घूमने- फिरने की योजना बना रहे हैं, तो अपने यात्रा कार्यक्रम में गया जिले के तपोवन को अवश्य शामिल करें। यात्रा काफी फलदायी होगी।
- अंज न्यूज़ मीडिया की खास प्रस्तुति