डीएम ने किया गया गंगाजल आपूर्ति योजना का निरीक्षण
पाइपलाइन के जरिये गया में जल्द ही पहुंचेगा गंगाजल
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गया में होने वाले गंगाजल आपूर्ति का डीएम त्यागराजन ने किया निरीक्षण |
गया : बिहार की पहली एवं महत्वाकांक्षी ‘गंगाजल आपूर्ति योजना’ का कार्य लगभग पूर्ण होने की ओर है।
डीएम त्यागराजन ने कहा कि इसे पाइपलाइन के जरिये गया, बोधगया तक पहुंचा कर इसका विभिन्न नवनिर्मित जलाशयों में भंडारण किया जाना है और फिर आधुनिक संयंत्रों द्वारा शोधन कर शहर में सालोभर शुद्ध पेयजल के रूप में आपूर्ति करना है।
गया एवं बोधगया में पाइप लाइन के माध्यम से विभिन्न रिजर्वायर में जोड़ने का कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। इसके साथ ही रिजर्वायर से गया एवं बोधगया के विभिन्न वार्डो, मोहल्लों, टोलो के एक एक घर तक पाइपलाइन के माध्यम से पानी उपलब्ध कराने हेतु हर घर मे पाइप के साथ एक टैप दिया जा रहा है।
इसी परिपेक्ष्य में जिला पदाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने विष्णुपद मंदिर, करसिल्ली पहाड़, सूर्यकुंड के समीप वाले टोले, दखिन दरवाजा टोला, बंगाली आश्रम, चांद चौरा, नारायणी पूल, नारायण चुआ में गंगा जल आपूर्ति योजना के तहत बिछाए गए मेन पाईपलाइन से घर घर दिए गए वाटर टैप कनेक्शन का जायजा लिया। इसके पश्चात विभिन्न प्राइवेट धर्मशाला जहां देश विदेश के तीर्थयात्री ठहरते हैं उन धर्मशालो जिसमे मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ भवन, हरियाणा भवन पीतल किवाड़ वाले भवन, लखनऊ भवन बंगाली आश्रम भवन इत्यादि धर्मशाला का भी निरीक्षण करते हुए जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि संबंधित धर्मशाला में भी गंगा जलापूर्ति योजना के तहत पेजल पहुंचे इसके लिए टैप लगवाए।
जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि विष्णुपद के क्षेत्र के परिधि में यदि कहीं पाइपलाइन जोड़ना बाकी है तो युद्ध स्तर पर पाइपलाइन को बिछावे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिन सड़कों को पाइप बिछाने हेतु काटे गए हैं उन्हें प्राथमिकता देकर पाइप बिछाए और सड़क को समतल करवाएं।
विभिन्न धर्मशाला के निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने एक एक धर्मशाला के केयरटेकर से जानकारी लिया की तीर्थ यात्रियों के संबंधित धर्मशाला में ठहरे रहने पर उन्हें इस तरह की और क्या-क्या सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है।
निरीक्षण के क्रम में उपविकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, पुलिस उपाधीक्षक नगर, वरीय उपसमाहर्ता अमित पटेल, कार्यपालक अभियंता बुडको, कार्यपालक अभियंता गंगाजल आपूर्ति योजना, उप नगर आयुक्त, नगर निगम के पदाधिकारियों सहित अन्य कार्यकारी एजेंसी मौजूद थे।
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डीएम त्यागराजन ने किया निरीक्षण |
धान के फसल कटनी प्रयोग का डीएम ने किया निरीक्षण
