बिहार में राजद की राजनैतिक हवा हुई बुलंद
जदयू की हवा हुई कमजोर
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झलकती आँखों में उम्मीद और चेहरे पर आत्मबल : राजद सुप्रीमो सह पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद |
सूबे बिहार में राजनैतिक हवा बदलते दिख रही है। इन दिनों बिहार में राजद की हवा खासा बुलंद हुई है। उनकी आँखों में उम्मीद और चेहरे पर आत्मबल झलकती है। वे फिर से सक्रिय हो गए हैं। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बाँछें खिल गई है। उनकी सुस्त हड्डी में फिर से जवानी जाग गई है। वे पूरे दमख़म के साथ बिहार की राजनीति में बदलाव लाने के लिए तैयार हैं। बिहार के राजनैतिक शेर फिर से जाग गया है। गर्दिश का वक़्त अब टल चुकी है। विपरीत समय फिर से अच्छे दिन की ओर लौटता दिख रहा है। दिग्गज नेता लालू की राजद पार्टी को बिहार की जनता फिर से सत्ता की भागीदारी देने को ठान ली है।
अबकी, हवा नहीं राजद की सुनामी लहर सिंहासन को हासिल कर के ही दम मारेगा। ऐसी आवाज गरीब- गुरूआ जनता बुलंद कर रही है। जनता कहती है कि दिग्गज राजनीतिज्ञ लालू प्रसाद में जो ख़ूबी है। वह किसी नेता में नहीं। जेपी के बाद, लालू हीं ऐसे नेता हैं, जो मुख्यमंत्री नीतीश के भी आदर्श रूपी नेता हैं। वहीं, पूर्व मंत्री स्वर्गीय रामविलास का भी तथा शरद यादव का भी।
जाहिर हो ये तीनों राजनैतिक लंगोटिया यार थे। पहले सभी जनता दल में थे। वहीं से सिद्धांत के नाम पर नीतीश कुमार टूटे, स्वर्गीय रामविलास सहित शरद यादव टूटे। इन सबों के असली नेता राजनीतिज्ञ लालू हीं हैं। जो दम लालू प्रसाद में है, और जो कर दिखाए हैं, वह ऐतिहासिक है।
इस बिहार को उन्होंने जो मजबूति दी है वह अनूठी है। जब लालू प्रसाद बिहार की सत्ता की बागडोर संभाले थे तो प्रदेश की स्थिति अच्छी नहीं थी, डवांडोल सी थी। जो जगजाहिर है। राज्य आर्थिक कमजोरी से गुज़र रहा था। तो उस कमजोरी को मुख्यमंत्री के रूप में सत्ता पर क़ाबिज़ होकर लालूजी ने ही भरपाई की थी। उस वक़्त उक्त तीनों नेता जनता दल में हीं थे।
वास्तव में, आज भी बिहार का सबसे लोकप्रिय नेता हैं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद। जो यदुवंशी समाज से आते हैं। उनका जोड़ किसी नेता से नहीं है। उक्त तीनों नेता के राजनैतिक गुरू हैं राजनीतिज्ञ लालू प्रसाद। यही वजह है कि माननीय नीतीश कुमार उनसे भय खाते हैं। क्योंकि लालू का राजनैतिक क़द हिमनग की तरह विशाल है।
यही वजह है कि उनकी हवा बिहार की राजनीति में फिर से मजबूत हो रही है। जनता ताल- ठोक कर कह रही है अबकी बारी फिर राजद की। इस बार चुक गए, अबकी सिंहासन से नहीं चुकेंगे। प्रदेश भर में गरीब- गुरूआ की भारी बहुमत लालूजी के पक्ष में जाएगा। जनता बोली इस बार मगध से जदयू को साफ किये हैं अबकी बिहार से साफ कर देंगे।
अभी बिहार में हिटलर शाही रूपी घोर जंगलराज है। बिहार भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। सुशासन के नाम पर मोटी रिश्वत ली जा रही है। उन्होंने कहा लालूजी के राज में किसी की हिम्मत थी की घूस ले लेता। तुरंत लालूजी को फ़ोन कर देते थे तो दरोग़ा तो क्या डीएम- एसएसपी बदल दिये जाते थे। उस समय गरीबों के नेता गरीब मसीहा लालूजी की राज थी।
गरीब- गुरूआ की आवाज हैं लालूजी। सीएम नीतीश कुमार तो अमीरों की आवाज हैं। उनके गुरू तो आदरणीय लालूजी हीं है। उन्होंने कहा आज भी बिहार की जनता लालूजी को ही नेता मानते हैं। नीतीशजी को नेता कहाँ मानते हैं। वे तो सिर्फ विधायकों का नेता हैं, वो भी ज़बरन। असली नेता तो लालू हीं हैं। जिनके पास वोट बैंलेंस है। वे ऐसे नेता हैं।
अब उनका संकट का समय कट गया है। फिर बिहार में उनकी हवा लौट गई है, उनकी पार्टी का सत्ता फिर लौटेगी। इस में कोई दो राय नहीं। उनके समय में बिहार में रामराज था, हिटलरशाही नहीं थी।
देखिए, गंगा का पानी पटना से गया ले जाया जा रहा है, जो संभव नहीं। यह योजना फ़्लॉप है। और दूसरी तरफ़ से गंगाजी के गंगाजल पर भी खतरा है। गंगाजी पर पर्यावरणीय संकट मँडरा गया है। यह योजना लूट की छूट में शामिल है। इस योजना में भ्रष्टाचार कूटकूट कर भरा है। उसकी भी जाँच होगी, जनता उसके पीछे लगी हुई है।
आदमी को चापाकल का पानी सही से नहीं मिल पा रहा है, तो गंगाजल कहाँ से मिलेगा। इस नाम पर सरकारी ख़ज़ाने से राशि लूटी जा रही है। इससे ज़्यादा उस योजना का कोई लाभ नहीं। उसकी भी जाँच होगी तो घोटाला उजागर हो जाएगा।
बिहार के शेर गरीबों के मसीहा लालूजी हम सबों के बीच आ गए हैं। उनकी क़िस्मत में फिर तरक़्क़ी होगी। और उनकी पार्टी सत्ता पर क़ाबिज़ होगी, इस में अब कोई दो राय नहीं। जनता की मूड बदल चुकी है। अब सत्ता बदलेगा।
लालूजी के पास बड़ी संख्या में वोटर हैं, और रहेगा। अब नीतीशजी बहुमत हीन हो चुके हैं। जो विगत बिहार विधानसभा के चुनाव में साफ झलकी। इस लिए राजद पार्टी अब फिर मजबूत है, सत्ता के करीब है। बाक़ी आने वाला वक़्त बताएगा।
Ashok Kumar Anj ScreenplayWriter- World Record Journalist, India |
व्यंग्यकार- अक्षरजीवी,
अशोक कुमार अंज
वर्ल्ड रिकार्ड्स जर्नलिस्ट
(फिल्मी पत्रकारबाबू)
मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी (सीईओ)- अंजन्यूजमीडिया
गया, इंडिया