गया, 27 जून (अंज न्यूज़ मीडिया) गरीब और मध्यवर्गीय परिवार का लाइफलाइन कहे जाने वाले भारतीय रेल जिसके सहारे देश के करोड़ों देशवासियों का एक जगह से दूसरे जगह आने, जाने की सबसे सस्ता एवं सुगम माना जाता है।
Vande Bharat Train पर ऊहापोह:
वंदे मातरम ट्रेन में गया से पटना केवल 94 किलोमीटर दूरी की भाड़ा एक्सक्यूटिव क्लास भोजन के साथ 995 ₹, बिना भोजन के 825 ₹, वही चेयर कार में भोजन के साथ 565 ₹, तथा बिना भोजन के 430 ₹ है ।
नेताओं ने कहा अब गरीब, मध्यवर्गीय परिवार को वंदे मातरम् ट्रेन जिसका किराया पैसेंजर से 20 गुना तथा एक्सप्रेस से 10 गुना कर उनके जले शरीर पर नमक छिड़कने के समान है क्योंकि गरीब मध्यवर्गीय परिवार गया से पटना के लिए चेयर कार का भाड़ा 430 ₹ देने में सक्षम नहीं है।
नेताओं ने कहा की यू पी ए शासन काल में गरीबों को सस्ते दर में ए सी गरीब रथ चलाया गया जिसका गया से दिल्ली का 994 किलो मीटर का भाड़ा केवल 1250 ₹ है।
नेताओं ने प्रधानमंत्री, केंद्रीय रेलमंत्री से वंदे मातरम ट्रेन के निर्धारित भाड़ा में 50 % की कमी कर चेयर कार का भाड़ा 215 ₹ तथा एक्सक्लूसिव क्लास का 412 ₹ करने की मांग किया है ताकि देश के गरीब और मध्यवर्गीय परिवार भी इसमें सफर कर सके।
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उन्होंने मांग की है कि इसके अलाव वर्षो से कॉविड 19 के समय से बंद वरिष्ठ नागरिकों, खिलाड़ियों, पत्रकारों के मिलने वाली रियायत को चालू किया जाय।
Modi पूंजीपतियों का समर्थक ! गरीबों का दुश्मन:
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू, पूर्व विधायक मो खान अली, जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डा गगन मिश्रा, उपाध्यक्ष राम प्रमोद सिंह, बाबूलाल प्रसाद सिंह, उदय शंकर पालित, दामोदर गोस्वामी, शिव कुमार चौरसिया, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कांग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, सुरेंद्र मांझी, विनोद उपाध्याय, सुजीत कुमार गुप्ता, राजेश अग्रवाल, मो समद, असरफ इमाम आदि ने कहा की गया से पटना पैसेंजर ट्रेन का भाड़ा 25₹ है। भाड़े में बेतहासा इजाफा हुआ है। जिससे आमजनों में भारी नाराजगी व्याप्त है। मोदी सरकार गरीबों के घोर विरोधी है। वह मूलतः पूंजीपतियों का समर्थक है। वह गरीबों का दुश्मन है। जो धरातल पर साफ झलक रहा है।
मोदी ने लगाया स्पेशल का फेरा ! आमजन त्रस्त:
लेकिनकोरोना महामारी के समय मोदी सरकार आपदा को अवसर बना कर केवल एक ट्रेन को छोड़ सभी पैसेंजर ट्रेनों के नाम के आगे स्पेशल जोड़ कर किराया दुगुना यानी 50₹ कर दिया। ट्रैन से अब इतनी महंगी हो गई गया से पटना की आवाजाही। मोदी सरकार में सस्ती रेल यात्रा भूल जाएं।
जो एक्सप्रेस ट्रेन के भाड़ा के बराबर है। वहीं दूसरी ओर उसी समय से वर्षो से वरिष्ठ नागरिकों, खिलाड़ियों, पत्रकारों आदि को रेलवे किराया में मिलने वाले रियायत को भी समाप्त कर दिया गया। जो मोदी सरकार की घोर मनमानी है।
GAYA BREAKING NEWS:
श्रीमती अभिलाषा शर्मा, भा. प्र.से. नगर आयुक्त गया नगर निगम द्वारा आज दिनांक 27.6.23 को सुबह में नाला नालियों की सफाई एवं सफाई व्यवस्था का स्थल निरीक्षण किया गया, निरीक्षण में नोडल पदाधिकारी सफाई एवं वार्ड निरीक्षक एवं संबंधित सफाई पर्यवेक्षक भी मौजूद थे।
इकबालनगर नाला का निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के समय वार्ड नं 6 के पार्षद भी मौजूद थे, नाला की सफाई कराई हुई पाई गई, पानी का बहाव अच्छा था।
वार्ड नं 07 के सफाई कर्मियों की उपस्थिति पंजी की जांच की गई।
बॉटम नाला की सफाई का निरीक्षण किया गया, पानी का बहाव हो रहा था निर्देश दिया गया कि सफाई कराए गए नालों का रख रखाव अच्छी तरह से कराएं।
नादरागंज नाला की सफाई का भी निरीक्षण किया गया, सफाई पाई गई एवं पानी का बहाव हो रहा था, निरीक्षण के समय वार्ड नं 37 के पार्षद भी मौजूद थे, बताया गया कि नादरागंज नाला के निर्माण के क्रम में बांस बल्ला नीचे छोड़ देने के कारण पानी के बहाव में रुकावट पैदा होता है अतः उसको हटाने हेतु मजदूर की आवश्यकता है, नोडल पदाधिकारी सफाई को निर्देश दिया गया कि आवश्यकतानुसार मजदूर की स्वकृति लेकर कार्य कराएं।
मोती पहलवान के पास अंडरग्राउड नाला का निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के समय वार्ड नं 15 के पार्षद भी मौजूद थे, वहां पर दो स्थानों पर चैंबर का निर्माण किया जा रहा था, नाला में सफाई कार्य कराया जा रहा था, उप नोडल पदाधिकारी सफाई को निर्देश दिया गया कि मशीन लगा कर पानी का बहाव तेज करवाएं।
पाया गया है कि सफाई होने के बाद जल कुंभी, पॉलीथिन आदि नाला नालियों में आ जाता है, निर्देश दिया गया कि उसको छानने की व्यवस्था कराएं।
निर्देश दिया गया कि नाला नाली की सफाई जो कराई गई है उसका रख रखाव कराएं ताकि कही भी जल जमाव की स्थिति उत्पन्न नहीं हो, उप नगर आयुक्त द्वारा मानपुर क्षेत्र की नाला नाली सफाई का निरीक्षण किया गया।