गया जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम द्वारा सदर गया प्रखण्ड अतर्गत नैली पंचायत के नैली ग्राम में कृषक श्रीमती कौलेश्वरी देवी, पिता त्रिभुवन महतो के खेत खाता सं0-… 173 धान के फसल कटनी प्रयोग का निरीक्षण किया गया। खेसरा सं0- 573 में लगे फसल कटनी प्रयोग 10X5 वर्गमीटर में वैज्ञानिक तरीके से की जाती है। फसल कटनी कार्य निरीक्षण के समय जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, गया जिला कृषि पदाधिकारी अंशु कुमार, अवर सांख्यिकी पढ़ा गया, प्रमोद कुमार, अवर सांख्यिकी पदा0, गया, प्रखण्ड कृषि पदा० सह प्रखण्ड सांख्यिकी पद शैलेन्द्र कुमार, कृषि समस्वयक उपस्थित थे।
विदित हो कि प्रत्येक वर्ष अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय, बिहार, पटना द्वारा कृषि सांख्यिकी के तहत विभिन्न फसलों यथा- खरीफ रब्बी एवं गर्मा फसलों की वैज्ञानिक तरीके से कटनी करायी जाती है, जिसके आधार पर विभिन्न फसलों की उपज दर का आकलन किया जाता है।
राज्य की जनसंख्या को भोजन जुटाने के लिए राज्य में उद्योगीकरण का सुदृढ़ आधार तैयार करने के लिए और इसके आर्थिक व्यवस्था को सशक्त बनाने हेतु सरकार का मुख्य लक्ष्य कृषि उत्पादन को बढ़ाना है, जिसके लिए प्रति वर्ष फसल कटनी प्रयोग के माध्यम से निकाले गये उपज दर के आधार पर कृषि उत्पादन का आकलन किया जाना आवश्यक है। इसके आधार पर ही सरकार किसानों एवं आमजनों के हित में विभिन्न प्रकार की योजनाएँ बनाती है। साथ ही राज्य में बाढ़ तथा सुखाढ़ इत्यादि संकटकालीन अवस्था में जनहित में विभिन्न प्रकार का निर्णय सरकार द्वारा लिया जाता है। उपज दर आकलन के आधार पर सहकारिता विभाग द्वारा राज्य फसल सहायता योजना एवं अन्य योजना के तहत किसानों को फसल क्षति के एवज में क्षतिपूर्ति का भुगतान किया जाता है।
फसल कटनी प्रयोग हेतु सरकार द्वारा विभिन्न पदाधिकारियों / कर्मियों का दायित्व निर्धारित है जिसके अनुसार प्रखण्डों में पदस्थापित प्रखण्ड सांख्यिकी पदाधिकारी, राजस्व अधिकारी एवं प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी द्वारा फसल कटनी प्रयोग कराया जाता है।
Breaking News
सैटेलाइट टेलीविजन चैनलों के अपलिंकिंग और डाउनलिंकिंग
Delhi : कैबिनेट ने “भारत में सैटेलाइट टेलीविजन चैनलों के अपलिंकिंग और डाउनलिंकिंग के लिए दिशानिर्देश, 2022” को स्वीकृति दी
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने “भारत में टेलीविजन चैनलों के अपलिंकिंग और डाउनलिंकिंग के लिए दिशानिर्देश,2022” को मंजूरी दे दी है। समेकित दिशानिर्देश भारत में पंजीकृत कंपनियों/एलएलपी को टीवी चैनलों के अपलिंकिंग और डाउनलिंकिंग, टेलीपोर्ट्स/टेलीपोर्ट हब की स्थापना, डिजिटल सैटेलाइट न्यूज गैदरिंग (डीएसएनजी)/सैटेलाइट न्यूज गैदरिंग (एसएनजी)/इलेक्ट्रॉनिक न्यूज गैदरिंग (ईएनजी) सिस्टम, भारतीय समाचार एजेंसियों द्वारा अपलिंकिंग और लाइव कार्यक्रम की अस्थायी अपलिंकिंग के उपयोग के लिए अनुमति जारी करने में आसानी प्रदान करेंगे।
नए दिशानिर्देश टेलीविजन चैनलों के लिए अनुपालन को आसान बनाते हैं
कार्यक्रमों के लाइव प्रसारण के लिए कोई पूर्व अनुमति नहीं
भारतीय टेलीपोर्ट्स विदेशी चैनलों को अपलिंक कर सकते हैं
