सिमरियाधाम, बेगूसराय, 24 अक्टूबर (अंज न्यूज़ मीडिया) Simariya Dham ! Begusarai News ! सिमरिया अर्धकुंभ पवित्र शाही स्नान कल 25 अक्टूबर के एकादशी को होगा। शाही स्नान कार्यक्रम को लेकर पूरी व्यवस्था की गई है।
Simariya Dham ! Begusarai News ! सिमरिया अर्धकुंभ का पहला पर्व (शाही) स्नान कल | सिमरिया कुंभ पुनर्जागरण प्रेरणा पुरुष राष्ट्र संत करपात्री अग्निहोत्री परमहंस स्वामी चिदात्मन जी महाराज की अगुवाई में निकलेगी पर्व यात्रा
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- केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे प्रथम स्नान में होंगे शामिल
- 12 वर्ष पूर्व पुनर्जीवित हुई थी सिमरिया कुंभ की परंपरा
- सिमरिया अर्धकुंभ में देशभर से जुट रहे साधु-संत
- बड़ी संख्या में श्रद्धालु करेंगे स्नान
Simariya Dham ! सिमरिया अर्धकुंभ का पहला पर्व (शाही) स्नान एकादशी तिथि 25 अक्टूबर को हो रहा है। प्रथम पर्व स्नान के अवसर पर सिमरिया कुंभ पुनर्जागरण प्रेरणा पुरुष राष्ट्र संत करपात्री अग्निहोत्री परमहंस स्वामी चिदात्मन जी महाराज की अगुवाई में निकलेगी पर्व यात्रा।
केन्द्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे अर्धकुंभ के प्रथम स्नान में शामिल हो रहे हैं। पहले स्नान में कई पीठाधीश्वर और देशभर से संत-महात्मा पधार रहे हैं।
Simariya Dham ! Begusarai News ! धूमधाम से मनेगा सिमरिया अर्धकुंभ
ठीक 12 वर्ष पूर्व बिहार की धरती पर एक सांस्कृतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक धारा की कड़ी प्रारंभ हुई। समुद्र मंथन की केन्द्रीय स्थली के रूप में मिथिलांचल की भूमि और मंथन के पश्चात निकाले अमृत के वितरण की स्थली के रूप में कल्पवास की पौराणिक भूमि सिमरिया की पुनर्प्रतिष्ठा हुई।
Simariya Dham ! (सिमरियाधाम) गंगा नदी के पावन तट पर स्थित एक छोटा गांव है। बिहार के बेगूसराय जिले का हिस्सा। यहां का कण-कण भारत के प्राचीन गौरव की महिमा गाथा गाता है। प्रतापी राजा कर्ण ने इसी स्थान पर अपने दाह संस्कार की इच्छा जताई थी।
Simariya Dham ! वह पूरी भी हुई। सहस्त्रों वर्षों से यह कल्पवास की स्थली रही है। कल्पवास को कुंभ का अवशेष भी मानते हैं। यह स्थान महान कवि विद्यापति से भी जुड़ता है। कहते हैं माता सीता को विदाई दी जा रही थी तो मिथिला की सीमा होने के नाते जनकपुर के वासी उन्हें यहां तक छोड़ने आए थे। वर्तमान में यह स्थान राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर की जन्मस्थली के रूप में अधिक प्रसिद्ध है।
Simariya Dham ! सिमरिया अर्धकुंभ शाही स्नान 2023
साक्ष्य और प्रमाण उद्घोष करते हैं कि समुद्र मंथन के पश्चात इसी स्थान पर भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण कर अमृत का वितरण किया था। 12 वर्ष पूर्व सिमरिया के पावन गंगा तट पर पिछले चार दशक से धुनि रमाए एक संत ने इस स्थान की महिमा का वर्णन किया।
- विद्वानों ने विचार मंथन कर इस तर्क की सहर्ष संस्तुति की। जनसामान्य ने उत्साह से कुंभ का आयोजन किया। देखते-देखते सिमरिया अर्धकुंभ भारत के प्राचीन गौरव का मानदंड लिए अध्यात्म – संस्कृति के क्षितिज पर दीपशिखा सम आलोकित हो उठा।
- क्रम आगे बढ़ा, ठीक छह वर्ष बाद 2017 में महाकुंभ का अवसर आया। लोगों के उत्साह के आगे नतमस्तक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुंभ का ध्वजारोहण किया।
- भारतीय संस्कृति के संरक्षक अखाड़ों से निशान लेकर संत-महात्मा पधारे। नागा साधुओं ने अपनी साधना से वातावरण में ऊर्जा का संचार किया। लाखों की संख्या में स्नान-दान कर कुंभ की महिमा को स्थायी रूप दिया।
Simariya Dham ! शाही स्नान को लेकर सजा सिमरिया अर्धकुंभ
अब अवसर 12 वर्षों की साधना के एक चक्र के पूर्ण होने का है। सिमरिया सज चुका है। सिमरिया कुंभ पुनर्जागरण के प्रेरणा पुरुष करपात्री अग्निहोत्री परमहंस स्वामी चिदात्मन जी महाराज के कर कमलों से 19 अक्टूबर को सिमरिया अर्धकुंभ 2023 का ध्वजारोहण हो चुका है।
25 अक्टूबर एकादशी को अर्धकुंभ का पहला पर्व स्नान है। केन्द्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे पहले स्नान में शामिल हो रहे हैं। ज्ञात हो कि अश्विनी कुमार चौबे सिमरिया कुंभ के पुनर्जीवित होने के क्रम में प्रारंभ से जुड़े हैं।
Simariya Dham ! यह समय सनातन के जागरण का है। यह समय धर्म संस्कृति के प्रति हमारे कर्तव्य की पूर्ति का है। आशा है देशभर से श्रद्धालु सिमरिया के पावन गंगा तट पर पधारेंगे।
Simariya Dham ! अगला पर्व स्नान 9 नवंबर और 23 नवंबर को होना तय है। इस बीच 31 अक्टूबर, 8 नवंबर और 16 नवंबर को तीन परिक्रमा भी होगी।
Simariya Dham ! जाहिर हो सिमरिया कुंभ समिति, आदिकुंभस्थली सिमरियाधाम, मिथिलांचल, बेगूसराय, बिहार द्वारा किया जाता है आयोजित।