गया, (अंज न्यूज़ मीडिया) RJD Background इस प्रकार है। Lalu Prasad Yadav बिहार राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद के अध्यक्ष हैं। वे गरीब मसीहा हैं।
वे 1990 से 1997 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे और 2004 से 2009 तक भारत के रेल मंत्री रहे। उन्हें 2013 में चारा घोटाले में दोषी ठहराया गया और उन्हें 14 साल की सजा सुनाई गई। वे वर्तमान में पटना में हैं। ED द्वारा उनपे कड़ी कार्रवाई की गई है। कानूनी प्रक्रिया के तहत उनकी संपत्ति को जप्त कर लिया गया है।
लालू प्रसाद यादव का जन्म 11 जून 1948 को बिहार के गोपालगंज जिले के फुलवारीशरीफ गांव में हुआ। वे एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से स्नातक और पटना लॉ कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की।
लालू प्रसाद यादव ने छात्र राजनीति से अपना राजनैतिक जीवन शुरू किया। वे 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर लोकसभा के लिए चुने गए। इसी कड़ी में वे 1980, 1984 और 1989 में भी लोकसभा के लिए चुने गए।
लालू प्रसाद यादव 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री बने। वे बिहार के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने बिहार में कई विकास कार्य किए। जिनमें बिजली, सड़क और शिक्षा शामिल है। लालू प्रसाद यादव 2004 में भारत के रेल मंत्री बने। उन्होंने रेलवे में कई सुधार किए, जिनमें ट्रेनों का समय पर चलना, साफ-सफाई और सुरक्षा शामिल हैं।
फिलवक्त, बिहार में महागठबंधन की सरकार है। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की अहम भूमिका है। जाहिर हो लालू प्रसाद यादव एक विवादास्पद व्यक्ति हैं। उन्हें भ्रष्टाचार, अशिष्टता और जातिवाद के आरोपों का सामना करना पड़ा है। लेकिन वे एक लोकप्रिय नेता भी हैं और उनके समर्थकों की संख्या लाखों में है। वोट पर उनकी बहुत बड़ी पकड़ है।
फिलवक्त, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनकी पार्टी की गठबंधन है। वह राजनैतिक गठबंधन महागठबंधन में शामिल है। इसी तालमेल पर बिहार में उनकी सरकार सिहांसन पर काबिज है। नीतीश सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के सुपुत्र तेजश्वी यादव उपमुख्यमंत्री के पद पर आसीन हैं। मजबूत चट्टानी राजनैतिक एकता के साथ सरकार चल रही है। सूबे बिहार में सुशासन की सरकार है। बिहार विकास की ओर अग्रसर है। खट्टी- मिट्ठी राजनीति के बीच महागठबंधन की सरकार सत्ता की पटरी पर रफ़्तार से दौड़ रही है।
इस कार्यकाल में उन्हें जंगलराज सहित कुशासन की आरोपों को भी झेलनी पड़ी। फिर भी उनकी सरकार अनवरत अपनी सत्ता की ओर बढ़ती रही। सिद्धांत की ऊहापोह की राजनीति में उनकी सत्ता चकचक चमक रही है। जो ऐतिहासिक है। आज भी बिहार की सत्ता पर लालू- नीतीश की जोड़ी मजबूती से कायम है। लालू- नीतीश की बेमिशाल दोस्ती राजनैतिक रूप से प्रेरणाप्रद है। जिसे महागठबंधन सलाम करती है।
बिहार में लंबे समय से लालू- राबड़ी और नीतीश की सत्ता चली आ रही है। जो पोलिटिकल जगत में ऐतिहासिक है ही, अनोखी भी। और वह स्वर्णाक्षरों में अंकित भी है। ऐसी है बिहार की राजनीति। जिसमें टूटते- जुटते राजनैतिक ऊहापोह की ताजगी है। खट्टी- मिट्ठी पॉलिटिक्स के बीच सत्ता- महागठबंधन की है।