राष्ट्रीय/जनहित में विषय सामग्री प्रसारित करने की बाध्यता
संशोधित दिशा-निर्देशों से होने वाले मुख्य लाभ इस प्रकार हैं: –
अनुमति धारक के लिए अनुपालन में आसानी
कार्यक्रमों के सीधे प्रसारण के लिए अनुमति लेने की आवश्यकता को समाप्त कर दिया गया है, केवल सीधे प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों के लिए पूर्व पंजीकरण आवश्यक होगा;
स्टैंडर्ड डेफिनिशन से (एसडी) से हाई डेफिनिशन (एचडी) या इसके विपरीत भाषा में परिवर्तन या ट्रांसमिशन के मोड में रूपांतर के लिए पूर्व अनुमति की कोई आवश्यकता नहीं है; केवल पूर्व सूचना देने की आवश्यकता होगी।
आपात स्थिति में, एक कंपनी/एलएलपी के लिए केवल दो निदेशकों/भागीदारों के साथ, एक निदेशक/साझेदार को बदला जा सकता है, इस तरह की नियुक्ति के बाद यह सुरक्षा मंजूरी के अधीन और व्यापार निर्णय लेने में सक्षम बनाने के लिए होगी;
एक कंपनी/एलएलपी डीएसएनजी के अलावा अन्य समाचार एकत्र करने वाले संसाधनों जैसे ऑप्टिक फाइबर, बैग बैक, मोबाइल इत्यादि का उपयोग कर सकती है, जिसके लिए अलग से अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी।
कारोबार करने में आसानी
अनुमति प्रदान करने के लिए विशिष्ट समय-सीमा प्रस्तावित की गई है;
सीमित देयता भागीदारी (एलएलपी) संस्थाएं भी अनुमति ले सकती हैं;
एलएलपी/कंपनियों को भारतीय टेलीपोर्ट से विदेशी चैनलों को अपलिंक करने की अनुमति दी जाएगी इससे रोजगार के अवसरों का सृजन होगा और यह भारत को अन्य देशों के लिए टेलीपोर्ट-हब बना देगा।
एक समाचार एजेंसी को वर्तमान में एक वर्ष की तुलना में 5 वर्ष की अवधि के लिए अनुमति मिल सकती है;
वर्तमान में केवल एक टेलीपोर्ट/उपग्रह की तुलना में एक चैनल को एक से अधिक टेलीपोर्ट/उपग्रह की सुविधाओं का उपयोग करके अपलिंक किया जा सकता है;
इससे कंपनी अधिनियम/सीमित देयता अधिनियम के तहत टीवी चैनल/टेलीपोर्ट को किसी कंपनी/एलएलपी को स्थानांतरित करने की अनुमति देने की संभावना में वृद्धि हुई है।
सरलीकरण और युक्तिकरण
दिशानिर्देशों के एक संयुक्त सेट के माध्यम से दो अलग-अलग दिशानिर्देशों को बदल दिया गया है;
दोहराव और सामान्य मापदंडों से बचने के लिए दिशानिर्देशों की संरचना को व्यवस्थित किया गया है।
जुर्माने की धाराओं को युक्तिसंगत बनाया गया है और वर्तमान में एक समान जुर्माने की तुलना में विभिन्न प्रकार के उल्लंघनों के लिए अलग-अलग जुर्माने का प्रस्ताव किया गया है।
अन्य विशेषताएं
किसी चैनल को अपलिंक और डाउनलिंक करने की अनुमति रखने वाली कंपनियां/एलएलपी राष्ट्रीय महत्व और सामाजिक प्रासंगिकता के विषयों पर एक दिन में कम से कम 30 मिनट की अवधि के लिए सार्वजनिक सेवा प्रसारण (सिवाय जहां यह संभव नहीं हो सकता है) कर सकती हैं।
सी बैंड के अलावा फ़्रीक्वेंसी बैंड में अपलिंक करने वाले टीवी चैनलों को अनिवार्य रूप से अपने सिग्नलों को एन्क्रिप्ट करने की आवश्यकता होती है।
नवीनीकरण के समय दिशा-निर्देशों के अनुसार अनुमति रखने वाली कंपनियों/एलएलपी के लिए निवल मूल्य की आवश्यकता।
देय राशि का भुगतान सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा जमा का प्रावधान।
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ब्रीफिंग का आयोजन |
सहायक अभियंता (असैनिक) लिखित (वस्तुनिष्ठ) प्रतियोगिता परीक्षा
Gaya : विज्ञापन संख्या-07/2022 सहायक अभियंता (असैनिक) लिखित (वस्तुनिष्ठ) प्रतियोगिता परीक्षा, पटना द्वारा दिनांक-10 एवं 11 नवंबर, 2022 को लिखित परीक्षा के सफल आयोजन एवं स्वच्छ संचालन हेतु समाहरणालय सभाकक्ष में अपर समाहर्ता, गया श्री मनोज कुमार की अध्यक्षता में ब्रीफिंग का आयोजन किया गया।
ब्रीफिंग में बताया गया कि गया ज़िला में 05 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी, जो निम्न प्रकार है –
- 1. जगजीवन कॉलेज, मानपुर, गया।
- 2. राजकीय कन्या +2 विद्यालय, गया।
- 3. +2 हरिदास सेमिनरी, गया।
- 4. अनुग्रह कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल, स्टेशन रोड, गया।
- 5. टी मॉडल इंटर विद्यालय, गया।
उक्त परीक्षा केंद्रों पर दिनांक-10 नवंबर (गुरुवार) एवं 11 नवंबर (शुक्रवार) को तीन पालियों में परीक्षा लिया जाना है। प्रथम पाली पूर्वाह्न 10 बजे से 11 बजे तक, द्वितीय पाली पूर्वाह्न 11:30 बजे से 12:30 बजे तक तथा तृतीय पाली अपराह्न 01:00 बजे से 02:00 बजे तक तक निर्धारित है, जिसमें कुल-3492 परीक्षार्थी भाग लेंगे।
ब्रीफिंग में बताया गया कि जगजीवन कॉलेज, मानपुर, गया में रोल नंबर 703769 से 704968 तक कुल 1200 परीक्षार्थी, राजकीय कन्या +2 विद्यालय, गया में 704969 से 705364 तक कुल 396 परीक्षार्थी, +2 हरिदास सेमिनरी, गया में 705365 से 705964 तक कुल 600 परीक्षार्थी, अनुग्रह कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल, गया में 705965 से 706468 तक कुल 504 परीक्षार्थी एवं टी मॉडल इंटर विद्यालय, गया में 706469 से 707760 तक कुल 792 परीक्षार्थी भाग लेंगे।
परीक्षा की महत्ता एवं गरिमा को ध्यान में रखते हुए इसे स्वच्छ एवं कदाचारमुक्त संचालन एवं विधि व्यवस्था संधारण तथा गोपनीयता बनाए रखने हेतु सभी परीक्षा केंद्रों पर 10 स्टैटिक दंडाधिकारी सह प्रेक्षक की प्रतिनियुक्ति की गई है।
ब्रीफिंग में बताया गया की परीक्षा के दौरान जिला नियंत्रण कक्ष समाहरणालय में चालू रहेगा, जिसके प्रभार में जिला शिक्षा पदाधिकारी रहेंगे। जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या 0631-2222634 तथा पीआईआर का दूरभाष संख्या 2220207 है।
ज़िला पदाधिकारी ने अधीक्षक एवं प्राचार्य, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, गया को निर्देश दिया कि आकस्मिक चिकित्सा सेवा हेतु मेडिकल अस्पताल में पालीवार चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति एवं आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं के साथ करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही सिविल सर्जन, गया जयप्रकाश नारायण अस्पताल एवं प्रभावती अस्पताल तथा संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र/उप केंद्रों में उक्त अवसर पर आकस्मिक चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने हेतु चिकित्सकों/कर्मियों की प्रतिनियुक्ति एंबुलेंस के साथ करेंगे।
– AnjNewsMedia Presentation